start your own startup

अपना स्टार्टअप शुरू करना चाहते हैं तो… start your own startup…
आजकल चारों ओर स्टार्टअप्स का बोलबाला है। हर युवा स्टार्टअप शुरू करने की प्लानिंग कर रहा है। अगर आप भी अपना स्टार्टअप शुरू करना चाहते हैं तो आपको कुछ खास बातों को अपने जीवन में उतारना होगा, तभी सफलता मिल पाएगी।

सच्चाई पर चलें:

व्यवसाय में कई बार व्यक्ति निर्णय नहीं ले पाता और फंस जाता है कि क्या करना सही रहेगा। ऐसे में आपको अपने जीवन मूल्यों की बात सुननी चाहिए। जिस काम को करने के लिए दिल गवाही न दे, वह काम नहीं करना चाहिए। आपको हमेशा सच का साथ निभाना चाहिए। आपको लोग इसलिए याद नहीं करेंगे कि आपने कितना धन कमाया बल्कि लोग आपको इसलिए याद रखेंगे कि आपने क्या-क्या अच्छे काम किए।

गलतियों को स्वीकारें:

सफल एंटरप्रेन्योर अपनी गलतियों को ध्यान में रखते हैं और उनमें सुधार करते हैं। गलती को नजरअंदाज करने और उन्हें दोहराने से व्यवसाय को नुकसान हो सकता है। गलतियों को स्वीकार करने की हिम्मत दिखानी चाहिए। आपको अपनी प्लानिंग में बदलाव के लिए भी तैयार रहना चाहिए। अगर आप गलत दिशा में बढ़ते ही जाएंगे तो वक्त, पैसा और मेहनत सब कुछ बेकार जा सकता है।

टीम मजबूत हो:

स्टार्टअप में सबको मिल कर काम करना पड़ता है। कोई भी व्यक्ति खुद के दम पर सफल नहीं हो सकता। आइडिया कितना भी दमदार क्यों न हो, उसे बेहतर बनाने के लिए मजबूत टीम की जरूरत होती है। स्टार्टअप के लिए अच्छे कैंडिडेट्स का चयन करना चाहिए। ऐसे लोगों को अपने साथ रखना चाहिए, जो आपके विजन को समझते हों।

नेटवर्किंग का महत्त्व:

व्यवसाय के नए ट्रेंड्स के बारे में जानकारी प्राप्त करनी चाहिए। इसके लिए फील्ड के लोगों से संपर्क में रहना चाहिए। व्यवसाय में नेटवर्किंग का महत्त्व होता है। आपको हर तरह के लोगों के संपर्क में रहना होगा। तभी आप अपने व्यवसाय में कामयाब हो सकते हैं।

पसंद का काम:

अगर स्टार्टअप शुरू करना चाहते हैं तो वही काम करना चाहिए, जिसे आप पसंद करते हों और जिसके बारे में समझ हो। लोगों को देख कर कोई व्यवसाय करना बेवकूफी है। अगर आप पसंद का काम करेंगे तो कभी बोर नहीं होंगे। शुरूआत में ही सही निर्णय लें।

प्लानिंग और समीक्षा जरूरी है:

स्टार्टअप शुरू करने से पहले ही आपको भविष्य की पूरी प्लानिंग कर लेनी चाहिए। इससे आप सही दिशा में मेहनत कर पाएंगे। जब व्यक्ति के दिमाग में व्यवसाय का पूरा खाका होता है तो वह भटकता नहीं है और मंजिल मिलने की संभावना भी बढ़ जाती है। आपको अपनी प्लानिंग की समय-समय पर समीक्षा भी करनी चाहिए। इससे आप सच्चाई को समझ पाएंगे और कमियों को दूर करेंगे।

कुछ नया करें:

कामयाब होने से ज्यादा कामयाब बने रहना मुश्किल है, इसलिए आपको हर समय कुछ नया सोचते रहना चाहिए। नए कार्य और उत्पाद पेश करके बाजार में बने रह सकते हैं। अगर लगातार इनोवेशन नहीं करेंगे तो दौड़ से बाहर हो सकते हैं। ग्राहकों की पसंद के अनुरूप खुद को ढालें। कुछ नया करने का अर्थ यह नहीं है कि आप बने-बनाए ढांचे को बिगाड़ दें बल्कि आपको मौजूदा उत्पाद या कार्य में कुछ न कुछ उपयोगिता का जोड़ करना होगा।

सलाह से काम आसान:

एंटरप्रेन्योरशिप की यात्र की शुरूआत में आपको कुछ भी पता नहीं होता। आप धीरे-धीरे नई चीजें सीखते हैं। अगर पहले कभी व्यवसाय नहीं किया है तो आपके लिए यह दुनिया ज्यादा अनजान होगी। व्यवसाय में कामयाबी प्राप्त कर चुके लोगों से मिलें और अपने व्यवसाय के संबंध में सलाह लें। अगर आपके पास सही सलाहकार है तो समस्याओं का तुरंत समाधान प्राप्त कर सकते हैं। जब आप कामयाब हो जाएं और दूसरे लोग आपसे सलाह लेने के लिए आएं तो उनकी मदद जरूर करें।

जल्द करें शुरूआत:

सही वक्त या परिस्थितियों का इंतजार न करें। सही समय कभी नहीं आता। आपको ही वक्त को सही बनाना पड़ता है। जो करना चाहते हैं, उसे आज से ही शुरू कर दें। ऐसा न हो कि आप इंतजार करते रह जाएं और कोई दूसरा व्यक्ति उसी आइडिया पर काम शुरू कर दे।

ग्राहक ही भगवान:

अगर आइडिया और व्यवसाय से प्यार करते हैं तो आपको अपने ग्राहक से भी प्यार करना चाहिए। ग्राहक को पूरी तरह से समझने की कोशिश करनी चाहिए। ग्राहक आपसे जितना ज्यादा खुश होगा, सफलता भी उतनी ही जल्दी मिलेगी। हमेशा ग्राहकों से फीडबैक लेना चाहिए।

कुछ सीखते रहें:

ऐसा नहीं है कि स्टार्टअप शुरू करने के लिए अच्छा आइडिया है और पूंजी लगा कर उसे शुरू कर दिया और सफलता मिल गई। सफल बनने के लिए आपको हमेशा कुछ न कुछ नई चीज सीखनी होगी। नई चीजें सीखने से ही व्यवसाय में उपयोगिता जोड़ सकते हैं।

याद रखें:

  • स्टार्टअप्स शुरू करने के लिए आपके अंदर ढेर सारी हिम्मत होनी चाहिए। अगर आप व्यवसाय में कदम-कदम पर डरेंगे तो कभी सफल नहीं हो सकते।
  • स्टार्टअप के लिए सबसे महत्त्वपूर्ण है आइडिया। अगर आपके आइडिया में दम है तो आपको इसे सही तरह से विकसित करना चाहिए। आइडिया विकसित हो जाने के बाद इसे हकीकत के धरातल पर लाने के लिए आपको पूरी मेहनत करनी चाहिए।
  • स्टार्टअप शुरू करने से पहले आपको बाजार की जरूरतों पर अच्छी तरह से गौर करना चाहिए, तभी कोई कदम उठाना चाहिए। नरेंद्र देवांगन

सच्ची शिक्षा हिंदी मैगज़ीन से जुडे अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें FacebookTwitter, LinkedIn और InstagramYouTube  पर फॉलो करें।

कोई जवाब दें

Please enter your comment!
Please enter your name here
Captcha verification failed!
CAPTCHA user score failed. Please contact us!