बेमिसाल सेवा जज्बा: सुंदर इन्सां ने बाढ़ में फंसे 90 लोगों को अकेले किया रेस्क्यू

शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैल्फेयर फोर्स विंग के सेवादार प्राकृतिक आपदाओं में बचाव एवं राहत कार्य के दौरान अपनी जी-जान दांव पर लगा देते हैं। इसका प्रत्यक्ष नमूना अंबाला में तब देखने को मिला, जब जुलाई महीने के आखिरी सप्ताह में एकाएक आई बाढ़ के दौरान शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैल्फेयर फोर्स विंग के सेवादार सुंदर लाल इन्सां ने डूबने की कंगार पर खड़े 90 लोगों को अकेले ही रेस्क्यू करते हुए उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। सेवादार में ऐसा हौंसला देखकर वहां मौजूद आर्मी के जवान भी दंग रह गए। पावन एमएसजी भंडारे के अवसर पर पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने इस सेवादार का खासतौर पर जिक्र करते हुए इन्सानियत के प्रति ऐसे जज्बे की भरपूर प्रशंसा की और सेवादार को बेअंत खुशियों से लबरेज किया।

दरअसल जुलाई महीने के आखिरी सप्ताह में एकाएक आई बाढ़ से अंबाला (हरियाणा) में हालात बहुत खराब हो गए थे। अंबाला जिला के गांव छोटा खुडडा निवासी (ब्लॉक मिठ्ठापुर) एवं हिमाचल प्रदेश के 85 मेंबर सुंदर लाल इन्सां ने बाढ़ दौरान फंसे 90 लोगों को अपनी जान की परवाह न करते हुए बिना किश्ती के अपने कंधों पर बिठाकर तैरते हुए उनको सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। बाढ़ से हालात इतने बदतर हो चुके थे कि लोग अपनी जान बचाने के लिए घरों की छतों पर चढ़े हुए थे। प्रशासन को बचाव कार्य के लिए सेना बुलानी पड़ी। उधर सुंदर लाल इन्सां अपने सतगुरु के वचनों पर फूल चढ़ाते हुए शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैल्फेयर फोर्स विंग की वर्दी पहन कर गहरे पानी में उतर गया।

सेवादार ने दो दिन से पानी में डूब चुके घरों में फंसे लोगो को सुरिक्षत बाहर निकाला। सेवादार ने अपने बलबूते 90 लोगों को बचाया, वहीं आर्मी के साथ मिलकर सैकड़ों लोगों को बचाने में लगातार जुटा रहा। सेवादार के सेवा जज्बे को देखकर स्वयं आर्मी के जवान भी हैरान थे, जबकि वो जवान इस सेवादार से आधी उम्र के थे। 52 वर्षीय सुंदर लाल इन्सां से जब उन्होंने इस सेवा जज्बे के बारे में पूछा तो उसने बताया कि यह सब पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की रहमत सदका ही संभव हो पाया है, उन्हीं की पावन प्रेरणा से ही मेरे अंदर ऐसा जज्बा पैदा हुआ है, वरना ऐसा कर पाना मेरे बस की बात नहीं थी। सेना के अधिकारियों व अंबाला कैंट के नायब तहसीलदार ने इसके लिए डेरा सच्चा सौदा की भूरी-भूरी प्रशंसा की और सुंदर लाल इन्सां का हार्दिक धन्यवाद किया।

अंबाला: डेरा अनुयाइयों ने चलाया राहत कार्य -कंवरपाल इन्सां

बाढ़ की सबसे ज्यादा मार अंबाला जिले (हरियाणा) को झेलनी पड़ी। दरअसल इस क्षेत्र में तीन नदियां घग्गर, मारकंडा और टांगरी नदी गुजरती हैं जिनमें पानी ओवरफ्लो होकर आस-पास के एरिया व नजदीकी गांवों की ओर रूख कर गया। बाढ़ के संकट में घिरे लोगों की ओर मदद का हाथ बढ़ाते हुए डेरा सच्चा सौदा की शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैल्फेयर फोर्स विंग के सेवादारों व साध-संगत ने आपसी सहयोग से अलग-अलग क्षेत्र में बड़े स्तर पर राहत कार्य चलाया।

वहीं बाढ़ में फंसे लोगों को रेसक्यू भी किया। मिट्ठापुर ब्लॉक की संगत ने मारकंडा नदी की चपेट में आए अंबाला कैंट के इंडस्ट्री एरिया के आस-पास के गांवों में खाने के पैकेट व बोतल बंद पेयजल वितरित किया। वहीं जलभराव की चपेट में आए गांव हरड़ा, हरड़ी व शेरगढ़ माजरा इत्यादि गांवों में भी राहत कार्य चलाया। वहीं सोंटा ब्लॉक व मटेड़ी शेखां ब्लॉक की साध-संगत ने घग्गर के रुद्र रूप से तबाही के मंजर में बदले बकनौर व आस-पास के गांवों में राहत कार्य चलाया। बता दें कि अंबाला जिले में यह एरिया बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है, जहां खेतों की फसल के साथ-साथ लोगों के घर भी पानी की आगोश में समा गए थे।

इसके अलावा अंबाला शहर ब्लॉक की संगत ने घग्गर के चलते पंजाब सीमा से सटे एरिया में राहत कार्य चलाया। प्रभावित गांवों के लोगों को खाद्य सामग्री वितरित करने के अलावा शहर के निचले इलाकों में जहां ज्यादा पानी भर गया था, वहां लोगों को घर-घर जाकर खाने के पैकेट देकर उनकी मदद की। अंबाला कैंट की संगत ने टांगरी नदी के ओवरफ्लो होने से डूबे एरिया में पीड़ित लोगों की मदद के लिए हाथ बढ़ाया और पीड़ित लोगों तक राहत सामग्री पहुंचाई।

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