sirsa girl kanchan singla achieved 35th rank in upsc civil services examination - Sachi Shiksha

सपने भले ही बड़े हों मगर उन्हें सच साबित करने के लिए जुनून की आवश्यकता होती है, यह कर दिखाया है सरसा के कोर्ट कॉलोनी निवासी चार्टर्ड अकाउंटेंट अनिल सिंगला की बेटी कंचन ने, जिसने यूपीएससी की परीक्षा में आॅल इंडिया में 35वां रैंक हासिल किया है। कंचन ने यह कामयाबी 24 साल की आयु में प्राप्त की है।

कंचन ने यूपीएस की दूसरी बार परीक्षा दी। 2018 में दी पहली बार की परीक्षा में आईआरपीएस यानि इंडियन रेलवे पर्सनल सर्विस में चयन हुआ। कंचन एनएलयू दिल्ली से ला ग्रेजुएट है। वहां पर भी कंचन ने सात गोल्ड मेडल पाकर विश्वविद्यालय में प्रथम स्थान हासिल किया था। कंचन ने अपनी इस उपलब्धी का श्रेय अपनी कठोर मेहनत एवं अपनी दादी ब्रम्हाकुमारी शांति माता, माता-पिता व परिवार-जनों को दिया है। अनिल सिंगला ने बताया कि कंचन शुरू से ही टॉपर रही है। आठवीं सरसा से पास करने के बाद कंचन ने 9वीं कक्षा में पंचकूला के स्कूल में प्रवेश लिया। कंचन ने 12वीं परीक्षा चंडीगढ़ के गर्वनमेंट मॉडल स्कूल सेक्टर- 16 से पास की। उसके बाद पांच वर्षीय लॉ में एडमिशन लिया। कंचन ने सात गोल्ड मेडल पाकर यूनिवर्सिटी में प्रथम स्थान प्राप्त किया था।

आईएएस बनने का बचपन से ही था सपना: कंचन

कंचन ने बताया कि मेरा सपना आइएएस बनने का था। इसके लिए कड़ी मेहनत सकारात्मक सोच के साथ करती रही। परीक्षा के जो भी विषय थे। उनकी अच्छे से पढ़ाई करने के लिए समय निकालती थी। परीक्षा को लेकर कभी मन में तनाव नहीं रखा। वह रूटीन में 8 से 10 घंटे पढ़ाई करती थी। परिवार के सभी सदस्यों ने आगे बढ़ने के लिए हमेशा हौंसला दिया। जब पढ़ाई से बोरियत महसूस करती तो साइकिलिंग व डांस करती थी। मुझे डांस व साइकिलिंग का बहुत शौक है। कंचन ने कहा कि आईएएस बनने के बाद शिक्षा के लिए कार्य करूंगी। इसके लिए महिला शिक्षा को बढ़ावा देने का कार्य किया जाएगा।

घर पर तैयारी कर हासिल किया मुकाम

यूपीएससी की परीक्षा में सरसा के ओजस्वी ने 284 वां रैंक हासिल किया है। ओजस्वी के पिता राजकीय नेशनल कालेज में संगीत विषय के शिक्षक रहे हैं। ओजस्वी ने सफलता का श्रेय अपने शिक्षकों व अभिभावकों को दिया है। ओजस्वी ने वर्ष 2018 में आईटीआई दिल्ली इंजीनियरिंग की उपाधि हासिल की। इसके बाद घर पर रहकर बिना किसी कोचिंग के यूपीएससी की तैयारी की। परीक्षा को लेकर समय सारिणी बनाई। इसके बाद समय अनुसार पढ़ाई करता रहा। इसी के बदौलत यूपीएससी की दी पहली परीक्षा में ही 284वां रैंक हासिल किया। ओजस्वी ने कहा कि परीक्षा पास करने के बाद आज मुझे बहुत ही खुशी मिल रही है। ओजस्वी के पिता सुरेंद्र ने कहा कि यह दिन मेरे लिए यादगार बन गया है।

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