पौष्टिकता का खजाना मखाना -Makhana is a treasure of nutrition मखाना पौषक तत्वों से भरपूर एक जलीय उत्पाद है। इसे फाक्स नट या कमल का बीज भी कहा जाता है। जो तालाब,झील व दलदल में उगता है। पानी मेंं खेती होने से इसमें किसी भी तरह का कोई केमिकल फर्टिलाइजर का प्रयोग नहीं होता इसलिए यह एक आर्गेनिक फूड है। इसमें औषधीय गुण भी होते हैं। इसका बिहार राज्य में सर्वाधिक उत्पादन होता है। भारत में प्राचीन काल से ही व्रत और धार्मिक कार्यों में इसका इस्तेमाल होता आया है।
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मखाना प्रोटीन, कार्बोहाइडेट, फाइबर, आयरन और जिंक का एक अच्छा स्त्रोत है। Makhana Benefits
मधुमेह रोग में:
आजकल की खराब जीवनशैली होने के कारण लोगों को बहुत सी बीमारियां असमय ही घेर लेती हैं। मधुमेह रोग भी उनमें से एक है। मखाना मधुमेह के रोगियों के लिए उत्तम नाश्ता है। यह रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रण में रखता है।
उच्च रक्तचाप:
मखाने में पोटेशियम भरपूर होता है जो रक्तप्रवाह को संचालित करके रक्त दबाव को कम करता है और उच्च रक्तचाप से राहत दिलाता है। सोडियम पर भी यह नकारात्मक प्रभाव डालता है। जो व्यक्ति रक्तचाप, तनाव से पीड़ित है उन्हें मखाने का सेवन करना चाहिए, क्योंकि इसमें उपस्थित पोटेशियम की अधिक मात्रा होने से इन विकारों को कम करने में मदद करता है। सोडियम की कम मात्रा होने के कारण उच्च रक्तचाप वाले मरीजों के लिए इसका सेवन लाभप्रद है।
नींद न आना:
नींद न आना भी एक बहुत बड़ी समस्या है। नींद न आने के कारण तनाव बढ़ जाता है। मखाना एक प्राकृतिक शामक है जो अनिद्रा को दूर करना है। इसके सेवन से हमारी तंत्रिकाओं को आराम मिलता है और हमें अच्छी नींद आती है।
दस्त होने पर:
मखाने को दस्त ठीक करने में भी फायदेमंद माना जाता है। भुने हुए मखाने खाने से दस्त में लाभ मिलता है।
वजन कम करने में सहायक:
मखाने शक्ति व ऊर्जा का स्त्रोत होते हैं, लेकिन ये वजन को नियंत्रण में रखने में भी सहायक हैं। अल्पाहार के बदले में मखाने का सेवन करना एक स्वस्थ विकल्प है। प्रोटीन की अधिक मात्रा होने के कारण यह हमारे शरीर में फैट को कम करने में मदद करता है। प्रतिदिन नियमित रूप से एक कटोरी मखाने को स्नैक्स की तरह खाने से वजन कम होता है।
झुर्रियों से निजात:
मखाने का प्रयोग करके आप अपने बुढ़ापे को भी दूर कर सकते हैं। मखाने में मौजूद फलेवोनोड्स एंटी आॅक्सीडेंट होता है। यह मुक्त कणों से लड़ता है और उम्र बढ़ने की प्रक्रि या को धीमा करता है। मखाने त्वचा को पोषित कर झुर्रियों से निजात दिलाते हैं। अत: नियमित मखाने कर प्रयोग करें।
किडनी को मजबूत बनाता है:
फूल मखानों में मीठा बहुत कम होता है। जिसके कारण यह स्प्लीन को डिटाक्सीफाइ करता है। इसलिए किडनी की मजबूती और ब्लड को अच्छा बनाए रखने के लिए मखानों का प्रयोग अवश्य करें।
ध्यान दें:
जो लोग किसी भी तरह की कोई दवाई ले रहे हो उन्हें इसका सेवन चिकित्सक की सलाह पर ही करना चाहिए। मधुमेह के मरीज जो इंसुलिन लेते हैं उन्हें भी इसका सेवन डाक्टर के परामर्श के बिना नहीं करना चाहिए।
-शैली माथुर