गेहूँ ही नहीं, मल्टीग्रेन आटे को खाने की आदत डालिए
गेहूँ ही नहीं, मल्टीग्रेन आटे को खाने की आदत डालिए
गेहूं यूं तो सबसे पसंदीदा अनाज है लेकिन यदि आप तेजी से वजन कम करना चाहते हैं तो गेहूं की बजाय अन्य हेल्दी खानों को...
यहां मिलता है उपचार भी जीवन का उपहार भी | शाह सतनाम जी स्पेशलिटी...
यहां मिलता है उपचार भी जीवन का उपहार भी
कोरोना महामारी में मरीजों के लिए वरदान साबित हुआ शाह सतनाम जी स्पेशलिटी अस्पताल सरसा
कोरोना महामारी से उठे तूफान से दुनियाभर में दर्द की आहें सुनने...
अंतत: जीत सच की होती है | Happy Dussehra
अंतत: जीत सच की होती है
गहराई से देखें तो राम और रावण दोनों ही अलग अलग प्रतीक हैं। हम चाहे उन्हें मानव व दानव के रूप में देखें या आध्यात्मिक और भौतिकतावादी संस्कृतियों के...
परमार्थ की ऊंची मिसाल थे पूजनीय बापू जी 5 अक्तूबर 17वें परमार्थी दिवस पर...
परमार्थ की ऊंची मिसाल थे पूजनीय बापू जी 5 अक्तूबर 17वें परमार्थी दिवस पर विशेष
लोग जिन्दगी को दो तरह से जीते हैं, स्वार्थ में तथा या परमार्थ में। आज का युग महास्वार्थी युग है,...
अन्न की बर्बादी करने से बचें
अन्न की बर्बादी करने से बचें
भोजन जीवन के लिए बुनियादी आवश्यकता है। भरपेट पौष्टिक भोजन और इसकी सुरक्षा हर मनुष्य का बुनियादी अधिकार है। लेकिन आज तक ना तो गरीबी खत्म हुई है और...
एकता का संदेश देता है डेरा सच्चा सौदा -सम्पादकीय
एकता का संदेश देता है डेरा सच्चा सौदा -सम्पादकीय
देश-दुनिया में डेरा सच्चा सौदा प्रभु-भक्ति व मानव सेवा में अपने आप में एक मिसाल है। परम पिता परमात्मा की निरोल भक्ति इस दरबार की नींव...
…जब सुनहरी इतिहास बन गया यह दिन | 31वां पावन महा परोपकार दिवस (23...
...जब सुनहरी इतिहास बन गया यह दिन |
31वां पावन महा परोपकार दिवस (23 सितम्बर) पर विशेष
प्रकृति खुद खुदा, परमेश्वर की साजी हुई है और उसी के हुक्म में अपना कार्य कर रही है। यह...
सदाबहार चुस्ती-फुरती से जीना सीखें
सदाबहार चुस्ती-फुरती से जीना सीखें
भूख लगने पर ही खाएं:-
चुस्ती फुरती हेतु खाना तभी खाएं जब आप भूख महसूस करें। भूख न होने पर जबरदस्ती भोजन न ठूंसें। इससे शरीर आलसी होता है और पेट...
भारत में मार्केटिंग मैनेजमेंट में प्रमुख करियर ऑप्शन्स
भारत में मार्केटिंग मैनेजमेंट में प्रमुख करियर आॅप्शन्स
मार्केटिंग प्रोफेशनल्स के पास बड़े ब्रांड वाले कम्पनियों में काम करने का सुनहरा अवसर हमेशा रहता है। जैसे-जैसे उनका अनुभव बढ़ता जाता है, बड़े ब्रांड में काम...
आजादी की सहमी-सहमी दास्तां | India Independence Day
आजादी की सहमी-सहमी दास्तां India Independence Day
सदियों से भारत अंग्रेजों की दासता में था, उनके अत्याचार से जन-जन त्रस्त था। खुली फिज़ा में सांस लेने को बेचैन भारत में आजादी का पहला बिगुल 1857...