मिट्टी रहित कोकोपीट तकनीक से बंपर पैदावार ले रहा नंदलाल
मिट्टी रहित कोकोपीट तकनीक से बंपर पैदावार ले रहा नंदलाल
रे देश की धरती सोना उगले, उगले हीरे-मोती’, यह गाना अक्सर सुनने को मिलता है और देश की मिट्टी में ये कुशल किसान अपने हुनर...
कीटमुक्त रखें चना, लें उत्पादन घना
चना रबी मौसम में बोई जाने वाली मुख्य दलहनी फसल है। दलहनी फसल होने के कारण देश की अधिकांश शाकाहारी जनसंख्या के भोजन के प्रोटीन का मुख्य स्रोत है। चने का क्षेत्रफल देश में...
पौधे खरीदते समय बरतें सावधानी
पौधे खरीदते समय बरतें सावधानी : आजकल न वो बाग रहे, न वो बगीचे। प्राकृतिक छटा को अपने घर में उतारने के लिए लोग गमले सजाते हैं या फिर क्यारियां बनाते हैं। इन गमलों...
Pradhan Mantri Krishi Sinchai Yojana | हर खेत को मिलेगा पानी | पीएम कृषि...
हमारी भारतीय अर्थव्यवस्था का बहुत बड़ा हिस्सा कृषि क्षेत्र पर निर्भर है। सालों से भारत देश को कृषि प्रधान देश ही कहा जा रहा है। देश की बढ़ती आबादी के कारण हर साल देश...
कृषि जगत पॉलीहाऊस में शिमला मिर्च का उत्पादन
कृषि जगत पॉलीहाऊस में शिमला मिर्च का उत्पादन
भारत में शिमला मिर्च की व्यवसायिक खेती हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश के कुछ भागों में की जाती है। इसे ‘गीली मिर्च’, ‘घंटीनुमा मिर्च’ तथा...
सब्जियों की पत्तियों पर बनी आकृतियों का सच
सब्जियों की पत्तियों पर बनी आकृतियों का सच
हरियाणा में 90 के दशक में यह भ्र्रम खूब फैला था कि सब्जियों के पौधों की पत्तियों में सांप के आकार की आकृति (सुरंग) कोई अपशगुन है।...
रेतीली मिट्टी में कारगर है नगदी फसल तिल की खेती
रेतीली मिट्टी में कारगर है नगदी फसल तिल की खेती Sesame farming
खेत-खलिहान
मानसून का सीजन शुरू होने वाला है। ऐसे में किसान भाइयों के लिए यह बेहद महत्वपूर्ण समय है। जिन खेतों में अभी तक...
मूली की काश्त से मिले अधिक लाभ
मूली पूरे भारत में उगाई जाने वाली सब्जी की जड़ वाली प्रमुख फसल है। यह गृहवाटिका के लिए भी उपयुक्त सब्जी की फसल है जो बिजाई के बाद लगभग छ: से सात सप्ताह में...
‘कीड़ाजड़ी’ से करोड़पति बनी ‘मशरूम गर्ल’
दिव्या का आइडिया कामयाब हुआ और काफी अच्छी मात्रा में मशरूम का उत्पादन हुआ। इससे उनका हौसला बढ़ा। दिव्या बताती हैं कि वो साल में तीन तरह का मशरूम उगाती हैं। 2018 में दिव्या ने एक टी रेस्टोरेंट खोला है जहां बेशकीमती औषधि ‘कीड़ाजड़ी’ से बनी चाय परोसी जाती है। इस रेस्टोरेंट में दो कप चाय की कीमत 1,000 रुपये है। लेकिन दिव्या के यहां पहुंचने का सफर दिलचस्प है। ( Mushroom girl )
सिवानी के यशपाल सिहाग ने दिखाई खेती को नई राह
देश की केंद्र व हरियाणा सरकारें चाहे किसानों की आमदनी 2022 तक दोगुना करने की दिशा में कार्य कर रही हों, लेकिन परम्परागत किसानी छोड़ आधुनिक खेती करने वालों के लिए माडर्न किसान सिवानी बोलान (हिसार) निवासी यशपाल सिहाग आधुनिक कृषि में रोल मॉडल साबित हो सकते हैं।