दृढ़ संकल्प का प्रतीक है विजयदशमी
दृढ़ संकल्प का प्रतीक है विजयदशमी Vijayadashami
सत्य को जानने, समझने और अपनाने का साहस और संकल्प शायद हम सभी में चूकता जा रहा है जबकि विजयदशमी इसी साहस और संकल्प का महापर्व है।...
31 वर्ष का सुनहरी सफर ‘जंगल में मंगल’ -सम्पादकीय
31 वर्ष का सुनहरी सफर ‘जंगल में मंगल’ -सम्पादकीय
शाह सतनाम शाह मस्तान जी धाम व मानवता भलाई केन्द्र डेरा सच्चा सौदा MSG DSS Editorial
डेरा सच्चा सौदा आज पूरी दुनिया में रूहानियत व इन्सानियत के...
Rivers: जीवनदायिनी नदियां
life giving rivers जीवनदायिनी नदियां नदियां प्राचीन काल से ही माँ की तरह इन्सान ही नहीं, अपितु प्रकृति के हर जीव-जंतु का भरण-पोषण करती आ रही हैं। यह नदियां ही हैं जिनकी बदौलत सभ्यताएं...
ULIP यूलिप: पैसा दोगुना और मिलेगा लाइफ इंश्योरेंस
ULIP: Money doubled and life insurance available यूलिप: पैसा दोगुना और मिलेगा लाइफ इंश्योरेंस
यूलिप यानी यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान में आम लोगों की रुचि पिछले कुछ बदलावों के बाद फिर से बढ़ी है। इस...
पार्सल और कूरियर फ्रॉड से रहें सावधान
पार्सल और कूरियर फ्रॉड से रहें सावधान
पार्सल फ्रॉड एक धोखाधड़ी है जिसमें ठग लोगों को आॅनलाइन या फोन कॉल के माध्यम से पैसे निकालने के लिए धोखा देते हैं। आमतौर पर ठग निम्नलिखित तरीकों...
पौधारोपण में डेरा सच्चा सौदा का नहीं कोई सानी 17 सालों में लगाए करोड़...
पौधारोपण में डेरा सच्चा सौदा का नहीं कोई सानी 17सालों में लगाएकरोड़ पौधे
पर्यावरण संरक्षण को लेकर डेरा सच्चा सौदा का पौधारोपण अभियान अपने 17 वर्ष पूर्ण कर चुका है, जो अब तक पूरी दुनिया...
नहीं बदलती हकीकी मय -सम्पादकीय
नहीं बदलती हकीकी मय -सम्पादकीय
पूजनीय परमपिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज सच्चे रहबर द्वारा रचित ग्रंथों में दर्ज एक कव्वाली में आता है, ‘बदलदी मय हकीकी नहीं, पैमाना बदलदा रहिंदा। सुराही बदलदी रहिंदी मयखाना...
Artillery: आज भी धरोहर हैं हमारी प्राचीन तोपें
आज भी धरोहर हैं हमारी प्राचीन तोपें Artillery
भारत में तोपों का प्रचलन काफी पुराना है। बाबर के आने से पहले गुजरात के राजाओं द्वारा तोपों का प्रयोग किया जाता था। वैसे तो हुमायूं के...
criteria of scholarship: विद्वत्ता की कसौटी
criteria of scholarship विद्वत्ता की कसौटी
मनुष्य के लिए उचित यही है कि वह अपनी योग्यता और अनुभव को अपने घर-परिवार, बन्धु-बान्धवों, देश और समाज में बांटे। इससे उसे अपना जीवन संवारने के साथ-साथ दूसरों...
सुअवसर का लाभ उठाएं
सुअवसर का लाभ उठाएं
अवसर को चूकने वाले मनुष्य से बढ़कर मूर्ख और कोई नहीं होता। इस बात से इन्कार नहीं किया जा सकता कि मनुष्य अपनी मूर्खता को ढकने के लिए सौ-सौ बहाने बनाता...