पीएम श्री विद्यालय PM Shri Schools
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि स्कूल बच्चों के समाजीकरण के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन होता है जो बच्चों को समाज में एक साथ मिलकर रहना सिखाता है। यह बच्चों को अनुशासन, सहयोग, सामाजिक नियमों और अन्य महत्वपूर्ण सामाजिक योग्यताओं के बारे में विस्तार से ज्ञान प्रदान करता है। इसी दिशा में भारत सरकार ने एक बेहतरीन कदम उठाते हुए देश के भविष्य यानी स्कूली बच्चों की बुनियाद को पहले से अधिक मजबूत बनाने के उद्देश्य से 5 सितम्बर 2022 को अध्यापक दिवस के दिन प्रधानमंत्री स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया योजना की शुरूआत की।
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PM Shri Schools इसके तहत देशभर में 14500 पुराने स्कूलों को अपग्रेड करके उन्हें आदर्श विद्यालय के रूप में विकसित किया जाना है। इस योजना के माध्यम से अपग्रेड किये गये स्कूलों में शिक्षा प्रदान करने का एक आधुनिक, परिवर्तनकारी और समग्र तरीका लाया जायेगा। पहले चरण में इस योजना को पांच वर्षों (2022-27) के लिए लागू किया गया है । पीएम श्री विद्यालयों में अच्छा बुनियादी ढांचा होने के साथ-साथ व्यावसायिक शिक्षा, विभिन्न प्रकार के शिक्षा शास्त्र और मूल्यांकन प्रणालियाँ भी शामिल होंगी। ये विद्यालय अपने यहां पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों को रोजगार के मौके प्रदान करने के लिए परामर्शदाताओं और स्थानीय उद्योग के साथ सम्पर्क स्थापित करेंगे।
PM Shri Schools पीएम श्री विद्यालय में विद्यार्थियों को 21वीं सदी के कौशलों को प्रदान किया जायेगा। पीएम श्री विद्यालय अपने आसपास के अन्य स्कूलों को मार्गदर्शन और नेतृत्व प्रदान करेंगे। इन स्कूलों में विद्यार्थियों की उपस्थिति बढ़ाने और बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया जायेगा।
स्कूल ड्राप आउट में भी कमी लाने की कोशिश की जाएगी पीएम श्री विद्यालयों के जरिये उपलब्ध संसाधनों का मूल्यांकन और उपलब्धता, पर्याप्तता, उपयुक्तता व प्रत्येक डोमेन और उनके प्रमुख प्रदर्शन संकेतकों के उपयोग के संदर्भ में उनकी प्रभावशीलता का आंकलन किया जायेगा। पीएम श्री विद्यालयों के चयन के लिए 60 मानक निर्धारित किये गये हैं जिसमें पक्की ईमारत, पेयजल सुविधा, छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग शौचालय, खेल का मैदान, दिव्यांग बच्चों के लिए सुविधाएँ इत्यादि शामिल हैं। पीएमश्री योजना पर 27,360 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। इन विद्यालयों का चयन आॅनलाइन पोर्टल के माध्यम से किया गया है।
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PM Shri Schools पीएमश्री विद्यालयों के उद्देश्य
- गुणवतापूर्वक शिक्षण, अध्ययन एवम संज्ञानात्मक विकास पर जोर दिया जायेगा।
- इन विद्यालयों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के सभी घटकों की झलक दिखाई देगी।
- प्रत्येक विद्यार्थी को नैतिक मूल्यों, राष्ट्र के प्रति कर्तव्यों तथा राष्ट्र निर्माण में भूमिका के लिए तैयार किया जायेगा।
- गरीब बच्चे भी स्मार्ट स्कूलों से जुड़ सकेंगे जिससे भारत के शिक्षा क्षेत्र को एक अलग पहचान मिलेगी।
- पठन-पाठन गतिविधि आधारित एवं खोज आधारित होगा जिसमें वैज्ञानिक दृष्टिकोण बनाने पर जोर दिया जायेगा।
- इन विद्यालयों में अपनाई जाने वाली शिक्षा व्यवस्था अधिक प्रायोगिक, समग्र, एकीकृत, वास्तविक जीवन की स्थितियों पर आधारित एवं शिक्षार्थी केन्द्रित होगी।
- खेल, कला, आईसीटी की दक्षताओं के विकास की ढांचागत सुविधा होगी।
हरियाणा में पीएम श्री विद्यालय PM Shri Schools
राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की अनुपालना में हरियाणा राज्य के 22 जिलों में शैक्षणिक सत्र 2023-24 से 124 राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों को पीएम श्री विद्यालयों में परिवर्तित करने की कवायद शुरू हो गयी है। सबसे पहले इन विद्यालयों का नामकरण होगा, नामकरण के पश्चात इन विद्यालयों को पीएम श्री राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के नाम से जाना जायेगा। नामांकन अभियान होगा, ताकि अंग्रेजी एवं हिंदी माध्यम से सीबीएसई बोर्ड से पढ़ने के इच्छुक विद्यार्थी अपने नामांकन करवा सकें।
इन विद्यालयों की चार वर्ष की विद्यालय विकास योजना बनेगी, तदनुसार ढांचागत विस्तार किया जायेगा। सीबीएसई बोर्ड से मान्यता के लिए आवश्यक कार्यवाही की जाएगी और विशेष स्क्रीनिंग एवं प्रशिक्षण से विद्यालय मुखिया तथा अन्य अध्यापक लगाये जायेंगे। इन विद्यालयों में कला, विज्ञान एवं वाणिज्य तीनों संकायों की व्यवस्था की जाएगी। इन स्कूलों में प्रैक्टिकल, समग्र, एकीकृत, वास्तविक जीवन की स्थितियों पर आधारित पढ़ाई कराई जाएगी।
ये शिक्षकों के लिए भी काफी अहम होगा, इनमें स्मार्ट कक्षा, पुस्तकालय, कौशल प्रयोगशाला, खेल का मैदान, कंप्यूटर प्रयोगशाला, विज्ञान प्रयोगशाला इत्यादि सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इन विद्यालयों में विभिन्न ढांचागत आवश्यकताओं के आंकलन के लिए विद्यालय विकास योजना बनाई जाएगी। विद्यालय एवं एसएमसी को इस बारे दिशा-निर्देश एवम मार्गदर्शन दिया जायेगा।