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प्रकृति का अनमोल उपहार मुलतानी मिट्टी Multani Mitti

मुलतानी मिट्टी का उपयोग आज विभिन्न सौंदर्य प्रसाधनों में अधिक हो रहा है इसी कारण इसकी अधिक खपत हो रही है। इसका कोई विपरीत प्रभाव पड़ने की संभावना भी नहीं है। यह मिट्टी राजस्थान के अधिकतर इलाकों में अधिक पायी जाती है। बाजार से भी मुलतानी मिट्टी खरीदी जा सकती है। हर छोटे या बड़े शहर में मुलतानी मिट्टी आपको आसानी से मिल जायेगी।

मुलतानी मिट्टी का प्रयोग विभिन्न तरीके से कर सकते हैं। मुलतानी मिट्टी का पाउडर, एक चम्मच खीरे का रस, कच्चे आलू का रस इन्हें मिलाकर आंखों के नीचे लगायें। आंखों के नीचे का कालापन दूर होगा। शहद व ग्लिसरीन में मिलाकर कुछ दिन प्रयोग करने से काला हिस्सा साफ होगा।

Multani Mitti मुलतानी मिट्टी, चंदन पाउडर, हल्दी, कपूर का तेल मिलाकर लगाने से चेहरे के दाग-धब्बे दूर होंगे। अगर चेहरे का रंग निखारना है तो एक चम्मच मुलतानी मिट्टी पाउडर, एक चम्मच खीरे का रस, नींबू के रस की कुछ बूंदें व टमाटर के रस को मिलाकर पेस्ट बना लें। कुछ महीने ऐसा पेस्ट बनाकर लगायें। इस पेस्ट को चेहरे पर लगाने के बाद अपने आप सूखने दें। मौसम के अनुसार गुनगुने या ठंडे पानी से चेहरा साफ करें। इस पेस्ट का प्रयोग करने से रंग निखरेगा, साथ ही चेहरे की त्वचा आभामय हो जायेगी।

चेहरे पर चमक लाने के लिए विभिन्न तरह के फेस पैक बाजार में उपलब्ध हैं। अगर आप घर पर ही फेस पैक बनाना चाहें तो घर पर भी तैयार कर सकती हैं। मुलतानी मिट्टी पाउडर, चन्दन पाउडर, नारंगी छिलका पाउडर, नींबू छिलका पाउडर, नींबू का रस बराबर मात्र में लेकर एक शीशी में भर कर रख लें।

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जब भी फेस पैक लगाना हो, तो कच्चा दूध, गुलाबजल, नींबू का रस मिलाकर और उसमें मिट्टी का पाउडर मिलाकर चेहरे पर लगायें। बड़ी उम्र की महिलाएं सप्ताह में दो बार इस फेस पैक को लगायें। छोटी उम्र की लड़कियां सप्ताह या महीने में एक या दो बार इस फेस पैक का प्रयोग कर सकती हैं।

त्वचा को सुन्दर व आकर्षक बनाने के लिए भी मुलतानी मिट्टी का प्रयोग कर सकते हैं। मुलतानी मिट्टी से त्वचा खुष्क नहीं होती। गर्मियों के मौसम में इसका प्रयोग काफी लाभकारी है क्योंकि गर्मी के मौसम में घमौरियां काफी हो जाती हैं। घमौरियां दूर करने के लिए मुलतानी मिट्टी पाउडर में दही मिलाकर साबुन की टिक्की की तरह बना लें। साबुन के स्थान पर इसे टिक्की की तरह प्रयोग करें। घमौरियों से राहत मिलेगी। सप्ताह में एक नींबू का रस व खीरे का रस मिलाकर हाथ-पैरों पर लगायें।

बालों को सुन्दर व आकर्षक बनाने के लिए भी मुलतानी मिट्टी को प्रयोग में ला सकते है। बालों को धोते समय या साफ करते समय दही, छाछ, मठ्ठे में मुलतानी मिट्टी मिलाकर लगायें। बालों में चमक आयेगी, वहीं बाल लम्बे भी होंगे। बालों में रूसी हो गई हो तो मुलतानी मिट्टी में नमक व तेल मिलाकर बालों की सफाई करें। बालों की जड़ें मजबूत करने के लिए नींबू का रस बालों की जड़ों में लगायें। उसके पश्चात मुलतानी मिट्टी से बाल धोयें।

मुलतानी मिट्टी के प्रयोग से किसी प्रकार का दुष्प्रभाव नहीं पड़ता। इसके प्रयोग से हमारी त्वचा व बाल इत्यादि सुंदर व आकर्षक बनते हैं। प्रकृति ने हमें यह एक अनमोल चीज दी है। इसका अधिक प्रयोग भी किसी को किसी प्रकार की हानि नहीं पहुंचाता। इसका प्रयोग बिना डर के किया जा सकता है।

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प्राचीन काल में ऋषि-मुनि इसका लेप बनाकर पूरे शरीर पर लगा लेते थे। मुलतानी मिट्टी का लेप विभिन्न प्रकार के कीटाणुओं को शरीर की त्वचा के पास पहुंचने नहीं देता। प्रकृति ने हमें जो भी चीज दी है, वह हमारे लिए फायदेमन्द ही है। अगर वैज्ञानिक ढंग से भी अगर हम सोचें-विचारें तो हम पाते हैं कि हमारे पूर्वजों ने प्रकृति के बारे में अधिक जानकारी हासिल कर ली थी। तभी वे प्रकृति की दी हुई अच्छी चीजों का प्रयोग किया करते थे। -नीलम गुप्ता

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