सुबह जल्दी उठें, स्वस्थ रहें

प्रत्येक मनुष्य यह चाहता है कि वह स्वस्थ रहे और लम्बी आयु जिए। वैसे तो मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए बहुत से तरीके हैं मगर सुबह जल्दी उठना सबसे आसान उपाय है। सुबह सूर्य निकलने से पहले उठना स्वास्थ्य हेतु अति हितकारी माना जाता है।

शौच आदि से निवृत्त होकर प्रात: सैर के लिए निकला जा सकता है। योगासन व व्यायाम भी शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत उत्तम है। सुबह के समय मांसपेशियां तनावमुक्त होती हैं और उनमें व्याप्त लोचशीलता व्यायाम के लिए अति उपयुक्त रहती है।

त: देर से जागने से व्यक्ति के दिलो दिमाग पर आलस्य हावी रहता है, जबकि सुबह जल्दी जागने वाले व्यक्ति में इसकी अपेक्षा ताजगी होती है। वैसे भी इस समय मन एकदम शांत और प्रसन्न होता है। सुबह जल्दी उठने से याददाश्त भी तेज होती है। छात्र-छात्राएं सूर्य निकलने से पूर्व उठकर पढ़ाई करें तो वे परीक्षा की अच्छी तैयारी कर सफलता पा सकते हैं।
दिनभर की भागदौड़ एवं जल्दबाजी से मुक्ति पाने का सबसे अच्छा तरीका है कि जल्दी उठा जाए।

प्रात: काल उठने से व्यक्ति अपने महत्त्वपूर्ण कामों को आसानी से चिंतामुक्त होकर पूरा कर लेता है। इस समय वायु-प्रदूषण एवं ध्वनि-प्रदूषण की समस्या न के बराबर होती है। सुबह की ताजी हवा में लम्बे सांस लेना शायद इसलिए हितकारी माना गया है।

देर से उठने वाला व्यक्ति स्वयं ही अनेक बीमारियों को निमंत्रण दे डालता है, क्योंकि देर से उठने पर ऐसा महसूस होता है कि दिन बहुत छोटा है और वह प्रत्येक कार्य जल्दबाजी में निपटाता है। दिनभर व्यस्त रहने के कारण व्यक्ति न तो ढंग से आराम कर पाता है व न ही ढंग से खा पी सकता है। इस प्रकार अनेक प्रकार की बीमारियां उसे घेरे रहती हैं।

आज का काम कल पर छोड़ने की प्रवृत्ति को भी बढ़ावा देता है, देर से उठना क्योंकि देर से उठने पर व्यक्ति काम को ढंग से नहीं कर पाता। वह धीरे-धीरे काम से जी चुराने लगता है और निठल्लेपन की प्रवृत्ति उसके अंदर घर कर जाती है।
जल्दी सोकर जल्दी उठने वाला व्यक्ति स्वस्थ एवं बुद्धिमान बनता है क्योंकि वह दिनभर सक्रिय रहता है और आलस्य उसके पास तक नहीं फटकता।

वैसे तो आजकल मनुष्य की दिनचर्या में बहुत परिवर्तन आ गया है और उसके लिए रात को जल्दी सोना काफी कठिन है मगर प्रयास यही होना चाहिए कि रात को जल्दी सोकर सुबह जल्दी उठा जाए। रात को जल्दी सोने से शरीर को पूर्ण विश्राम मिल जाता है और शीघ्र जागने में मदद भी मिलती है। इससे अनिद्रा की समस्या भी नहीं होती। प्रात: शरीर की मांसपेशियां एवं अन्य तंत्र ताजगी लिए होते हैं।

अक्सर कहा जाता है कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का वास होता है। शारीरिक अस्वस्थता अनेक मानसिक बीमारियों का भी कारण बन जाती है। यदि रात को देर से सोएं और सुबह जल्दी उठें तो इससे शरीर को लाभ की बजाय हानि ही होगी क्योंकि व्यक्ति को पूरी नींद नहीं मिल पाती और व्यक्ति का मन चिड़चिड़ा हो जाता है और वह अपने महत्त्वपूर्ण कार्य ठीक ढंग से पूर्ण नहीं कर पाता।

शरीर व मन दोनों को स्वस्थ रखने हेतु जरूरी है कि समय पर सोएं और सुबह जल्दी उठें। यह इस प्रकार से भी लाभदायक है कि जल्दी उठकर व्यक्ति महत्त्वपूर्ण कार्यो को करने से पूर्व भलीभांति सोच विचार कर सकता है, क्योंकि उसके पास इसके लिए पर्याप्त समय होता है।

इससे व्यक्ति अपनी दिनचर्या को सुचारू रूप से नियोजित कर कार्यों को अंजाम दे सकता है। शरीर को स्वस्थ रखने का कारगर उपाय है – व्यायाम। यह करना तभी संभव हो सकता है जब सुबह जल्दी उठा जाए। शरीर व मन को सदैव निरोग व प्रसन्नचित रखने के लिए सुबह जल्दी उठें।
भाषणा गुप्ता

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