लक्षण भी बहुत कुछ बोलते हैं
किसी भी बीमारी के उभर कर सामने आने से पहले कई लक्षण शरीर में दिखाई देते हैं पर हम उन्हें नजरअंदाज कर देते हैं और बहुत से लोग उन लक्षणों को पहचान ही नहीं पाते कि इसका हमारे शरीर से क्या संबंध हैं। जब बात बढ़ जाती है तो कितनी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जब भी कभी डिस्आर्डर का पता चले तो उसके लक्षणों के बढ़ने का इंतजार न कर हमें डॉक्टर से परामर्श कर लेना चाहिए। डॉक्टर हमें समय पर सावधान कर देंगे।
अगर किसी बीमारी का खतरा होगा तो वे हमारा टेस्ट करवा कर सही इलाज प्रारंभ कर देंगे।
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सूजे हुए पैर
पैरों में सूजन का अर्थ है कि हमारी बॉडी में प्रोटीन लेवल कम हो गया है या फिर कम होने की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है। वैसे उसकी अन्य वजह भी हो सकती है जैसे कि मोटापा। कई बार एक ही पोजीशन में अधिक देर तक बैठे रहने से भी पैरों में सूजन आ जाती है।
इसके लिए क्या करें
चाहे एक ही पैर में सूजन हो या दो पैरों में, इसे हल्के तौर पर न लें। अपनी पिछले दिनों की दिनचर्या को जांचें। कहीं आप अधिक देर तक खड़े होकर या पैर लटका कर कुर्सी पर बैठे हुए काम तो नहीं कर रही हैं। अगर नहीं तो अपने डॉक्टर से मिलकर जांच करवाएं। दवा लेने की आवश्यकता हो तो दवा डॉक्टर की सलाह के अनुसार लें।
कमजोर नाखून
कमजोर नाखून पौष्टिक आहार न लेने को दर्शाते हैं। असंतुलित आहार लेने से शरीर में कई विटामिन्स की कमी हो जाती है। कैल्शियम की भी कमी होती है। हाथों और नाखूनों की पूरी सफाई न करने से भी नाखून कमजोर हो जाते हैं।
इसके लिए क्या करें
अपनी डाइट में सुधार लायें। दूध, फल और हरी सब्जियों का सेवन करें। डॉक्टर से फंगल इंफेक्शन की जांच करवाएं। कभी कभी इसके कारण भी नाखून कमजोर होते हैं। बॉडी के आयरन व विटामिन लेवल की जांच करवाएं। कमी होने पर इनकी मात्र खाद्य पदार्थों में बढ़ाएं।
मसूड़ों से खून आना
मसूड़ों से खून अधिकतर विटामिन सी की कमी के कारण आता है। यदि इसका इलाज समय पर न किया जाए तो मसूड़े का इंफेक्शन बढ़ सकता है जिससे मसूड़े कमजोर हो जाएंगे और दांत हिलने लगेंगे। खाना भी जो खाएंगे, वह संक्र मित होकर पेट में जाएगा।
इसके लिए क्या करें
विटामिन सी की कमी को दूर करने के लिए साइट्रस फ्रूट खाएं जैसे संतरा, नींबू, आंवला, मौसमी आदि। अपने ब्रश करने के तरीके पर ध्यान दें। अगर आप हार्ड टुथब्रश का प्रयोग करते हैं तो उसे छोड़कर सॉफ्ट ब्रश प्रयोग में लाएं ताकि मसूड़े आहत न हों।
सूजी आंखें
आंखों की सूजन नींद पूरी न होने के कारण हो सकती है, अधिक टी वी देखने के कारण, अधिक समय कंप्यूटर पर काम करने के कारण, थायरॉयड के बढ़ने के कारण या सांस से जुड़ी किसी समस्या के कारण हो सकती है।
इसके लिए क्या करें
अपने नींद के रूटीन को ठीक करें। रात्रि में जल्दी सोयें। टीवी पर लगातार प्रोग्राम न देखें। कंप्यूटर पर काम करते समय बीच में आंखों को आराम दें। फिर भी सूजन वैसे ही रहे तो डॉक्टर से मिलें, थायरॉयड की जांच करवाएं।
रूखे, बेजान बाल या बालों का झड़ना
बालों की अधिकतर समस्याएं सीधे डाइट से जुड़ी होती हैं। फास्ट फूड, अधिक मसालेदार भोजन, कोल्ड ड्रिक्स, अधिक तला भोजन बालों पर प्रभाव डालते हैं। बालों में डैंड्रफ होने से भी बाल अधिक झड़ते हैं। बालों में किसी प्रकार का इंफेक्शन होने से भी बाल रूखे, बेजान होकर झड़ने लगते हैं। शैम्पू का गलत चयन भी बालों को नुक्सान पहुंचाता है।
क्या करें
सबसे पहले राइट डाइट लें। बालों पर सही शैम्पू का प्रयोग करें। फिर भी समस्या न सुलझे तो किसी ट्राइकॉलजिस्ट को दिखाएं और अपनी समस्या को सुलझाएं।
सूखे होंठ
होंठों का सूखे होना शरीर में नमी की कमी को दर्शाता है या बीमारी में ली गई एंटीबायोटिक्स की ओवरडोज को। आजकल युवा पीढ़ी अधिक समय वातानुकूलित कमरे में बैठकर समय बिताती है। इससे शरीर में नमी कम हो जाती है।
क्या करें
दिन में पानी की मात्र का अधिक सेवन करें। कम से कम दिन में आठ से दस गिलास पानी पिएं। पानी का अर्थ पानी ही है, टिंड जूस, कोल्डड्रिंक्स, चाय, काफी नहीं है। जब आप एसी रूम में बैठे तो ध्यान रखें उसकी सीधी हवा आपके चेहरे पर न पड़े। नहाने के बाद शरीर, चेहरे और होंठों पर माश्चराजर अवश्य लगाएं। नहाते समय या सोने से पहले कोई भी तेल सरसों का या नारियल का अपनी नाभि पर लगाएं।