cervical व्यायाम जो दिलाए सरवाईकल में आराम
जितनी तेजी से हम भौतिकतावाद की तरफ बढ़ते जा रहे हैं, हमारी फिज़िकल एक्टिविटी उतनी ही कम होती जा रही है। इस वजह से हम अपनी शारीरिक क्षमता पर संदेह करने लगते हैं, जोकि गलत है। हमारी शारीरिक क्षमता हमारी दैनिक दिनचर्या पर निर्भर करती है, जिसके द्वारा हम जान सकते हैं कि हम कितने हृष्ट-पुष्ट हैं।
हम सुबह से लेकर शाम तक जिस शारीरिक स्थिति (पोश्चर) में रहकर कार्य करते हैं, काफी हद तक वह निर्धारित करती है कि हम आने वाले समय में कितने स्वस्थ रहेंगे। सार दिन बैड पर लेटकर या कुर्सी पर गर्दन झुकाए लगातार मोबाइल पर निगाहें गढ़ाए रखना हमारे लिए अत्यंत घातक है। दरअसल ऐसे पोश्चर में आपको पता ही नहीं चलता कि आपकी गर्दन की मांसपेशियों को कितनी मशक्कत करनी पड़ रही है। धीरे-धीरे यही जकड़न (स्टिफनैस) में बदल जाती है और अत्यंत पीड़ा का कारण बनती है। समय के साथ ही यह पीड़ा इतनी बढ़ जाती है कि गर्दन दाएं-बाएं घुमाने में भी बहुत ज्यादा मुश्किल होती है और कई बार चक्कर आते हैं। इसी अवस्था को ‘सरवाईकल’ कहा जाता है।

अब सोचने का समय आ गया है कि इस समस्या का समाधान कैसे किया जाए? क्यों न हम कुछ ऐसा करें कि जिससे सरवाईकल हमेशा के लिए दूूर चला जाए या फिर हमारी जिंदगी में कभी आकर तंग ही न करे।
Table of Contents
तो आइये जानते हैं सरवाईकल की कठिन पीड़ा से लड़ने के लिए एंटी सरवाईकल एक्सरसाईज:-cervical
पूज्य हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने स्वयं ईजाद करके यह एक्सरसाईज बताई है, जिसका रिजल्ट 100 प्रतिशत पॉजिटिव आ रहा है। इसके लिए जरूरी है एक्सरसाईज को नियम व विधि के अनुसार प्रतिदिन किया जाए।
cervical सरवाईकल का व्यायाम (लेटकर):
- इस एक्सरसाईज के लिए सबसे पहले किसी मेज या बैड का चयन करें।
- मेज या बेड पर सीधा लेट जाएं।
- चित्र में दिखाए अनुसार अपनी ऊपर वाली बॉडी को धीरे-धीरे नीचे की तरफ लटकाएं। अगर आपको ज्यादा दर्द है या आप पहली बार कर रहे हैं, तो लटकने के लिए किसी दूसरे व्यक्ति की सहायता अवश्य लें। 15 सैकेंड इस स्थिति में रुकें और धीरे-धीरे वापिस ऊपर आ जाएं।
- इस प्रक्रिया को एक समय में 3 से 4 बार करें। दिन में 3-4 बार करने से अच्छा परिणाम हासिल होगा।
cervical सावधानियां:
- यह व्यायाम एकदम झटके से न करें।
- इस क्रिया का समय धीरे-धीरे बढ़ाएं।
- जिनको चक्कर आते हैं, वह अपने पास किसी व्यक्ति को जरूर खड़ा रखें।
- समयावधि धीरे-धीरे 15 सैकेंड से बढ़ाकर 2 मिनट तक भी कर सकते हैं।
cervical लाभ:-
- यह सरवाईकल के साथ-साथ कंधों का भी अच्छा व्यायाम है।
- ब्लॅड सरकुलेशन सिर की तरफ जाने की वजह से मांइड तो रिलेक्स होता है, साथ ही बाल भी स्वस्थ रहते हैं व बालों की ग्रोथ के लिए भी अच्छा है।
- बैक पेन में भी राहत मिलती है।
- यह क्रिया कमर में जो कुब निकलता है, उसको कम करने में भी सहायक है।
नोट:- किसी रोगी व्यक्ति को इस क्रिया को करने से फायदा मिला हो या किसी विद्यार्थी या खिलाड़ी ने हायर अचीवमैंट हासिल की है, तो कृप्या अपना नाम व अनुभव सच्ची शिक्षा के पते पर भेजकर जरूर शेयर करें, ताकि और भी चाहवान व जरूरतमंद फायदा उठा सकें।
cervical सरवाईकिल का व्यायाम (खड़े होकर):
- सीधे खड़े हो जाएं।
- दोनों हाथों को ग्रिप करके, बाजुओं को सिर के ऊपर दिखाए गए चित्र अनुसार सीधा करें।
- अपनी निगाह मध्यम अंगुली पर रखें।
- 15 सैकेंड करें व फिर 15 सैकेंड विश्राम करें। एक बार में इस क्रिया को 3-4 बार करें। दिन में 3-4 बार जरूर करें।
- समय 15 सैकेंड से 2 मिनट तक बढ़ा सकते हैं।
इस व्यायाम को कम्पूयटर व मोबाइल पर काम करते वक्त बीच-बीच में करते रहने से आपकी कमर और आँखों को बहुत आराम मिलता है। इसलिए आॅफिस के वर्क रूटीन के चलते इन्हें अपनी दिनचर्या में जरूर शामिल करें, ताकि आप अपना कार्य पूरी तन्मयता से कर सकें व आपकी सेहत पर भी कुप्रभाव न पड़े। बहुत से लोगों ने इसे दिनचर्या में शामिल कर दर्द से निजात हासिल कर लिया है। और आप भी जरूर अपनाएंं । –नीलम इन्सां, योगा वर्ल्ड चैंपियन

































































