उम्र बाधक नहीं, रास्ते बहुत हैं – Age is no barrier अधिकतर महिलाएं 40 वर्ष की उम्र के पश्चात अपने आपको किसी काम के काबिल नहीं समझती। उन्हें लगता है जैसे उनके कुछ कर गुज़रने या सीखने के दिन लद गएं हैं और वे अपने आपको चारदीवारी के अंदर ही समेट लेती है।

किसी भी काम को सीखने या शुरू करने के लिए उम्र कभी आड़े नहीं आती, बशर्ते मन में उत्साह एवं लगन होनी चाहिए। फुर्सत के क्षणों का सदुपयोग करने के लिए अपने किसी पुराने शौक को उभारें, उसका विकास एवं विस्तार करें, साथ-साथ अपने शौंक को कैरियर का भी रूप प्रदान कर सकती हैं।

वैसे भी आजकल सब छोटे शहरों में विभिन्न उपयोगी, रचनात्मक पाठ्यक्र म संचालित किए जा रहे हैं। इन पाठ्यक्र मों में अपनी रूचि के अनुरूप प्रवेश लेकर आप भी अपने व्यक्तित्व की अलग पहचान बना सकती हैं और आत्मनिर्भर बनके परिवार के लिए अतिरिक्त आय अर्जित कर सकती हैें।

सिलाई (टेलरिंग):-

यह कोर्स छ: माह से लेकर तीन साल तक होता है। इसके अंतर्गत कपड़े की सिलाई, कटिंग, डिजाईन इत्यादि सिखाया जाता है। इसमें पूर्ण दक्षता हासिल कर स्वयं का प्रशिक्षण केन्द्र खोल सकती हैं, सिलाई की दुकान भी चला सकती है।
टेलरिंग में खास बात यह होती है कि सिलाई में सफाई होनी बहुत आवश्यक है। यदि आप सिलाई में गहरी रूचि रखती हैं तभी इसे सीख सकती हैं अन्यथा बेमन से सीखने से कोई फायदा नहीं। आजकल आॅलटरेशन वर्क करके भी आप अपनी आय में इजाफा कर सकती हैं

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पेंटिंग:-

यदि पेंटिंग में रूचि है तो इससे आपकी कलात्मक प्रतिभा उभर कर सामने आ सकती है। इसे सीखकर इसकी क्लास लगा सकती हैं। छोटे बच्चों को ड्रांइग-पेंटिंग सिखा सकती हैं। अपने परिधान पर येलो कवर और बेड शीट पर पेंट कर उनकी खूबसूरती को चार चांद लगा सकती हैं। इसके अलावा गमलों पर भी पेंटिंग करके इसे व्यवसाय का रूप दे सकती हैं।

पाक विद्या:-

प्राय: महिलाओं को तरह-तरह के व्यंजन बनाने के शौक होते हैं। अपने शौंक को थोड़ा और सीख कर इसका विस्तार कीजिए। आप चाहें तो दफ्तरों, पी.जी. में रहने वाले लोगों के लिए तैयार टिफिन सप्लाई करके घर बैठे आय अर्जित कर सकती हैं।

बागवानी:-

बागवानी करना भी एक कला है। यदि आपको पेड़ पौधों से लगाव है तो थोड़ी सी जानकारी सीख कर घर के पास ही खाली जमीन में विभिन्न प्रकार के पेड़ पौधे लगाकर नर्सरी खोल सकती हैं। पौधे बेचने के लिए छोटे-छोटे पौधों को प्लास्टिक की थैलियों में रख सकती हैं। अपने मित्र-संबंधियों को सालगिरह पर गिफ्ट भी कर सकती हैं। बागवानी का ही एक हिस्सा ‘बोनसाई‘ है। इसे सीख कर इसकी प्रदर्शनी लगा कर बिक्र ी भी कर सकती हैं। ‘बोनसाई‘ के पौधे बहुत मंहगे मिलते हैं।

ब्यूटी पार्लर:-

महिलाएं शुरू से ही अपने सौन्दर्य के प्रति जागरूक होती हैं। सजने संवरने के लिए आजकल ब्यूटी पार्लर अनिवार्य सा हो गया है। आप भी इस कोर्स को कर के ब्यूटी पार्लर चला सकती हैं। ब्यूटी पार्लर में केश सज्जा, फेशियल, पेडिक्योर, मेनिक्योर, थ्रेडिंग सौंदर्य हेतु विभिन्न उपचार सिखाए जाते हैं।

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इसके अलावा, मेहंदी, पुष्प सज्जा, जैसे छोटे पाठ्यक्र म सीख सकती हैं। यदि छोटे उद्योग सीखना चाहती हैं जैसे अगरबत्ती बनाना, साबुन, मोमबत्ती, टोकरी, पर्स, पापड़-बड़ियां, अचार बनाना, इसे भी सीखकर घर बैठे ही आय कमा सकती हैं।
यदि आप में रूचि, शौक, लगन, कुछ करने की इच्छा हो तो इस कहावत को चरितार्थ कर सकती हैं कि काम करने की कोई सीमा या उम्र नहीं होती। आप जब चाहें शुरू कर सकते हैं। अपनी कमजोरी, झिझक को त्याग कर, आत्मविश्वास के साथ जुट जाएं। सफलता आपके कदम चूमेगी। -सुमित्र यादव