डेप्थ से जिंदगी हो रही खुशहाल
नशे के खिलाफ एकजुट होने लगी पंचायतें, बढ़ी जागरूकता
डेरा सच्चा सौदा द्वारा नशे के खिलाफ चलाई जा रही डेप्थ मुहिम का व्यापक असर दिखने लगा है। हरियाणा, पंजाब व राजस्थान सहित कई प्रदेशों में लोग नशे रूपी दैत्य से खुद के बच्चों को बचाने के लिए आगे आ रहे हैं। डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां द्वारा चलाई जा रही इस मुहिम से जुड़कर लाखों नए लोग इस बुराई से तौबा कर चुके हैं, वहीं कई ऐसे युवा भी सामने आए हैं जो चरस, हेरोइन जैसे नशों के आदी थे, उन्होंने खुलकर डेरा सच्चा सौदा के प्रयासों को सराहा है।
यही नहीं, गांव एवं पंचायत स्तर पर भी डेप्थ मुहिम का अनुकूल प्रभाव देखने को मिल रहा है। हरियाणा में नवनिर्वाचित दर्जनों पंचायतों ने डेप्थ मुहिम के अनुरूप अपने गांव को नशा मुक्त बनाने का संकल्प लिया है और नशे के प्रभाव को रोकने के लिए एकजुट होकर कार्य करने की वचनबद्धता दिखाई है। गौरतलब है कि पूज्य गुरु जी के उत्तर प्रदेश में 40 दिन के निवास दौरान सैकड़ों ग्राम पंचायतों ने गांव स्तर पर इस नशा रूपी बुराई से युवाओं को बचाने का प्रण लिया था, जिस पर अब जमीनी स्तर पर कार्य भी शुरु हो गया है।
कहते हैं कि कोई भी समाज तभी समृद्ध बन सकता है, जब इसकी युवा पीढ़ी स्वस्थ एवं सुंदर हो। यह स्वस्थता एवं सुंदरता केवल शरीर से ही नहीं, अपितु विचारों में भी झलकनी चाहिए। यह युवा शक्ति ही देश का भविष्य निर्धारित करती है। जिस तरह एक बीज में पूरे पौधे अथवा पेड़ की संरचना, रंग-रूप, फल इत्यादि सब निहित होता है, उसी तरह युवा पीढ़ी समाज का बीज है। बीज अच्छा हो और उसका रोपण एवं पालन-पोषण अच्छा हो, तभी वह फलदार वृक्ष बनता है। इसी तरह यदि हमारी युवा पीढ़ी अच्छे वातावरण में पले-बढ़े, तो हम एक समृद्ध एवं खुशहाल राष्ट्र का निर्माण करने में सफल हो सकते हैं।
भौगोलिक परिस्थितियों में विभिन्नताओं के बावजूद एकता का मंत्र देने वाले भारत वर्ष में आजकल मादक पदार्थों का प्रचलन एक भयावह बीमारी के रूप में सुनने, पढ़ने और देखने को मिल रहा है। यह देश की खुशहाली एवं सामाजिक व्यवस्था पर कड़ा प्रहार कहा जा सकता है। इसको देश की युवा शक्ति को कमजोर करने के लिए परोक्ष युद्ध भी कहा जाए तो कोई अतिश्योक्ति नहीं है, क्योंकि युवाओं में बढ़ती इस लत के परिणाम बहुत ही भयानक तथा नुकसानदेह साबित हो रहे हैं। हालात यहां तक पहुंच चुके हैं कि होटलों, क्लबों, पार्कों, चौराहों व सार्वजनिक स्थलों में युवा नशे के कश लगाते हुए आम ही मिल जाएंगे, जो बहुत ही चिंताजनक विषय है।
नशाखोरी केवल कानून व्यवस्था का ही विषय नहीं रहा है, वरन शिक्षा व्यवस्था, रहन-सहन, पारिवारिक वातावरण, बच्चों की परवरिश एवं अन्य मनोरंजन सुविधाओं को भी प्रभावित करती है। शराब, सिगरेट, भांग, चरस, हेरोइन, तंबाकू, चिट्टा इत्यादि हमारी युवा पीढ़ी की नसों में जहर घोल रहा है। एक सर्वेक्षण के अनुसार देश के करीब 45 फीसदी नौजवानों को नशे की लत लगी हुई है।
नवनिर्वाचित ग्राम पंचायतों ने डाली आहुति
पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां द्वारा शुरू की गई डेप्थ मुहिम में हरियाणा प्रदेश में नवनिर्वाचित ग्राम पंचायतें भी आहुति डालने लगी हैं। ब्लॉक दारेवाला के गांव मट्टदादू की नवनिर्वाचित सरपंच गगनदीप कौर ने अपनी पूरी ग्राम पंचायत के साथ शपथ ग्रहण समारोह में गांव को नशा मुक्त करने का प्रण लिया। इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी कहा कि अगर गांव में कोई भी व्यक्ति नशा बेचता और नशा करता हुआ पाया जाता है तो ग्राम पंचायत उसको छुड़ाने के लिए थाना कचहरी में नहीं जाएगी और न ही कोई भी ग्रामीण इनकी जमानत लेगा।
सरपंच प्रतिनिधि रणदीप सिंह मट्टदादू ने बताया कि आॅनलाइन गुरुकुल के माध्यम से वे पूज्य गुरु जी से रूबरू हुए थे और गांव व क्षेत्र में बढ़ते नशे पर रोक लगाने की बात कही थी। उस दिन कई गांवों की पंचायतें भी साथ आई हुई थी। उसी पर अमल करते हुए हमने ग्राम पंचायत के शपथ ग्रहण कार्यक्रम के दौरान ही गांव में नशा बेचने पर पाबंदी लगा दी है। साथ में नशा बेचने व नशा करने वालों का ग्राम पंचायत साथ नहीं देगी, यह भी ग्रामीणों के बीच संकल्प लिया गया है।
इसी तरह सरसा जिला के गांव गुड़ियाखेड़ा की ग्राम पंचायत ने भी गांव को नशामुक्त बनाने का संकल्प लिया। पंचायत सदस्यों ने भरी सभा में प्रण लिया कि यदि कोई व्यक्ति नशा बेचने इत्यादि कार्य में लिप्त पाया जाता है तो पंचायत सदस्य उसकी जमानत नहीं लेंगे।
यह बड़े दु:ख की बात है कि हमारे युवा नशे के कारण बर्बाद हो रहे हंै। इसलिए गांव की जवानी को आबाद करने के लिए कार्य किया जाएगा।
कोई भी ग्रामीण नशा बेचने व खाने वालों की मदद करने के लिए ग्राम पंचायत के पास न आए। मैं सरपंच नहीं बनी हूं, बल्कि पूरा गांव सरपंच बना है।
इसलिए सभी मिलकर गांव को पूरे देश का मॉडल गांव बनाने का प्रयास करेंगे। – गगनदीप, सरपंच, गांव मट्टदादू
शपथ ग्रहण कार्यक्रम दौरान ग्राम पंचायत गुडिया खेड़ा जिला सरसा (हरि.) के नवनिर्वाचित पंचायत सदस्य गांव में नशा रोकने का प्रण करते हुए।