Coober Pedy -sachi shiksha hindi

जमीन के अंदर बसा अनोखा शहर ‘कूबर पेडी’

ओपल या दूधिया पत्थर धातु से बना जैल है, जो बहुत कम तापमान पर किसी भी प्रकार के चट्टान की दरारों में जमा हो जाता है।ओपल धातु सफेद, भूरे, लाल, नारंगी, पीले, हरे, नीले, बैंगनी, गुलाबी, स्लेटी, आॅलिव, बादामी और काले रंगों में पाई जाती हैं। इन विविध रंगों में, काले रंग के खिलाफ लाल सबसे अधिक दुर्लभ है, जबकि सफेद और हरा सबसे आम है। ओपल आॅस्ट्रेलिया का राष्ट्रीय रत्न है। आॅस्ट्रेलिया दुनिया का करीब 97% ओपल का उत्पादन करता है।

आपने पाताल लोक के बारे में तो सुना ही होगा! यानि जमीन के अंदर ऐसी जगह, जहां सिर्फ अंधेरा ही अंधेरा होता है। लेकिन अपनी धरती पर एक ऐसी जगह भी है, जिसे अगर मॉडर्न ‘पाताल लोक’ कहा जाए, तो गलत नहीं होगा। दक्षिणी आॅस्ट्रेलिया में एक ऐसा अनोखा गांव बसा हुआ है, जो पूरा का पूरा जमीन के अंदर है। यह कोई ऐसा-वैसा गांव नहीं है, बल्कि यहां पर लोगों के घर, दुकान, बाजार, होटल, चर्च इत्यादि सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध हैं।

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इस अनोखे गांव का नाम है ‘कूबर पेडी’। इस गांव की सबसे बड़ी खासियत ही यही है कि यहां के लगभग सभी लोग अंडरग्राउंड घरों में रहते हैं। बाहर से देखने पर ये घर भले ही साधारण लगें, लेकिन अंदर का नजारा किसी होटल से कम नहीं होता। दरअसल, इस इलाके में ‘ओपल’ की कई खदानें हैं। लोग यहां इन्हीं ओपल की खाली पड़ी खदानों में रहते हैं। ‘ओपल’ एक दूधिया रंग का कीमती पत्थर होता है। कूबर पेडी को दुनिया की ‘ओपल राजधानी’ भी कहते हैं, क्योंकि यहां पर दुनिया की सबसे ज्यादा ‘ओपल’ की खदानें हैं।

कूबर पेडी में माइनिंग का काम साल 1915 में शुरू हुआ था। यह एक रेगिस्तानी इलाका है, इस वजह से यहां पर गर्मियों में तापमान बहुत ज्यादा और सर्दियों में बहुत कम हो जाता है। ऐसे में यहां रहने वाले लोगों को बहुत तकलीफों का सामना करना पड़ता था। इस समस्या से निजात पाने के लिए लोग माइनिंग के बाद खाली बची खदानों में रहने के लिए चले गए। समय के साथ धीरे-धीरे ओपल की खुदाई तो कम होती गई, पर इस कस्बे के रहने वालों ने बेकार पड़ी खाली गुफानुमा जगह में अपना परमानेंट आवास बनाना शुरू कर दिया।

बाहर की भीषण गर्मी से बचने का ये एक आसान और बढ़िया उपाय था। कूबर पेडी शहर उस समय के बाद से बढ़ता ही चला गया और आज जबकि ओपल की माइनिंग खत्म हो चुकी है तब भी वहां पर लोग रह रहे हैं। इस शहर में जगह-जगह पर जमीन से निकली हुई चिमनियां है और कई साइन बोर्ड भी लगे हुए हैं, जोकि लोगों को सावधान करते हैं कि वो सावधानी पूर्वक चलें, नहीं तो वो जमीन के अंदर घर में गिर सकते हैं या किसी खाली पड़ी हुई गुफा के अंदर जा सकते हैं।

कूबर पेडी के अंडरग्राउंड घरों में इंटरनेट, बिजली, पानी जैसी सारी सुविधाएं हैं। अगर कुछ नहीं है, तो सिर्फ सूरज की धूप। ऊपर से देखने पर आपको अंदाजा भी नहीं होगा कि ये घर अंदर से कैसे होंगे। देखने के बाद ही आपको पता चलेगा कि यहां तो अच्छे खासे खूबसूरत घर बना रखे हैं। इन घरों में न सिर्फ सारी सुविधाएं हैं, बल्कि कुछ लोगों ने तो बाकायदा स्वीमिंग पूल भी बनवा रखे हैं। आज दुनियाभर से लोग इस जगह को देखने के लिए आते हैं। इन घरों में रहने वाले लोग पर्यटकों को बाकायदा इन जगहों का गाइडेड टूर कराते हैं। इस शहर में जमीन से 55 फीट की गहराई पर एक चर्च भी बना हुआ है।

कूबर पेडी में कई हॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग भी हो चुकी है। साल 2000 में आई फिल्म ‘पिच ब्लैक’ की शूटिंग के बाद प्रोडक्शन ने फिल्म में इस्तेमाल किया गया स्पेसशिप यहीं पर छोड़ दिया था, जो अब पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन चुका है। लोग यहां पर घूमने के लिए आते रहते हैं।

दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे मूल्यवान रत्न ओपल ‘ओलिंपिक आॅस्ट्रैलिस’ अगस्त 1956 में कूबर पेडी के ‘एइट माइल’ के ओपल क्षेत्र में पाया गया था। इसका मूल्य एयूडी $ 2500000 है।

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