Coconut is a treasure trove of health and beauty. world coconut day -sachi shiksha hindi

स्वास्थ्य व सौंदर्य का खजाना है नारियल | विश्व नारियल दिवस 2 सितम्बर

नारियल का पेड़ प्राचीनतम पौध प्रजातियों में से एक है। यह पेड़ पूरे उष्णकटिबंधीय क्षेत्र में पाया जाता है। नारियल का पेड़ पूरे विश्व में व्यापक रूप से उगने वाला पेड़ है। नारियल हमारे जीवन के लिए प्रत्येक आवश्यक चीजें हमें प्रदान करता है। नारियल में ऐसा तत्व मौजूद होता है जो फ्री रैडिकल्स को नष्ट कर देता है।

इसमें कैल्शियम और फास्फोरस की मात्रा भरपूर होती है। ये तत्व हमारी त्वचा, नाखून, दांत और नर्वस टिश्यू को मजबूत बनाते हैं।

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पोषक तत्व:

नारियल के 100 ग्राम खाद्य भाग में 53.9% पानी, 3.6% प्रोटीन, 27% फैट, 10.2% कार्बोहाइड्रेट्स, 4.2% फाइबर मौजूद होते हैं। नारियल के तेल से एचडीएल कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है। नारियल में कुदरती रूप से एंटीआॅक्सीडेंट पाए जाते हैं जैसे कि डार्क चॉकलेट, बेरीज और अंगूर में होते हैं।

आयुर्वेद के अनुसार नारियल:

नारियल शीतल, स्निग्ध, बलदायी, शरीर को मोटा करने वाला तथा वायु व पित्त को शांत करने वाला है। सूखा नारियल उष्ण होता है। इसमें कॉर्बोहाइड्रेटस, प्रोटीन्स, वसा, कैल्शियम, पोटैशियम, सोडियम, लौह, विटामिन ‘सी’ आदि प्रचुर मात्रा में पाये जाते हैं।

कई गुणों के कारण नारियल आंतरिक गर्मी, अम्लपित्त (एसिडिटी), आमाशय व्रण(अल्सर), क्षयरोग (टी.बी.) व दुर्बलता में लाभदायी है। यह पचने में भारी होता है, इसलिए मात्र 10 से 20 ग्राम की मात्रा में खूब चबा-चबाकर खायें। इसकी बर्फी या चटनी बनाकर अथवा सब्जी में मिलाकर भी खा सकते हैं। नारियल शिशुओं (बच्चों) व गर्भवती माताओं के लिए विशेष पोषक तत्त्वों की पूर्ति कर देता है।

समुद्री सफर करने वाला बीज:

गर्म प्रदेशों के अधिकतर तटवर्ती इलाकों में, जहाँ पर्याप्त वर्षा होती है, वहाँ नारियल अच्छी तरह फलता-फूलता है। हालाँकि लोग अपने-अपने इलाके में बहु-उपयोगी नारियल का पेड़ लगाते होंगे लेकिन यह पेड़ अपने ही बलबूते इस गृह के कुछ दूरतम इलाके में पहुँच चुका है। इसके बीज कई तरीकों से अलग-अलग जगहों में पहुंच जाते हैं। इसमें महासागर का बड़ा हाथ होता है। इसी वजह से नारियल पूरी दुनिया की सैर करता है।

नारियल पकने के बाद जमीन पर गिर जाता है। कई बार पका हुआ फल लुढ़ककर समुद्र के किनारे आ जाता है। फिर समुद्र में ज्वार उठने पर पानी नारियल को समुद्र के अंदर खींच लेता है। नारियल के रेशीले खोल में बहुत हवा भरी होती है, जिसके कारण यह आसानी से पानी पर तैरने लगता है। अगर नारियल प्रशांत महासागर के किसी द्वीप पर हो, तो ज्यादा-से-ज्यादा यह बहकर द्वीप के दूसरे सिरे तक चला जाता है। लेकिन अगर यह खुले समुद्र में पहुँच जाए तो दूर-दूर तक की यात्रा कर सकता है। समुद्र का नमकीन पानी ज्यादातर दूसरे बीजों को नष्ट कर देता है, लेकिन यह नारियल के मजबूत खोल में आसानी से घुस नहीं पाता।

इसलिए नारियल बिना खराब हुए तीन महीने तक समुद्र में रह सकता है। कभी-कभी यह हजारों मील तक बह जाता है और उचित समुद्र-तट मिलने पर अंकुरित भी हो सकता है। शायद इस तरीके से नारियल ने संसार भर में गर्म प्रदेशों के ज्यादातर तटवर्ती इलाकों को अपना घर बना लिया है।

नारियल की कटनी एक बहुत ही मुश्किल काम है। कटनी करने वाला अकसर पेड़ पर चढ़कर फल को तोड़ता है। कुछ तो एक लंबे डंडे का इस्तेमाल करते हैं जिसके सिरे पर चाकूनुमा तीखी धार की सख्त पत्ती लगी होती है। इंडोनेशिया में इस काम के लिए बंदरों को प्रशिक्षित किया गया है। मगर सबसे सरल तरीका है, तब तक इंतजार करना जब तक कि नारियल अपने आप जमीन पर न गिर जाए। और खासकर जो पके हुए फल की कटनी करना चाहते हैं, वे यही तरीका पसंद करते हैं।

नारियल के फायदे:

  • नारियल की गिरी हो या पानी, स्वादिष्ट तो होता ही है, इसमें ढेर सारे औषधीय गुण भी मौजूद हैं। विटामिन ए, खनिज, प्रोटीन व आयरन से भरपूर नारियल आपको क्या-क्या लाभ पहुंचा सकता है, आइये देखते हैं।
  • एक कप नारियल के पानी में पीसा हुआ जीरा मिलाकर पीने से गर्मी से होने वाले दस्त में तुरंत आराम मिलता है।
  • जो लोग आधे सिर में दर्द से परेशान हैं, उनके लिए नारियल-पानी बहुत ही लाभदायक है। सुबह-शाम दो-दो बूंदें नारियल पानी नाक में टपकाएं। कुछ ही दिनों के नियमित प्रयोग से आपको आराम मिलेगा।
  • नकसीर को रोकने व मुंह के छाले दूर करने में भी नारियल बहुत उपयोगी है।
  • यदि नारियल की गिरी में बादाम, अखरोट व मिसरी मिलाकर खाई जाए तो यादाश्त अच्छी होती है।
  • नारियल की कच्ची गिरी में अनेक एंजाइम होते हैं जो पाचन क्रिया में मददगार होते हैं। इसलिए पेट में दर्द हो या गैस बनती हो, तो नारियल-पानी का सेवन करें। इससे उल्टी भी बंद हो जाती है।
  • अगर आप रूसी से परेशान हैं तो नारियल के तेल में नींबू का रस मिलाकर बालों की जड़ों में मालिश करें।
  • सिरदर्द से परेशान हों तो नारियल के तेल में बादाम पीसकर, सिर में इसकी मालिश करें। नारियल की तासीर ठंडी होने के कारण सिर में इस तेल की मालिश से ठंडक पहुंचती है। इससे बाल भी स्वस्थ व लंबे होते हैं।
  • नारियल पानी के नियमित सेवन से पथरी निकल जाती है व पेशाब खुलकर आता है। नारियल के पानी में गुड़ तथा हरा धनिया मिलाकर पीने से पेशाब में होने वाली जलन में लाभ होता है।
  • नींद न आने की समस्या से परेशान हो तो भी नारियल अचूक इलाज साबित होगा। रात को भोजन के उपरांत आधा गिलास नारियल का पानी पीएं, अच्छी नींद आएगी।
  • रोज 25 ग्राम कच्चा नारियल खाने से या पीसकर पीने से टी. बी. के कीटाणु खत्म होते हैं।

सावधानी:

खांसी और दमा वालों को नारियल नहीं खाना चाहिए। बेशक इसमें बहुत गुण हैं, लेकिन इसका ज्यादा इस्तेमाल करना नुकसानदायक भी हो सकता है। इसलिए अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

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