जरुरी है किचन में टाइम एंड स्पेस मैनेजमेंट -बड़े शहरों में अब घर छोटे होते जा रहे हैं क्योंकि बड़े शहरों में आसपास गांव के लोग भी रोजÞगार ढ़ूंढने के लिए शहर आ जाते हैं। ऐसे में आवास समस्या बढ़ती जा रही है। अब बड़े घरों के स्थान पर छोटे मल्टी स्टोरी फ्लैटों ने जगह ले ली है। संयुक्त परिवार भी बिखर कर एकल परिवार में सिमटते जा रहे हैं।

छोटे फ्लैट में बैड रूम, रसोई, ड्राइंग रूम सभी छोटे आकार के होते हैं। बड़े शहरों में महिलाएं भी अधिकतर कामकाजी होती हैं। भागदौड़ के युग में हर किसी के पास समय की कमी है। ऐसे में अधिक समस्याओं से महिला को ही जूझना पड़ता है क्योंकि उस पर दोहरी जिम्मेवारी जो आन पड़ती है। यदि आप थोड़ी सी समझदारी बरतें तो आप उस छोटे से घर को अच्छी तरह मैनेज कर सकती हैं।

बस अपनाएं टाईम मैनेजमेंट और स्पेस मैनेजमेंट के फार्मूले को।

  • दाल-चावल पकाने से पूर्व कुछ समय पहले भिगो देने से समय और गैस दोनों की बचत होगी।
  • जो खाने और नाश्ते में बनाना हो, उसे एक रात पहले प्लान कर लें। इससे सुबह-शाम सोचने का समय भी बचेगा और उस हिसाब से तैयारी करने में दिमाग भी खराब नहीं होगा।
  • बर्तनों को खाद्य पदार्थ की मात्रा अनुसार प्रयोग में लाएं ताकि गैस और समय दोनों को बचाया जा सके।
  • दाल बनाते समय पहले ही घी या मक्खन में जीरा, टमाटर, प्याज, अदरक भून कर दाल डालें ताकि तड़के में अलग समय खराब न हो और बर्तन भी कम जूठे हों और इतने में पहले दाल को भिगो दें।
  • यदि मेहमानों ने पहले सूचित कर आना हो तो मेन्यू पहले तैयार कर लें ताकि सोचने का समय बच सके और बाजार से पहले सब अरैंज कर के रख लें। हो सके तो मसाले आदि एक रात पहले तैयार कर फ्रिज में रख दें। सलाद समय रहते काट कर टपरवेयर डिब्बे में रख स्टोर कर लें।
  • डेजÞर्ट (मीठा) जो भी बनाना हो, उसे ठंडा करने के लिए काफी समय की आवश्यकता होती है, उसे पहले प्लान कर तैयार कर लें। यदि समय की कमी है तो कुछ मीठा बाजार से मंगवा कर रख लें।
  • यदि रसेदार सब्जी बनानी है तो एक तरफ मसाला भूनें और दूसरी तरफ करी के लिए पानी उबलना रख दें। मसाला और सब्जी भुन जाने पर उबला पानी डाल दें। सब्जी जल्दी तैयार हो जाएगी।
  • टी. वी. आदि देखते समय मटर छील कर रख दें। सब्जी काट कर फूड ग्रेडेड प्लास्टिक थैली में रख दें या टाइट डिब्बों में रख दें। दाल, चावल, मसाले भी पहले से ही साफ कर डिब्बों में भर कर रख दें, ताकि बनाते समय, समय बचाया जा सके। प्याज, लहसुन भी काटकर टाइट डिब्बों में रख सकते हैं। टमाटर सस्ते होने पर टॉमेटो प्यूरी बना कर फ्रीजर में रख दें। चाहें तो बर्फ जमाने वाली ट्रे में टॉमेटे प्यूरी भर दें, फिर क्यूबज को एअर टाइट डिब्बे में भरकर फ्रीजर में रख दें और आवश्यकतानुसार प्रयोग करते रहें।
  • माचिस, मोमबत्ती, लाइटर, चाकू, कैंची, बोतल ओपनर ऐसे स्थान पर रखें जहां से आसानी से उठा कर प्रयोग में लाया जा सके। हो सके तो लाइटर, कैंची, चाकू आदि को होल्डर में लटका दें। ढूंढने में आसानी होगी।
  • किचन में गैस चूल्हे के नीचे छोटी शैल्फ बनवा लें। रोजÞ प्रयोग में आने वाली वस्तुओं को उसमें रख सकते हैं।
  • बर्तनों का स्टैंड हमेशा सिंक के साथ लगवाएं ताकि बर्तन साफ होने के बाद साथ साथ संभल जाएं। बर्तन स्टैंड पर बच्चों के टिफिन रखें ताकि सुबह सवेरे उन्हें आसानी से प्रयोग में लाया जा सके।
  • प्रतिदिन प्रयोग में आने वाले कांच के बर्तन जैसे (कुछ) कप और गिलास भी रसोई में रखें।
  • प्लास्टिक रैक में प्याजÞ, आलू भर कर रख सकते हैं और प्रतिदिन प्रयोग में आने वाले सूखे मसाले भी रख सकते हैं। चीनी, चायपत्ती भी सूखे मसालों वाले रैक में रखें ताकि चाय बनाते समय या सब्जी बनाते समय इधर-उधर ढूंढना न पड़े।
  • बड़े बर्तन को चीनी, चावल के डिब्बों को पीछे रखें। आवश्यकता पड़ने पर उन्हें निकालें। रोजमर्रा की जरुरत अनुसार उन्हें छोटे डिब्बों में रखें।
  • ब्लैंडर आदि को दीवार पर होल्डर में लटका दें ताकि रसोई की स्लैब साफ रहे। तवा, चकला, बेलन धोकर गैस-चूल्हे के साथ रखें।
    -नीतू गुप्ता

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