गुहला-चीका: पेयजल और पशुओं के लिए हरे चारे का किया प्रबंध
मनोज वर्मा। उपमंडल गुहला चीका में बाढ़ प्रभावित गांवों में तीन ब्लाकों हरिगढ़ किंगण, गुहला व चीका के सेवादारों द्वारा पीने के पानी और पशुओं के लिए हरे चारे की बेमिसाल सेवा की गई। सेवादारों ने गाँव बोपुर में हरा चारा पहुंचाय। वहीं छह दिन लगातार इस गाँव में पानी के टैंकर भेजे गए। इस सेवा कार्य में अक्षय, जसबीर, करनैल, बीरबान, दीपक, विशाल, सुमित, राजेश, बूटा, करण, कर्मा बलबेहडा, जगबीर, रघुवीर, रंगू, रघुवीर पीरी ने सहयोग किया। वहीं 85 मैंबर धारा इन्सां, कृष्ण मानस, नरेंद्र कुण्ड, 85 मैंबर बहन रीना, सुदेश, अनिता आदि भी निरंतर अपनी सेवाएं देते रहे।
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पानी में घिरे 6 लोगों को ग्रीन एस सेवादारों ने सुरक्षित निकाला
गांव सधारनपुर (बादशाहपुर) पंजाब से लगभग दो ढाई किलोमीटर की दूरी पर खेतों में बने एक घर में 6 मैंबर पानी में बुरी तरह फंस गए थे। इन सदस्यों में चार छोटे बच्चे थे और दो बडेÞ सदस्य थे। 15 मैंबर प्रेम सिंह इन्सां ने बताया कि प्रशासन को बार-बार फोन करने के बावजूद भी कोई अधिकारी घटनास्थल पर नहीं पहुंचा। उधर मौके पर पहुंचे शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैल्फेयर फोर्स विंग सेवादारों ने पानी में पैदल चलकर रस्सों की मदद से फंसे हुए सदस्यों को सुरक्षित बाहर निकाला।
फरिश्ता बने डेरा श्रद्धालु: लाल सिंह इन्सां ने कई एकड़ हरा चारा और सूखा चारा (भूसा) दिया दान
करनाल जिले के कई गांव बाढ़ की चपेट में थे। ब्लॉक ब्याना के सेवादार लगातार ट्रैक्टर-ट्रालियों में राशन, पानी, चाय और पशुओं के लिए चारा घर-घर पहुंचा रहे थे। इसी दौरान पता चला कि पड़ोस के गांवों गढ़पुर, चंद्राव, मुसेपुर, गढ़ी बीरबल, खर्क, चौगांवा में ज्यादा पानी भरने के चलते पशुओं का चारा भी बर्बाद हो गया है और किसान पशुओं को भूखे रखने को मजबूर हैं।
इस बात का पता चलते ही गांव मुखला निवासी 85 मैंबर बहन रेनू इन्सां के पति लाल सिंह राणा इन्सां ने अपने खेतों में खड़ा कई एकड़ हरा चारा और घर में रखा सूखा चारा बाढ़ में फंसे लोगों के पशुओं के लिए दे दिया। लाल सिंह इन्सां ने बाढ़ पीड़ित पड़ोसी गांवों में अनाउंसमेंट करवाकर अपने खेत में खड़ा हरा चारा और घर में रखा भूसा ग्रामीणों में वितरित करवाया। डेरा सच्चा सौदा के अनुयायियों के इस मानवीय कार्य की पूरे क्षेत्र में भूरि-भूरि प्रशंसा हुई।
बाढ़ पीड़ितों के लिए खोला ‘फूड सर्विस सैंटर’
संगरूर/फतेहाबाद/अंबाला। डेरा सच्चा सौदा की शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैल्फेयर फोर्स विंग के सेवादारों ने बाढ़ में घिरे लोगों के लिए लंगर की सुविधा शुरु की। संगरूर जिले के मूनक क्षेत्र में स्थित नामचर्चा घर के पास टैंट लगाकर बाढ़ पीड़ितों के लिए मुफ्त खाना ‘फूड सर्विस सैंटर’ शुरू किया गया, जिससे बाढ़ पीड़ितों को हर समय खाना मुहैया करवाया गया। 85 मैंबर समिति के सदस्य बलदेव कृष्ण इन्सां ने बताया कि बाढ़ के चलते जलभराव से लोगों के लिए दैनिक सुविधाओं की बड़ी कमी सामने आ रही थी।
इस कारण डेरा सच्चा सौदा द्वारा यह मुफ्त ‘फूड सर्विस सैंटर’ की शुरूआत की गई, जहां 24 घंटे बाढ़ पीड़ितों के लिए लंगर चलाया गया। इसके लिए डेरा सच्चा सौदा के सेवादार हर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सक्रिय थे। लहरागागा सहित कई जगहों पर रोटी, सब्जी आदि तैयार करवाई गई। सेवादारों द्वारा लंगर, दाल, दूध, बिस्कुट, पानी, बै्रड, पशुओं के लिए हरा चारा, तूड़ी आदि बाढ़Þ पीड़ित लोगों तक पहुंचाया गया। सेवादार घुटनों-घुटनों तक जमा पानी में से गुजरकर इन गांवों में पहुंचते रहे। इस सेवा कार्य में गोबिन्दगढ़ जेजियां, धर्मगढ़, सुनाम, लहरागागा के गांवों की साध-संगत भारी तादाद में सेवा में लगी रही।