मुसीबत में घिरे मुसाहिबवाला के लिए रक्षाकवच बने सेवादार
करीब 13 वर्ष बाद घग्गर ने फिर से अपना रौद्र रूप दिखाते हुए तटबंधों के आस-पास बसे गांवों को अपनी आगोश में ले लिया। पंजाब से होकर हरियाणा में प्रवेश करते हुए घग्गर ने गांव रंगा व मुसाहिबवाला को चपेट में ले लिया। जलस्तर बढ़ता हुआ मुसाहिबवाला गांव की फिरनी को टच करने लगा, जिससे गांव की आबादी पर भी खतरा मंडराने लगा था।
ऐसे विकट हालात में डेरा सच्चा सौदा के सेवादारों ने गांववासियों का हाथ थामा और सेवादार बांध को मजबूत करने में दिन-रात जुट गए। हालांकि जिला प्रशासन की ओर से भी गांववासियों को मदद पहुंचाई जा रही थी, लेकिन डेरा सच्चा सौदा की शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैल्फेयर फोर्स विंग के सेवादार जिस तन्मयता से सेवा-कार्यों में जुटे हुए थे, गांववासी उसकी प्रशंसा करते नहीं थक रहे थे।
सरपंच नरेंद्र कुमार ने बताया कि घग्गर में आया पानी गांव के रिहायशी इलाकों की ओर बढ़ रहा था। गांव के रकबे का एक तिहाई एरिया में जलभराव हो गया था, जिससे किसानों को बड़ा आर्थिक नुकसान हुआ। पंचायत का प्रयास रहा कि किसी भी तरह इस त्रासदी में गांव के लोगों को महफूज रखा जाए, इस कार्य में डेरा सच्चा सौदा के सेवादारों ने बहुत ही सराहनीय सहयोग किया। गांव के करीब 3 किलोमीटर एरिया में तटबंध बना हुआ है, जिसको मजबूत करने का कार्य डेरा सच्चा सौदा के सेवादारों ने संभाला। खास बात यह भी थी कि यह सेवादार ट्रेक्टर-ट्रॉलियों के साथ आए थे, खाली बैग व उनमें मिट्टी भरने के उपकरण भी उनके अपने थे।
नंबरदार साईदित्ता ने सेवादारों के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा कि कई और सामाजिक संस्थाएं भी यहां लंगर इत्यादि की सेवा चलाती रही, लेकिन डेरा सेवादार तटबंधों पर खुद मिट्टी डालकर उन्हें मजबूत करने में दिन-रात जुटे रहे। गुरदेव सिंह व गुरचरण सिंह की ढाणी चारों तरफ से पानी से घिर गई थी, लेकिन यह सेवादार किश्ती से परिवार के लोगों से बराबर सम्पर्क बनाए हुए थे, उन्हें खाना इत्यादि सुविधा लगातार मुहैया करवाते रहे।
पानी में डूबी ढाणियां से कीमती सामान सुरक्षित निकाला
मुसाहिबवाला गांव की उत्तर-पश्चिम साइड का करीब साढ़े 5 सौ एकड़ एरिया घग्गर में आए उफान के चलते जलमग्र हो गया। 15 जुलाई को एकाएक बढ़े जलस्तर ने रिंग बांध को तोड़कर गांव की ओर रुख कर लिया। गांव की करीब आधा दर्जन ढाणियों को पानी ने अपनी चपेट में ले लिया था। मुसीबत के इस समय में डेरा सच्चा सौदा के सेवादारों ने बड़ी संख्या में पहुंचकर इन जलमग्र ढाणियों से कीमती सामान बाहर निकाला और लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
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प्रशासनिक आग्रह पर डेरा सच्चा सौदा द्वारा बाढ़ राहत कार्य चलाया गया। मुसाहिबवाला, भरोखा व फरवाई गांव सहित इस पूरे एरिया में करीब 900 सेवादार राहत कार्य चला रहे थे। सेवादार तटबंधों को मजबूत करने के साथ-साथ पानी में डूब चुकी ढाणियों से अपनी जान जोखिम में डालकर उनका कीमति सामान सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में सहयोग करते रहे।
– राकेश बजाज, 85 मेंबर डेरा सच्चा सौदा।