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घर स्वस्थ तो आप स्वस्थ

कीटाणुओं के बारे में चिंता करना गलत नहीं है। आप सोचिए कि अपने घर को उनसे कैसे बचा सकते हैं। यदि आप अपने घर को साफ करने के साथ-साथ कीटाणु-मुक्त करते हैं, तो आप अपने रहने की जगह से कीटाणुओं को दूर रखने के एक कदम करीब होंगे।

किसी के छींकने के बाद कीटाणु तीन फीट तक फैल सकते हैं और घर की अलग-अलग सतहों पर जाकर कई घंटों या फिर कई दिनों तक रह सकते हैं। साथ ही, परिवार का कोई सदस्य बाहर गया तो उनके कपड़े, हाथ, बैग आदि के साथ कीटाणुओं की घर में आने की संभावना बढ़ जाती है। आप अपने कमरों को साफ जरूर करते होंगे,

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लेकिन आपको अपने घर की बेहतर सफाई के लिए उसे साफ करने के साथ कीटाणु-मुक्त भी रखना होगा।

सेहत और हाइजीन का सीधा संबंध:

गृहविज्ञान विशेषज्ञों की मानें तो सेहत और हाइजीन का सीधा संबंध होता है। पर हाइजीन के संबंध में अधिकतर हमारा फोकस खुद को स्वच्छ रखने तक सीमित रह जाता है। सफाई करते समय या खाना बनाते समय कई ऐसी छोटी-छोटी बातें हैं, जिनकी रोज की लापरवाही हमारी हाइजीन संबंधी जानकारी पर सवाल उठाती है। घर में ही कई ऐसे खतरे वाले जगह हैं जो लंबे समय तक अछूते रह जाते हैं। खासतौर पर तापमान का बढ़ना और अधिक नमी कीटाणुओं को बढ़ावा देते हैं। आइए, आपको बताते हैं कि कैसे घर के सभी कोनों की सफाई करें।

एक बार में एक ही कमरे की सफाई करें:

सफाई की शुरूआत करने से पहले ध्यान रखें कि एक बार में एक ही कमरे की सफाई करें। इससे आप सभी कमरों को अच्छी तरह से साफ करने के साथ-साथ उन्हें स्वच्छ और कीटाणु-मुक्त भी रख सकते हैं। आप चाहें तो सफाई की शुरूआत घर की ऐसी जगह से कर सकते हैं जिसका उपयोग घर के सभी सदस्य करते हैं, फिर दूसरे कमरे की सफाई की तरफ बढ़ सकते हैं। सफाई के लिए अपने रोज के काम निर्धारित करें, जिससे आप सिर्फ़ अपने कमरों को ही नहीं, बल्कि उन सतहों को भी कीटाणु-मुक्त करें जो बार-बार छुई जाती हैं।

टेलीफोन केयर:

टेलीफोन का इस्तेमाल घर के सदस्य और मेहमान सभी करते हैं। अत: इन्हें रोज डिसइंफेक्टेड से साफ करना आवश्यक है। माउथपीस और ईयर फोन को खास तौर पर साफ करें। इससे फोन की सतह पर मौजूद कीटाणु नष्ट हो जाएंगे और फोन जर्म फ्री हो जाएगा।

टीवी केयर:

टीवी की सफाई शुरू करने से पहले मेन स्वीच आॅफ कर दें। टीवी साफ करने के लिए ग्लास क्लीनर का इस्तेमाल कर कर सकते हैं। इसके लिए कॉटन के कपड़े का प्रयोग करें। कुछ नए मॉडल्स में स्पेशल कोटिंग होती है। अत: आपको टीवी के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है तो बेहतर होगा कि मुलायम कपड़े से डस्टिंग करें। एलसीडी टीवी को सूखे मुलायम कपड़े से ही पोंछें। यदि दाग पड़ गया हो तो पहले पानी में विनेगर मिलाकर कॉटन के कपड़े से साफ करें, फिर तुरंत सूखे कपड़े से पोंछ दें। स्क्रीन को ज्यादा रगड़कर साफ न करें। इससे इसका पिक्सल डैमेज हो सकता है। टीवी स्क्रीन साफ करने के लिए न्यूजपेपर का इस्तेमाल न करें।

वॉशिंग मशीन केयर:

वॉशिंग मशीन की सफाई के लिए उसे खाली करके गरम पानी भरे, इसमें एक कप विनेगर मिलाएं और मशीन चला दें। थोड़ी देर चालू रखने के बाद मशीन बंद करें और उसमें आधा कप बेकिंग सोडा डालकर थोड़ी देर वॉश मोड पर चलाकर बंद कर दें। मशीन को एक घंटे तक ऐसे ही छोड़ दें। एक घंटे के बाद मशीन को रीस्ट्रार्ट करके पूरा वॉशिंग फिर चलाएं। मशीन बंद होने के बाद गीले कपड़े से पोंछकर अच्छी तरह साफ करें। वॉशिंग मशीन में कपड़े साफ करने के लिए माइल्ड डिटर्जेंट का ही प्रयोग करें

वॉटर फिल्टर:

वॉटर फिल्टर को महीने में एक बार अवश्य साफ करें। इसके लिए फिल्टर के प्यूरिफाइंग कैंडल्स को निकालकर गर्म पानी में माइल्ड सोप में धोएं। कैंडल्स में जमी गंदगी साफ करने के लिए सॉफ्ट कैंडल्स का इस्तेमाल करें। साफ करने के बाद पानी से धोकर सुखा दें। छह महीने में एक बार स्पेशलिस्ट से साफ कराएं।

बुक केयर:

बुक शेल्फ में ठूंस-ठूंस कर किताबें न भरें। केवल 60 फीसदी हिस्से में ही बुक्स रखें, शेष हिस्से को खुला ही रहने दें। बुक शेल्फ की डस्टिंग रोज करें। शेल्फ में बुक्स को खड़ा रखें, इससे उनका आकार ठीक रहता है। ज्यादा उपयोग में आनेवाली किताबों को आगे व कम उपयोग में आनेवाली किताबों को पीछे रखें।

कंप्यूटर केयर:

कंप्यूटर की सफाई से पूर्व सुनिश्चित कर लें कि वह पूरी तरह स्विच आॅफ हो। सप्ताह में एक बार कंप्यूटर मॉनीटर की स्क्रीन को डिसइंफेक्टेड से साफ करें और उसके पिछले हिस्से को वैक्यूम क्लीन करें। कीबोर्ड पर लगी धूल झाड़ने के लिए उसे उल्टा करें और हल्के हाथों से थपथपाएं। फिर सीधा करके कीज (कीबोर्ड) को भी डिसइंफेक्टेड से साफ करें। वैक्यूम क्लीनर के ब्लोअर से सीपीयू को साफ करें। इलेक्ट्रॉनिक इक्विपमेंट्स की सफाई के लिए बाजार में फाइबर ब्रश मिलते हैं, कंप्यूटर को इनकी सहायता से रोज साफ करें।

मोबाइल केयर:

हाथ गीले हों तो मोबाइल का उपयोग करने से पहले हाथ पोंछ लें। फोन गीला हो जाए तो पहले उसे बाहर से पोंछें और फिर फोन को अपने आप सूखने दें। यदि भीगते समय फोन आॅन या आॅफ की स्थिति में है, तो जब तक वह पूरी तरह सूख न जाए उसे इसी स्थिति में रहने दें। फोन भीगा हुआ हो तो इसका उपयोग न करें, क्योंकि इससे इसके कंपोनेंट्स शॉर्ट हो सकते हैं। यदि सूखने के बाद भी फोन सही ढंग से काम नहीं करता तो इसे आॅथराइ़ज्ड डीलर को दिखाएं। ज्यादा गर्मी की वजह से मोबाइल की बैटरी या ट्रांसीवर (वह हिस्सा, जो रेडियो तरंगों को कैच कर के उन्हें आॅडियो तरंगोें में बदलता है) खराब हो सकता है। इसी तरह बहुत अधिक ठंड की वजह से भी मोबाइल की कार्यप्रणाली पर असर पड़ सकता है।

आईपॉड केयर:

आईपॉड को प्लास्टिक कवर में रखें। इससे यह पानी से काफी हद तक सुरक्षित और साफ रहेगा। आईपॉड को साफ करने से पहले इसमें जुड़े सभी कॉर्डस को अनप्लग कर लें और ‘होल्ड’ का बटन दबाकर इसके सारे कंट्रोल्स को भी ‘लॉक’ कर दें। फिर हल्के गीले कपड़े से इसे पोंछ लें। आईपॉड का इस्तेमाल सामान्य तापमान पर करें। इनके उपयोग के लिए 32 से 95 डिग्री फॉरेनहाइट तक का तापमान उपयुक्त होता है। यदि आईपॉड के इस्तेमाल के दौरान इसका तापमान ऊपर बताए गए तापमान से ज्यादा हो जाता है तो यह खराब हो सकता है।

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