काम के बाद कैसे रखें अपने को व्यस्त
अगर आप वर्किंग हैं या आपका अपना व्यवसाय है तो आपके पास अधिक समय तो नहीं बचता होगा पर काम से लौटकर अपने समय को बिना गंवाए उसे किसी अच्छे कार्य में लगाएं। कुछ देर आराम जरूर करें पर अपने वक्त को पूरी तरह बर्बाद न करें।
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कुछ कारगर तरीके आपको बताते हैं जो आपके खाली समय में वक्त बर्बादी को बचाएंगे:-
सोशल वर्क या समाज सेवा
समाज सेवा एक ऐसा कार्य है जिसमें अगर आप जाते हैं या अपने द्वारा ऐसा कोई भी काम करते हैं जिससे समाज का भला हो तो समझो आपका उद्देश्य पूरा हुआ। सोशल वर्क कई प्रकार का होता है। एक तो वह होता है जिसमें आप आर्थिक मदद करते हैं, दूसरे में शारीरिक या मानसिक।
अगर आपके पास थोड़ा वक्त भी खाली है तो उसे किसी नेक काम, जैसे गरीब बच्चों के लिए कुछ खाने-पीने की वस्तुएं एवं गरम कपड़े ले जाकर उनमें बांटना या उन्हें कोई कला सिखाना जैसे नृत्य, संगीत, नाटक आदि में लगायें। इन सभी कार्यों को करने के बाद आपकी न सिर्फ वक्त की बर्बादी बचेगी बल्कि आपको अपना जीवन भी किसी खास मकसद से जुड़ा हुआ लगेगा।
घर को सजाने और संवारने में दिल लगाएं
अगर आप वर्किंग हैं तो भी आपके घर से ऐसा प्रतीत नहीं होना चाहिए कि आप फूहड़ हैं। घर की हर हफ्ते पाबंदी से साफ सफाई करनी चाहिए। घर के कोने-कोने से आपकी सुघड़ता का पता चलना चाहिए। वाशिंग मशीन में कपड़े धुलने का काम आप हफ्ते की छुट्टी में कर सकती हैं, अपने पति का मनपसंद खाना बना सकती हैं या फिर अल्मारियों की साफ-सफाई का काम भी कर सकती हैं। इससे आपका टाइम तो पास होगा, साथ ही आपका घर भी जन्नत बन जाएगा।
किताबें पढ़ें
किताबें हमारी सबसे अच्छी दोस्त होती हैं। रविवार को घर के कामों से फुर्सत पाने के बाद कुछ देर रिलैक्स कर के आप कोई अच्छी सी किताब पढ़ सकते हैंं। पुस्तकें पढ़ने से ज्ञान भी बढ़ता है, आपका शब्द ज्ञान बढ़ता है और साथ ही पता चलती हैं कई नई और रोचक घटनाएं।
टी. वी. देखकर भी आप वक्Þत बिता सकते हैं
टी. वी. एक ऐसा माध्यम है जिसका जिÞक्र आते ही सबके मन में आती हैं अप्रिय बातें। यह बात भी ठीक है कि टी. वी. देखना ज्यादा अच्छी बात नहीं है, लेकिन टी. वी. पर ही कुछ ज्ञानवर्द्धक चैनल्स भी आते हैं जैसे बी.बी. सी, नेशनल ज्योग्राफिक, डिस्कवरी आदि जिन्हें आप देख सकते हैं और अपना ज्ञान बढ़ा सकते हैं।
लेखन का कार्य करें
लेखन का कार्य रचनात्मकता से भरपूर होता है। कभी-कभी जब हम खाली बैठते हैं तो हमारे मन में अनेक विचार आते हैं। ऐसी ही स्थिति के लिए आप एक डॉयरी बनाएं जिसमें आप अपने रोजÞाना की दिनचर्या का उल्लेख कर सकते हैं। इससे आपका मन भी हल्का होगा, वक्त भी अच्छा गुजÞरेगा और इन विचारों को आप कविता के रूप में पिरो कर किसी पत्रिका या अखबार को भेज सकते हैं।
-तरन्नुम