to stay stress free -sachi shiksha hindi

तनाव मुक्त रहने के लिए

आधुनिक जीवनशैली के चलते तनाव ने हर इन्सान के अंदर प्रवेश कर लिया है। हर उम्र में सभी किसी न किसी कारण तनावग्रस्त रहते हैं। अब तो लगता है आज के समय तनाव और जिंदगी एक-दूसरे के पूरक बन गए हैं। तनावग्रस्त रहना एक आम समस्या बन चुका है। बच्चे, बड़े सभी तनाव से ग्रस्त रहते हैं। थोड़ा तनाव तो स्वाभाविक है पर जब तनाव लंबे समय तक हो जाए या बना रहे तो गंभीर समस्या बन सकता है।

समय रहते अपने तनावों को समझें और मस्त रहकर उस पर नियंत्रण रखने का प्रयास करें।

लंबे गहरे श्वांसों का अभ्यास नियमित करें :

लंबे गहरे श्वांसों का प्रयास नियमित करें। लंबे गहरे सांस लेने से ब्लडप्रेशर सामान्य रहता है और बड़ी हुई धड़कन सामान्य होती है। जब भी तनाव में हों तो इसका अभ्यास करें। बीच में थोड़ा गैप देकर थोड़ा पानी पिएं। पुन: आवृत्ति दोहराएं। नियमित अभ्यास से आपमें तनाव कम रहेगा।

व्यायाम नियमित करें :

नियमित व्यायाम से तनाव बढ़ाने वाले हार्मोंस का उत्पादन कम होता है इसलिए तनाव से दूरी रखने और चिल रहने के लिए नियमित व्यायाम आवश्यक है। व्यायाम शरीर और मन दोनों को दुरुस्त रखता है। व्यायाम में आप सैर, मेडिटेशन, योगा, एरोबिक्स कुछ भी अपना कर नियमित करें।

मालिश भी तनाव को कम करता है :

सिरदर्द और नींद ना आना तनाव के मुख्य लक्षण हैं। जब कभी ऐसा महसूस हो, सिर की मालिश हल्के हाथों से करें या करवाएं। इसी प्रकार फुल बॉडी मसाज भी आपकी मांसपेशियों को रिलैक्स बनाता है। सिर में मालिश करवाने से रक्त संचार बढ़ता है जिससे सिर दर्द में राहत मिलती है। फिर नींद भी अच्छी आती है।

सकारात्मक बनें :

हम कैसा सोचते हैं, इसका प्रभाव हमारे कार्य और मूड पर पड़ता है। अगर आप नकारात्मक सोच रखते हैं तो तनावग्रस्त रहेंगे और तनावग्रस्त रहने पर कोई भी काम सही नहीं होगा। मूड भी खराब रहेगा, इसलिए नकारात्मक सोच को हावी न होने दें। खुशहाल जिंदगी के लिए सकारात्मक सोच का होना जरूरी है। आसपास माहौल भी सकारात्मक बनाए रखें और मित्र भी सकारात्मक सोच वाले बनाएं।

एक ही समय में अधिक काम न करें :

दिमाग पर एक ही समय में बहुत से काम करने का बोझ न डालें। इससे आप जल्दी तनावग्रस्त हो जाएंगे। टेलेंटेड कहलाने के चक्कर में बहुत सारे काम हाथ में न लें। इससे तनावग्रस्त होकर काम की गुणवत्ता प्रभावित होती है। जितना भी करें, तनावरहित करें।

रूचिकर कामों के लिए समय निकालें :

दिन भर की भागदौड़ में या आगे निकलने के चक्कर में हम अपनी रूचि वाले कामों के लिए समय नहीं निकाल पाते जिस कारण कुछ समय बाद हमें चिड़चिड़ापन होने लगता है और तनाव हमारे अंदर स्थान बनाना शुरू कर देता है। इससे बचने के लिए अपनी हॉबीज के लिए समय निकालें और स्वयं को तनावमुक्त रखें।

जीवन में कुछ मौज मस्ती करें :

प्राइवेट और एमएनसी में नौकरी करने वालों को दिन में 9 से 10 घंटे काम और आने जाने में 2 से 3 घंटे लग जाते हैं जिससे कछ समय बाद उनकी दिनचर्या उबाऊ होने लगती है। उन्हें न काम में मजा आता है, न जिंदगी में। ऐसे हालात उन्हें तनावग्रस्त बना देते हैं।
इससे बचने के लिए अपनी दिनचर्या में कुछ समय बाद बदलाव लाएं ताकि तनाव या उबाऊपन आप पर हावी न हो। वीकेंड पर परिवार या दोस्तों के साथ मॉल घूमने जाएं, पिक्चर देखें। दो माह के अंतराल में एक लांग वीकेंड पर आसपास कहीं चले जाएं ताकि शरीर और दिमाग को आराम मिल सके और अपनी नियमित दिनचर्या में बदलाव महसूस कर सकें। एडवेचर गेम खेलें। कुछ नया करने या पाने का प्रयास करें।

खूब हंसें :

हंसने से हमारे शरीर मे ऐसे हार्मोनल न्नव होते हैं जो हमें तनावमुक्त करते हैं। इसके लिए कामेडी शो, कामेडी मूवीज देखें। चुटकले पढ़ेÞं और प्रकृति का पूरा आनंद उठाएं। प्रकृति को सराहें कि कितना कुछ प्रकृति ने आपको दिया है। विशेषज्ञों के अनुसार खुलकर हंसना 15 मिनट के व्यायाम के बराबर होता है।

स्ट्रेस फ्री रहने के कुछ अन्य उपाय

  • कुछ मीठा खाएं।
  • रिलैक्सेशन के लिए समय निकालें।
  • पौष्टिक आहार नियमित लें।
  • अपनी क्षमतानुसार काम करें।
  • मनपसंद म्यूजिक सुनें और गुनगुनाएं।
  • अपने प्रिय दोस्त से अपने भावों को शेयर करें ताकि मन हल्का रहे।
  • अपने प्रिय मित्रों और संबंधियों के साथ कुछ समय बिताएं।
    सुनीता गाबा

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