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वालपेपर से घर की सजावट में लाएं नयापन

दीवारें केवल चारदीवारी का हिस्सा नहीं होतीं, यह वह कैनवास हैं जिस पर आपकी शैली और पसंद की कहानी लिखी जाती है। दीवारों को सजाने के लिए वॉलपेपर आज एक ऐसा विकल्प बन गया है, जो न केवल आपकी जगह को सुंदर बनाता है, बल्कि इसे एक अनोखा और व्यक्तिगत स्पर्श भी देता है। सही वॉलपेपर का चयन और उसका इंस्टॉलेशन आपके घर को एक नई पहचान देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

आइए जानें, वॉलपेपर के चयन और इंस्टॉलेशन के कुछ खास पहलू।

वॉलपेपर का चयन: पहला कदम

वॉलपेपर का चयन करते समय आपकी प्राथमिकता यह होनी चाहिए कि यह आपके कमरे की थीम और माहौल से मेल खाता हो।

कमरे के उद्देश्य पर ध्यान दें:

यदि आप लिविंग रूम के लिए वॉलपेपर चुन रहे हैं, तो हल्के और जीवंत पैटर्न चुनें जो अतिथियों को आकर्षित करें। वहीं, बेडरूम के लिए शांत और सुकून देने वाले रंगों का चयन करें। बच्चों के कमरे के लिए कार्टून या मजेदार प्रिंट्स उपयुक्त होंगे।

रंगों और पैटर्न का संतुलन:

छोटे कमरे में हल्के रंगों और साधारण डिजाइनों का प्रयोग करें, जो स्थान को बड़ा दिखाने में मदद करते हैं। बड़े कमरे के लिए आप गहरे रंगों और बोल्ड डिजाइनों के साथ प्रयोग कर सकते हैं।

विभिन्न प्रकार के वॉलपेपर:

पेपर वॉलपेपर:

पेपर वॉलपेपर पारंपरिक और सबसे सामान्य प्रकार का वॉलपेपर है। यह पेपर से बना होता है और विभिन्न डिजाइनों, रंगों और पैटर्न्स में उपलब्ध होता है। यह पर्यावरण के अनुकूल होता है, लेकिन पानी और नमी से जल्दी खराब हो सकता है।

विनाइल वॉलपेपर:

विनाइल वॉलपेपर पानी और धूल प्रतिरोधी होता है, जिससे इसे रसोई और बाथरूम जैसे स्थानों में अधिक पसंद किया जाता है। यह काफी टिकाऊ और साफ करने में आसान होता है। इसकी चमकदार और मैट फिनिश में डिजाइन उपलब्ध होते हैं।

फैब्रिक वॉलपेपर:

फैब्रिक वॉलपेपर में सूती, रेशमी या लिनन जैसे कपड़े का इस्तेमाल होता है। यह कमरे में एक उच्च गुणवत्ता और विलासिता का अहसास देता है। हालांकि, इसकी देखभाल करना कठिन हो सकता है और यह धूल और गंदगी को अधिक आकर्षित करता है।

मेटल वॉलपेपर:

मेटल वॉलपेपर में धातु जैसे स्टील या एल्यूमीनियम की परत होती है, जो इसे एक आकर्षक और आधुनिक रूप देती है। यह किसी भी कमरे को शाही और सुरुचिपूर्ण रूप देता है, लेकिन इसकी सफाई में विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है।

थर्मल वॉलपेपर:

यह वॉलपेपर विशेष रूप से तापमान नियंत्रित करने के लिए डिजाइन किया गया होता है। यह गर्मी और ठंड को अंदर या बाहर रखने में मदद करता है। इसे खासतौर पर उन स्थानों में लगाया जाता है जहां तापमान में उतार-चढ़ाव होता है।

फोटो वॉलपेपर:

फोटो वॉलपेपर में एक बड़ी छवि होती है, जैसे की एक दृश्य या कला। यह दीवार पर चित्रित एक दृश्य के रूप में कार्य करता है और कमरे को आकर्षक बना देता है। यह किसी भी कमरे की सजावट को एक नया आयाम देता है।

3डी-वॉलपेपर:

3डी वॉलपेपर एक दृश्यात्मक प्रभाव पैदा करता है, जो दीवार को एक त्रिकोणीय और गहरे आकार में बदलता है। इसके डिजाइन और पैटर्न कमरे को दृश्य रूप से बड़ा और अधिक गहराई वाला बना देते हैं। यह आधुनिक सजावट में एक ट्रेंड बन चुका है।

इंस्टॉलेशन की प्रक्रिया

  • तैयारी है अहम: दीवार की सतह को चिकना और साफ करना सबसे पहला कदम है। दीवार पर किसी भी प्रकार की धूल, दरार या नमी का होना वॉलपेपर के चिपकने में बाधा बन सकता है।
  • माप और कटाई: वॉलपेपर को दीवार की ऊंचाई और चौड़ाई के अनुसार नापें और काटें। ध्यान रखें कि पैटर्न मेल खाते रहें, जिससे दीवारों पर एकसमान लुक बने।

चिपकाने का तरीका:

  • प्री-पेस्टेड वॉलपेपर: इसे केवल पानी में भिगोकर दीवार पर लगाया जा सकता है।
  • ग्लू-आधारित वॉलपेपर: इसके लिए अलग से गोंद की जरूरत होती है। इसे समान रूप से लगाना महत्वपूर्ण है।

इंस्टॉलेशन के टिप्स:

  • पहले ऊपरी हिस्से से शुरू करें और धीरे-धीरे नीचे की ओर चिपकाएं।
  • वॉलपेपर ब्रश या स्पैटुला की मदद से हवा के बुलबुले हटाएं।
  • किनारों पर विशेष ध्यान दें ताकि वॉलपेपर ठीक से चिपका रहे।
  • वॉलपेपर का चयन करते समय कमरे की फर्नीचर और एक्सेसरीज से उसका मेल सुनिश्चित करें। वॉलपेपर की सफाई नियमित रूप से हल्के गीले कपड़े से करें। वॉलपेपर को सीधी धूप और अत्यधिक नमी से बचाएं।