आया दिन प्यारा-प्यारा… सम्पादकीय
आया दिन प्यारा-प्यारा... सम्पादकीय
जब से सृष्टि की रचना हुई है सच्चे रूहानी संत-महापुरुष, गुरु, पीर-फकीर भी तब से ही रूहों के उद्धार और संसार व समाज के कल्याण के लिए सृष्टि पर अवतार धारण करते...
दृढ़ यकीन है रूहानियत में कामयाबी का फार्मूला – Editorial
सतगुरु और सतगुरु के वचनों पर जिसे भरोसा, दृढ़ यकीन होता है वही रूहानियत में कामयाबी हासिल करता है। संतों की शिक्षा का यही सार है कि ‘गुरू कहे करो तुम सोइ...।’ Editorial
मनमत के...
ULIP यूलिप: पैसा दोगुना और मिलेगा लाइफ इंश्योरेंस
ULIP: Money doubled and life insurance available यूलिप: पैसा दोगुना और मिलेगा लाइफ इंश्योरेंस
यूलिप यानी यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान में आम लोगों की रुचि पिछले कुछ बदलावों के बाद फिर से बढ़ी है। इस...
न्यूजीलैंड के सेवादारों ने कंटेनरों में भेजी राहत सामग्री -टोंगा आइलैंड त्रासदी
न्यूजीलैंड के सेवादारों ने कंटेनरों में भेजी राहत सामग्री -टोंगा आइलैंड त्रासदी
आॅकलैंड/न्यूजीलैंड (रंजीत इन्सां)। गत माह टोंगा आइलैंड पर फटे ज्वालामुखी के कारण सुनामी के प्रकोप ने इस छोटे से द्वीप पर तबाही मचा...
Unique identity: बनाएं अपनी विशिष्ट पहचान
बनाएं अपनी विशिष्ट पहचान
समान योग्यता के प्रतिस्पर्धी आपसे पिछड़ सकते हैं बशर्ते अपने पक्ष को आप सुंदर तरीके से सहजता और शालीनता से रखें। प्रतिस्पर्धा के इस युग में अपने को बेहतर सिद्ध करने...
सतगुरु जी ने अपने शिष्य की लाज रखी – सत्संगियों के अनुभव
सतगुरु जी ने अपने शिष्य की लाज रखी - सत्संगियों के अनुभव
पूजनीय परमपिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज की अपार रहमत
प्रेमी सुखदेव सिंह फौजी इन्सां पुत्र सचखण्ड वासी बंत सिंह गांव घुम्मण कलां जिला...
जिंदाराम के लीडर सज आए रूह परवर पिता |पावन महा रहमो-करम दिवस विशेष
जिंदाराम के लीडर सज आए रूह परवर पिता |पावन महा रहमो-करम दिवस विशेष
डेरा सच्चा सौदा के लिए 28 फरवरी का दिन माननीय शोहरतों से भरपूर अति रमणीक दिन है। पूजनीय बेपरवाह शाह मस्ताना जी...
खाना खिलाने का भी होता है सलीका
खाना खिलाने का भी होता है सलीका
जीने के लिए जितना जरूरी है हवा और पानी, उतना ही जरूरी है भोजन। भोजन के बिना तो जिन्दगी की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। लोग...
Artillery: आज भी धरोहर हैं हमारी प्राचीन तोपें
आज भी धरोहर हैं हमारी प्राचीन तोपें Artillery
भारत में तोपों का प्रचलन काफी पुराना है। बाबर के आने से पहले गुजरात के राजाओं द्वारा तोपों का प्रयोग किया जाता था। वैसे तो हुमायूं के...
पावन एमएसजी सत्संग भंडारा -सम्पादकीय
पावन एमएसजी सत्संग भंडारा -सम्पादकीय
संत सृष्टि पर मानवता के प्रति हमेशा उपकार ही करते हैं, करते आए हैं और हमेशा अपने अपार रहमो-करम से जीवों (जीव-जंतुओं, पशु-पक्षियों, जानवरों व इन्सानों अर्थात् समस्त जीव-सृष्टि) पर...