काम के साथ रखें फिटनेस का ध्यान
भागदौड़ भरी जिंदगी में वर्किंग लोगों के पास अपनी सेहत या फिट रहने का बिलकुल समय नहीं होता। घर, आॅफिस और दूसरे कामों में दिन इतनी तेजी से बीत जाता है कि पता ही नहीं चलता। समय ही नहीं होता कुछ और सोचने का।
ऐसे में सबसे ज्यादा इग्नोर आप स्वयं को करते हैं। उसका परिणाम कुछ समय बाद स्वयं को ही भुगतना पड़ता है और तब कई परेशानियां घेर लेती हैं। बेहतर यही होगा कि उस बिजी शेड्यूल में से कुछ वक्त अपनी फिटनेस के लिए निकालें ताकि भविष्य में आने वाली हेल्थ संबंधी परेशानियों से स्वयं को बचा कर रख सकें।
नींद का पूरा न होना, अपनी क्षमता से अधिक काम करना, घंटों बैठकर टीवी देखना, कंप्यूटर के आगे बैठना, शिथिल जीवन शैली और न जाने कितने अन्य कारण हैं जो हमारी सेहत पर बुरा प्रभाव डालते हैं। समय रहते सावधान होना ही हम सब की सेहत के लिए बेहतर है।
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नींद पूरी लें
लंबे समय तक नींद पूरी न होने से भी कई परेशानियां हो सकती हैं। कुछ लोगों के काम करने के घंटे अधिक होते हैं और कार्यस्थल से घर तक की दूरी भी काफी होने के कारण उन्हें सुबह जल्दी निकलना पड़ता है और रात्रि में देर से घर लौटना पड़ता है। ऐसे लोगों को नींद पूरी न होने की शिकायत स्वाभाविक रहती है।
इन लोगों को आते-जाते समय चार्टर्ड बस में या लोकल ट्रेन में आंखें बंद कर सोने की कोशिश करनी चाहिए। लगातार नींद पूरी न होने से शरीर और दिमाग सुस्त, एकाग्रता में कमी आती है। अपने बेडरूम में टीवी न रखें। लैपटॉप और कंप्यूटर भी न रखें। खाने और सोने में दो से तीन घंटे का अंतराल रखें। रात्रि में हल्का सुपाच्य भोजन लें। सोने और उठने का समय तय रखें। छुट्टी वाले दिन थोड़ा लेट उठकर नींद पूरी करें।
सैर और व्यायाम जारी रखें
नौकरी करने वाले लोगों के पास सैर और व्यायाम का समय ही नहीं बचता, यह बात सच है, पर फिट रहने के लिए कुछ समय तो आपको मैनेज करना ही पड़ेगा, जैसे जिम न जाकर पार्क में ब्रिस्क वॉक ले सकते हैं। लिफ्ट के स्थान पर सीढ़ियों से उतर चढ़ सकते हैं जिससे बॉडी शेप में बनी रह सके। पजÞल खेलकर अपनी दिमागी कसरत कर सकते हैं।
अगर आॅफिस में जिम हो या मेडिटेशन-योगा होता हो तो उसका लाभ उठाएं। घर पर, आॅफिस में अपने छोटे-छोटे काम स्वयं निपटाएं ताकि शरीर हिलता डुलता रह सके। कुछ भी संभव न हो तो प्रात: कुछ समय जल्दी निकल कर आॅफिस से एक स्टॉप पहले उतर कर पैदल जाएं। ऐसे ही शाम में भी कर सकते हैं।
पौष्टिक आहार
फिटनेस के लिए आहार का पौष्टिक होना भी जरूरी है। अगर आपको पौष्टिक आहार की परिभाषा समझ न आए तो किसी न्यूट्रीशियन से अपने काम, वजन और उम्र के अनुसार अपनी डाइट प्लान करवायें। नाश्ता पौष्टिक लें जैसे दलिया (मीठा-नमकीन) अंकुरित अनाज दालें, फल, दूध, ओट्स विद् मिल्क, सब्जियों और चीज वाला सेंडविच आदि।
मोटे लोगों को फैट वाली डाइट नहीं लेनी चाहिए। खाने में कम आॅयल में बनी सब्जी, दाल, डबल टोंड दूध की दही, लस्सी, सलाद आदि लेना चाहिए। दिन में स्रैक्स लेने का मन करे तो भुने चने-मुरमुरे, रोस्टेड नमकीन सीमित मात्र में लें। खाना खाने के आधे या 1 घंटे बाद गुनगुना पानी पिएं ताकि भोजन के साथ गए फैट्स शरीर में जमने न पाएं और शरीर को शुद्ध रखने में मदद भी होगी।
अगर शरीर से टाक्सिंस निकलते रहेंगे तो पाचन क्रि या भी ठीक काम करेगी, त्वचा पर चमक भी बनी रहेगी। प्रात: 1 गिलास गुनगुने पानी में आधा नींबू और 1 छोटा चम्मच शहद मिलाकर पीने से पेट भी साफ रहता है और शरीर में एनर्जी लेवल भी ठीक बना रहता है। धूम्रपान और शराब का सेवन नहीं करना चाहिए। इसमें आप परिवार के सदस्यों, मित्रों और डाक्टर की मदद ले सकते हैं।
इंटरनेट से बचकर रहें
पिछले कुछ समय से लोग इंटरनेट का प्रयोग लेट नाइट में करने लगे हैं क्योंकि परिवार के अन्य सदस्य सो जाते हैं। इंटरनेट पर काम करने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। कंप्यूटर पर अधिक समय बिताने से आंखों, कमर, गर्दन और शरीर के अन्य हिस्सों पर भी प्रभाव पड़ता है। अगर आप आधा या एक घंटा इंटरनेट का प्रयोग करते हैं तो ठीक है। शोधकर्ताओं के अनुसार इंटरनेट के अधिक प्रयोग से शरीर आलसी बनता है और मोटापा बढ़ता है। -नीतू गुप्ता