वरदान बना 13वां याद-ए-मुर्शिद विकलांगता निवारण शिविर 74 नि:शक्तजनों की फ्री जांच, 40 कैलीपर वितरित
डेरा सच्चा सौदा के संस्थापक बेपरवाह साईं शाह मस्ताना जी महाराज की पावन स्मृति में शाह सतनाम जी स्पेशलिटी अस्पताल सरसा में 13वां याद-ए-मुर्शिद नि:शुल्क विकलांगता निवारण शिविर इस बार भी निशक्तजनों के लिए खुशियों की सौगात लेकर आया।
पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन प्रेरणा से आयोजित इस शिविर के तहत शाह सतनाम जी स्पेशलिटी अस्पताल के अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित आॅप्रेशन थिएटर में विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा जांच व आॅप्रेशन किए गए। चार दिनों (18-21 अप्रैल) तक चले शिविर में 74 विकलांगता से पीड़ित लोगों की जांच की गई, जिनमें 9 नि:शक्तजनों के 18 आॅप्रेशन किए गए। इसके अलावा 40 से अधिक मरीजों को कृत्रिम अंग यानि कैलीपर वितरित किए गए। कैंप के दौरान 7 नि:शक्तजन का फिजियोथेरेपी विधि से उपचार भी किया गया।
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शाह सतनाम जी स्पेशलिटी अस्पताल की हड्डी रोग विशेषज्ञ व कैंप की इंचार्ज डॉ. वेदिका इन्सां ने बताया कि शिविर में ज्यादातर जन्म से ही टेढ़े-मेढ़े पैर वाले (सीटीईवी), सेरिब्रल पैल्सि (सीपी) व कैल्श्यिम की कमी के कारण हुए रिकेट नामक बीमारी के मरीज पहुंचे थे।उन्होंने बताया कि कैंप के अंतिम दिन 5 मरीजों को अस्पताल से छूट्टी दी गई।
वहीं आॅपरेशन के पश्चात मरीजों को अस्पताल के जनरल वार्ड में आराम करने के लिए ठहराया गया। वहीं अस्पताल के पैरामेडिकल स्टाफ व शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैल्फेयर फोर्स विंग के सेवादार भाई-बहनों ने मरीजों की पूरे तन-मन से सेवा की।
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कैल्शियम हमारी हड्डियों और जोड़ों को मजबूत और हेल्दी रखने का काम करता है। अगर शरीर में इसकी कमी हो जाती है तो उम्र बढ़ने के साथ-साथ हड्डियां कमजोर और पतली हो जाती हैं। जरा सी ठोकर लगने में भी फैक्चर हो जाता है।
वहीं कैल्शियम व विटामिन डी की कमी से बच्चों की हड्डियां कमजोर हो जाती हैं, जिससे रिकेट नामक रोग हो सकता है। जिसमें बच्चे के पैर टेढ़े हो जाते हैं।
गर्भ धारण करने और बच्चे को दूध पिलाने के चलते महिलाओं की हड्डियों में कमजोरी आ जाती है, इसलिए ऐसी महिलाओं को विटामिन डी व कैल्शियम की आपूर्ति पूरी करनी चाहिए।
-डॉ. वेदिका इन्सां।