Post Office Monthly Income Scheme - Sachi Shiksha

डाकघर मासिक आय योजना – पैसे लगाओ और घर बैठे पाओ सुरक्षित ब्याज
निवेश के कई विकल्प हैं, लेकिन एक ऐसी छोटी बचत योजना भी है, जिसमें आप पैसे लगाते हैं और हर महीने आपको कमाई का मौका मिलता है। इस स्कीम में एकमुश्त निवेश कर हर महीने ब्याज के रूप में इनकम होती है। एमआईएस अकाउंट की मैच्योरिटी पीरियड पांच साल का होता है।

इसमें अकाउंट होल्डर को एकमुश्त जमा पैसे पर हर महीने ब्याज मिलता है। इंडिया पोस्ट के मुताबिक, एक अप्रैल 2020 से इस योजना में सालाना 6.6 प्रतिशत ब्याज मिल रहा है। इसका भुगतान हर महीने होता है। 2021 में अधिकतर लोग अपने पोर्टफोलियो को फिर से संवारने में लगे हुए हैं। कोरोना की मार से सबक लेते हुए लोगों ने अपना ध्यान बचत और इनकम बढ़ाने पर लगाया है।

यदि आप भी कुछ ऐसा ही प्लान कर रहे हैं तो हम आपके लिए एक ऐसा इन्वेस्टमेंट प्लान लेकर आए हैं जहां आपको हर महीने एक फिक्स्ड इनकम तो होगी ही साथ ही आपका पैसा पूरी तरह से महफूज रहेगा। यहां हम आपको पोस्ट आॅफिस की मंथली सेविंग्स स्कीम के बारे में बता रहे हैं। वैसे तो पोस्ट आॅफिस में कई स्कीम हैं जहां पैसा निवेश किया जा सकता है, लेकिन मासिक आय योजना के तहत आप हर महीने कमाई कर सकते हैं।

क्या है मासिक आय योजना:

डाकघर मासिक आय योजना में खोले गए अकाउंट को आप खुद अकेले या अपने जीवन साथी के साथ मिलकर, दोनों तरह से ही खोल सकते हैं। इस स्कीम में आप दो या तीन लोग मिलकर भी ज्वाइंट अकाउंट खुलवा सकते हैं। पर्सनल अकाउंट में आप इस स्कीम के तहत कम से कम 1,000 रुपए और ज्यादा से ज्यादा 4.5 लाख रुपए का निवेश कर सकते हैं। ज्वाइंट खाते में अधिकतम पैसे की सीमा 9 लाख रुपये तक है।

योजना: मंथली इनकम स्कीम
ब्याज: 6.6 फीसदी सालाना
कम से कम जमा: 1000 रुपये
अधिकतम जमा (सिंगल अकाउंट): 4.5 लाख रुपये
अधिकतम जमा (ज्वॉइंट अकाउंट): 9 लाख रुपये
ज्वॉइंट अकाउंट में अधिकतम 3 लोग हो सकते हैं, लेकिन अधिकतम जमा 9 लाख ही होगा।
10 साल से ज्यादा उम्र के माइनर के नाम भी अभिभावक खाता खोल सकते हैं।

कैसे कैलकुलेट होती है मंथली रकम:

इस स्कीम के तहत आपको एक बार में ही निवेश करना होता है। निवेश की राशि में तय दरों के हिसाब से जो सालाना ब्याज होता है, उसे 12 हिस्सों में बांट दिया जाता है। हर हिस्सा मंथली बेसिस पर आपके खाते में आ जाता है।

5000 रुपये मंथली कैसे मिलेगा:

इसके लिए आपको डाकघर में ज्वॉइंट अकाउंट खोलना होगा। यह अकाउंट पति-पत्नी भी खोल सकते हैं।
ज्वॉइंट अकाउंट के जरिए एकमुश्त निवेश: 9 लाख रुपये
सालाना ब्याज: 6.6 फीसदी
एक साल में ब्याज की रकम: 59400 रुपये
हर महीने के हिसाब से ब्याज: 4950 रुपये

अगर सिंगल अकाउंट हो तो

एकमुश्त निवेश: 4.5 लाख रुपये
सालाना ब्याज: 6.6 फीसदी
एक साल में ब्याज की रकम: 29,700 रुपये
प्रत्येक माह के हिसाब से ब्याज: 2475 रुपये

कैसे खोलें खाता:

सबसे पहले पोस्ट आॅफिस में बचत खाता खोलना होगा। अगर आपके पास पहले से अकाउंट नहीं है। इसके बाद किसी भी नजदीकी पोस्ट आॅफिस ब्रांच से मंथली इनकम स्कीम के लिए एक फॉर्म लेना होगा। इसके लिए आईडी प्रूफ, रेजिडेंशियल प्रूफ और 2 पासपोर्ट साइज के फोटोग्रॉफ लगाने होंगे। इसे सही सही भरकर विटनेस या नॉमिनी के साइन के साथ पोस्ट आॅफिस में जमा करें। फॉर्म के साथ अकाउंट खोलने के लिए तय रकम के लिए कैश या चेक जमा करें।

किन्हें करना चाहिए निवेश:

पोस्ट आॅफिस मंथली इनकम उनके लिए बेहतर विकल्प है जो हर महीने बाजार से कुछ न कुछ तय इनकम चाहते हैं, वह भी बिना रिस्क लिए। पोस्ट आॅफिस मंथली इनकम स्कीम में कोई भी भारतीय नागरिक निवेश कर सकता है। यदि 10 साल से ज्यादा उम्र है तो माइनर के नाम भी अभिभावक की देख रेख में यह खाता खुल सकता है।

निवेश 100% सुरक्षित

बैंक के मुकाबले पोस्ट आॅफिस यानी डाक घर में निवेश पूरी तरह सुरक्षित रहता है। बैंक के डिफॉल्ट होने की स्थिति में उसमें जमा 5 लाख रुपये तक ही बीमा गांरटी होती है। यह गारंटी डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन बैंक ग्राहकों को देता है। जबकि डाक घर में जमा पैसों पर सॉवरेन गारंटी होती है।

निवेश पर टैक्स छूट नहीं:

आयकर कानून के सेक्शन 80-सी के तहत डाकघर मासिक आय योजना (पीओएमआईएस) में निवेश पर टैक्स छूट नहीं मिलती है। एमआईएस के ब्याज पर टैक्स लगता है। हालांकि इसमें आप इस पूरे अवधि के लिए अपनी निश्चित मासिक आय प्राप्त करते रहते है।

खाता ट्रांसफर की सुविधा:

डाकघर मासिक आय योजना में खाता ट्रांसफर करवाया जा सकता है। इसका मतलब यह है कि अगर आपका एक शहर से दूसरे शहर में ट्रांसफर हो गया है तो दूसरे शहर में आपका एमआईएस अकाउंट ट्रांसफर हो जाएगा।

पांच साल से पहले पैसे निकालने पर नुकसान

डाकघर मासिक आय योजना (पीओएमआईएस) में समय से पहले पैसे निकालने पर नुकसान हो सकता है। एक साल के भीतर जमा पैसे वापस ले लेने पर आपको इस पर कोई भी रिटर्न नहीं मिलेगा। एक साल के बाद आप डाकघर मासिक आय योजना (पीओएमआईएस) में किये गए निवेश से पैसे निकाल सकते हैं। लेकिन 3 साल से पहले पैसे निकालने पर आपको 2% पेनाल्टी देना पड़ता है। तीन साल के बाद जमा वापस लेने पर 1% कटौती के बाद आपको जमा राशि पीओएमआईएस से वापस मिलेगी।

क्यों खास है ये स्कीम?

जब इस इन्वेस्टमेंट के पैसे की मेच्योरिटी यानी पांच साल पूरा हो जाता है तो आप इसे दोबारा इन्वेस्ट कर सकते हैं। अकाउंट होल्डर इसमें किसी नॉमिनी को भी नियुक्त कर सकता है। किसी अनहोनी के कारण खाताधारक की मौत के बाद जमा राशि का हकदार नॉमिनी होता है। इस योजना में एक खास बात यह है कि इसमें टीडीएस नहीं लगता, जबकि इस निवेश के बदले प्राप्त ब्याज पर टैक्स देना होता है।

वैसे तो यह योजना हर उम्र के व्यक्ति के लिए फायदेमंद है, लेकिन मासिक इनकम या सैलरी बेस के लिए बहुत ही कारगर है। इस योजना के तहत सिरसा जिले मेें करीब 1300 खाते चल रहे हैं। लोगों में छोटी-छोटी बचत की रूचि अब बढ़ने लगी है, जो भविष्य निधि के नजरीये से लाभदायक कही जा सकती है।
– नवीन शर्मा, पोस्टमास्टर डाक विभाग, सिरसा।

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