त्यौहारी सीजन: कोरोना की तीसरी लहर से बचाव जरूरी
भारत में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच त्यौहारी सीजन की शुरूआत हो चुकी है और तकरीबन दो माह तक ये सिलसिला चलेगा।
विश्व के किसी भी देश के मुकाबले भारत में त्यौहार काफी धूमधाम से मनाया जाता है। इसमें लोगों का न केवल एक दूसरे के घर आना-जाना बढ़ेगा बल्कि त्यौहार मनाने के लिए धार्मिक स्थलों पर भी भीड़ बढ़ेगी। शॉपिंग और ट्रैवलिंग के लिए भी लोग बाहर निकलेंगे। एक तरफ त्यौहारी सीजन की धूमधाम है, वहीं दूसरी तरफ स्वास्थ्य विशेषज्ञ कोरोना वायरस की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए लोगों से लगातार सावधानी बरतने की अपील कर रहे हैं। देश के विभिन्न हिस्सों में अभी भी दूसरी लहर मौजूद है और कई राज्यों में रोज हजारों नए मामले आ रहे हैं।
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घर से निकलने से पहले इन बातों का ध्यान रखें:
- मास्क, हैंड ग्लव्स जरूर पहनें, चाहें तो फेस शील्ड का इस्तेमाल करें।
- अपने साथ हैंड सैनिटाइजर, एक्सट्रा फेस मास्क ले जाना न भूलें।
- नैपकिन, डिसइनफेक्टिंग वाइप्स और टिश्यू साथ रखें।
- पानी की बोतल या स्नैक्स अपने साथ लेकर जाएं।
पर्सनल व्हीकल से सफर करते समय ध्यान रखें:
- बेहद जरूरी होने पर ही कार में दूसरों को साथ ले जाएं।
- कोशिश करें कि कार की खिड़की खुली रहे और एसी न चलाएं।
- एसी चलाना पड़े तो उसे नान रिसर्कुलेटिंग मोड पर रखें।
- परिवार के स्वस्थ सदस्यों को ही अपने साथ लेकर जाएं।
पब्लिक ट्रांसपोर्ट में किस तरह सफर करें:
- स्टेशन पर लोगों से छह फीट की दूरी बनाए रखें।
- ऐसा समय चुनें जब पब्लिक ट्रांसपोर्ट में कम से कम भीड़ हो।
- कोशिश करें कि आपके आगे-पीछे की सीट खाली रहे।
- सफर के दौरान डबल मास्किंग करें।
- बस में या स्टेशन पर कुछ भी खाने-पीने से बचें।
- पब्लिक ट्रांसपोर्ट से बाहर आते ही खुद को अच्छी तरह सैनिटाइज करें।
शॉपिंग पर जाते समय इन बातों का ध्यान रखें:
- ज्यादा जरूरी चीजों के लिए शॉपिंग करने जाएं।
- मास्क और हैंड ग्लव्स पहनकर ही जाएं।
- सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें।
- भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें।
- जाने से पहले सामान की लिस्ट तैयार कर लें।
- कैरी बैग अपने साथ लेकर जाएं।
- बच्चों को साथ ले जाने से बचें।
- सुपरमार्केट में ट्राली को छूने से पहले सैनिटाइज करें।
- कैश या कार्ड की जगह पर ई-पेमेंट से भुगतान करें।
लंबे सफर के दौरान इन बातों का ध्यान रखें:
- सफर तभी करें जब आप पूरी तरह से स्वस्थ हों।
- सफर के दौरान मास्क, हैंड हाइजीन और सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखें।
- सफर के दौरान पब्लिक प्लेस पर थूकने या गंदगी फैलाने से बचें।
- लंबे सफर के लिए अपना पिलो और ब्लैंकेट साथ लेकर जाएं।
- ट्रेन या बस के सरफेस को छूने से बचें, अगर छूना पड़े तो तुरंत हैंड सैनिटाइज करें।
फैमिली गैदरिंग से पहले रैपिड एंटीजन टेस्ट कोरोना के खतरे को 90 प्रतिशत तक कम कर सकता है:
- गैदरिंग से पहले रैपिड एंटीजन टेस्ट किट खरीदकर रखें।
- गैदरिंग से पहले सुनिश्चित करें कि आप पूरी तरह स्वस्थ हैं।
- घर आए मेहमानों का टेस्ट करें।
- गैदरिंग के चार दिन बाद दोबारा टेस्ट करें।
- घर में बुजुर्ग हों, तो उनका भी टेस्ट जरूर करें।
घर पर मेहमान आएं तो ये ध्यान रखें:
- फैमिली गैदरिंग से पहले आप और आपके मेहमान दोनों ही वैक्सीनेटेड हों।
- दोस्तों से गले मिलने या हाथ मिलाने की बजाय दूर से अभिवादन करें।
- फेस-टू-फेस बात करने से बचें, बातचीत के दौरान बहुत पास न खड़े हों।
- फैमिली गैदरिंग के दौरान आंगन या बालकनी में बैठें।
- तबीयत ठीक न होने की स्थिति में किसी भी तरह की गैदरिंग से बचें।
धार्मिक स्थानों या पब्लिक प्लेस पर ध्यान रखें:
- धार्मिक स्थानों में जाने से पहले अपने शरीर का तापमान चेक करें।
- सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें।
- धार्मिक स्थानों पर किसी भी प्रकार की पवित्र वस्तुओं को छूने से बचें।
- दूसरों के साथ प्रसाद को शेयर करने से भी बचें।
बाहर से आने के बाद ये सावधानियां रखें:
- फुटवियर को बाहर ही रखें।
- घर के एंट्रेंस के पास ही सैनिटाइजिंग स्टेशन बनाएं, यहीं पर कपड़े बदलें और सामान सैनिटाइज करें।
- मास्क यदि रीयूजेबल है तो उसे तुरंत धोएं।
- हाथ और मुंह अच्छी तरह धोएं, अगर हो सके तो नहा लें।
- कपड़े बदलने से पहले और बाद में हाथ अच्छी तरह धोएं।
- डिस्पोजेबल मास्क या ग्लव्स जैसे सामान को 24 घंटे बंद रखने के बाद ही डिस्पोस करें।
- डिस्पोजेबल चीजों के लिए अलग से डस्टबिन बनाएं।
बच्चों, बुजुर्ग व बीमार सदस्यों का रखना होगा खास ध्यान
18 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए अभी तक वैक्सीन नहीं आई है इसलिए उनका खास ध्यान रखना होगा। जब तक जरूरत न हो तब तक बच्चों को भीड़भाड़ वाली जगह न भेजें। घर आ रहे मेहमानों को बुजुर्ग और बीमार सदस्यों से दूर रहने के लिए कहें। क्योंकि इनकी इम्यूनिटी कमजोर होने के कारण इन्हें इन्फेक्शन का ज्यादा खतरा है।
भारत में सिर्फ 13% लोग ही फुली वैक्सीनेटेड हैं
भारत में कोरोना वैक्सीन की रफ्तार दूसरे देशों के मुकाबले काफी धीमी है। भारत में अब तक सिर्फ 40.5% लोगों को ही कोरोना वैक्सीन की सिंगल डोज लगी है और करीब 13% लोग ही पूरी तरह वैक्सीनेटेड हैं। अमेरिका में 63% लोगों को सिंगल डोज और 54% लोगों को फुल डोज लग चुके हैं। ऐसे ही फ्रांस में 73.5% लोगों को सिंगल डोज और 62.9% लोगों को फुल डोज लगाए गए हैं।