Tadasana

शरीर की लंबाई बढ़ाने के लिए करें ताड़ासन

समय चक्र जैसे-जैसे आगे बढ़ रहा है, आदमी का कद वैसे-वैसे नीचे की तरफ जा रहा है। इसका कारण आज का खानपान कहें या मनुष्य के दैनिक क्रियाकलापों व गतिविधियों में बदलाव। कहते हैं कि किसी जमाने में 12 फीट या इससे भी लम्बे कद के आदमी भी होते थे, जोकि आज हमें कहानियां ही लगती हैं। हम भूतकाल में तो वापिस नहीं जा सकते, लेकिन कुछ हद तक अपने वर्तमान व भविष्य को तो सुधारने की क्षमता जरूर रखते हैं।

‘‘जिसको अच्छे स्वास्थय व लम्बे कद की है चाहत, वो अपनी दिनचर्या में डालें योगा की आदत।’’
पूज्य गुरु संत डॉ़ एमएसजी द्वारा कद को बढ़ाने के लिए बताई गई ताड़ासन की विधि को अपनाकर बहुत से लोगों ने फायदा उठाया है।

 

ताड़ासन की विधि:-

  • दोनों पैरों को जोड़कर खड़े हो जाएं।
  • दोनों हाथों की अंगुलियों को आपस में ग्रिप बनाएं।
  • पैरों की एड़ियों को ऊपर उठाते हुए और पंजों पर शरीर का संतुलन बनाते हुए साथ ही सांस भरते हुए ग्रिप किए हाथों को ऊपर उठाएं। ध्यान सामने एक जगह पर टिकाकर रखें।
  • 15 सैकेंड इस स्थिति में रुकें।
  • ऊपर रुकने के बाद सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे हाथों को नीचे ले आएं और एड़ियों को भी धरती पर टिकाएं।
  • 5 सैकेंड नीचे रुकने के बाद पुन: इस अभ्यास को दोहराएं।
  • इस अभ्यास को एक समय में 15 बार करना है। दिन में तीन बार सुबह, दोपहर व शाम को 15-15-15 बार करने से आपको कद बढ़ाने के अच्छे परिणाम हासिल हो सकते हैं।
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ताड़ासन के अन्य लाभ:-

  • साईटिका से दिलाए राहत।
  • शरीर के पोश्चर में सुधार।
  • पेट कम करता है।
  • रीढ़ की हड्डी के विकारों को दूर करता है।
  • शारीरिक व मानसिक संतुलन बनाता है।
  • जांघों, घुटनों व टखनों को मजबूत बनाता है।
  • अस्थमा के रोगियों के लिए फायदेमंद।

सावधानियाँ:

  • ताड़ासन खाली पेट करें अर्थात् सुबह नाश्ते से पहले, दोपहर को खाने से पहले और शाम को खाने से पहले या खाने के 2 घण्टे बाद कर सकते हैं।
  • खुले हवादार, स्वच्छ व रोशनी वाली जगह पर अभ्यास करेंं।
  • अभ्यास के दौरान आपके पैर में कोई मोच या चोट न लगी हो।
  • योगा में ताड़ासन के साथ-साथ त्रिकोणासन, धनुरासन व शंखमुद्रा को भी कद बढ़ाने में सहायक माना जाता है।

त्रिकोणासन की विधि

  • दोनों पैरों में दूरी बनाकर खड़े हो जाएं।
  • दाएं हाथ को दाएं पैर के पास रखें और बायां हाथ आसमान की तरफ सीधा करें।
  • ध्यान रहे दोनों हाथ एक-दूसरे के बराबर हो।
  • 30 सैकेंड एक तरफ रोकने के बाद दूसरी तरफ से भी करें।

धनुरासन की विधि

  • चटाई पर उल्टा लेट जाएं।
  • दोनों टांगों को मोड़ें और दोनों हाथों से दोनों पैरों को पकड़ें।
  • सांस भरते हुए धीरे-धीरे दोनों हाथों से पैरों को पकड़कर ऊपर उठाएं और रोकें।
  • 15 सैकेंड ऊपर रूकने के बाद साँस छोड़ते हुए नीचे ले आएं।
  • यह अभ्सास 3 बार करें।

शंख मुद्रा

  • शंख मुद्रा को गले व कान की कमियों को दूर करने के साथ-साथ कद बढ़ाने में भी सहायक है।
  • इसका अभ्यास दिन में 10-10-10 सैकेंड तीन बार करना चाहिए।