Bay leaves

बगीचे में उगाएं तेज पत्ता Bay leaves – तेज पत्ता का उपयोग विभिन्न व्यंजनों में स्वाद बढ़ाने के लिए किया जा सकता है। इसे दाल, करी और सूप इत्यादि में डाला जाता हैं। लेकिन क्या आपको पता हैं, इसे घर पर उगाना बहुत ही आसान है। थोड़ी सी मेहनत और ध्यान से आप अपने घर में ताजे तेज पत्ते उगा सकते हैं। यहां हम आपको बताएंगे कि कैसे आप अपने घर पर तेजपत्ता उगा सकते हैं। तेजपत्ता के पौधे को धूप में रखना चाहिए, इसलिए इसे ऐसी जगह पर लगाएं जहां उसे अच्छे से धूप मिले। बालकनी, छत या बगीचे का एक कोना इसके लिए सही स्थान हो सकता है।

मिट्टी की तैयारी

तेजपत्ता के पौधे के लिए अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी आवश्यक है। सामान्य बगीचे की मिट्टी में थोड़ा रेत और कम्पोस्ट मिलाकर इसका मिश्रण तैयार करें। मिट्टी में नमी बनाए रखें लेकिन इसे पानी में भीगने न दें।

पौधे की तैयारी

तेजपत्ता के पौधे को बीज या कटिंग से उगाया जा सकता है। बीज से उगाने पर इसमें अधिक समय लगता है, इसलिए कटिंग से उगाना आसान होता है। कटिंग के लिए स्वस्थ पौधे से एक 6-8 इंच लंबी शाखा काटें और इसे पानी में डाल दें जब तक कि जड़ें विकसित न हो जाएं।

रोपण की तैयारी

जब जड़ें विकसित हो जाएं, तो इसे तैयार मिट्टी में रोपें। गमले में लगाने पर गमले का आकार बड़ा होना चाहिए, ताकि पौधे को पर्याप्त जगह मिल सके।

Also Read:  पत्तेदार हरी सब्जियां खाएं, स्वस्थ रहें

खाद और जल

तेजपत्ता के पौधे को नियमित रूप से पानी दें, लेकिन यह ध्यान रखें कि मिट्टी ज्यादा गीली न हो। गर्मियों में पानी की मात्रा बढ़ा दें और सर्दियों में कम करें। हर 2-3 महीने में कम्पोस्ट या जैविक खाद डालें।

रोग और कीट

तेजपत्ता के पौधे पर कीटों का आक्रमण हो सकता है। इसके लिए नीम के तेल का छिड़काव करें या किसी जैविक कीटनाशक का उपयोग करें। पौधे की पत्तियों को नियमित रूप से जांचें और समय-समय पर उन्हें साफ करते रहें।

पत्तियों की कटाई

जब पौधा 2-3 फीट लंबा हो जाए और पत्तियां अच्छी तरह विकसित हो जाएं, तो आप पत्तियों की कटाई कर सकते हैं। पत्तियों को सावधानी से काटें ताकि पौधे को नुकसान न पहुंचे। ताजा पत्तियों का उपयोग करें या उन्हें सुखाकर रख लें।

नियमित देखभाल

तेजपत्ता का पौधा अधिक देखभाल नहीं मांगता, लेकिन इसे स्वस्थ रखने के लिए नियमित रूप से पानी, खाद और कीट प्रबंधन की जरूरत होती है। इसके अलावा, समय-समय पर मिट्टी को नरम करने और पौधे की छंटाई करने से यह स्वस्थ बना रहता है।