जलने पर क्या करें
महिलाओं का किचन में काम करते समय हाथ, बाजू, उंगलियां जलना एक आम समस्या है। थोडेÞ बहुत जलने पर तो वे बिना परवाह किए रसोई के काम करती रहती हैं। हां, जब कभी कुछ ज्यादा जल जाएं तो डाक्टरी परामर्श जरूरी होता है।
रसोई में जलने के अलावा कभी किसी दुर्घटना से परिवार के किसी सदस्य को उसका सामना करना पडेÞ तो घर की महिला या पुरुष को आइडिया होना चाहिए कि एक दम फर्स्ट एड देकर जलन को कुछ शांत बनाया जा सके ताकि रोगी डॉक्टर के पास जाने लायक हो जाए।
वैसे शरीर का कौन सा भाग कितना जला है, किस डिग्री तक जला है, इस पर भी इलाज निर्भर करता है। उसी आधार पर ही फैसला लें कि इसका इलाज घर पर किया जा सकता है या डॉक्टर के पास जाने की आवश्यकता है।
हल्का फुल्का जलने पर ठंडा पानी डालें और इंतजार करें। जलन कम होने के बाद कोई क्र ीम लगाएं। यदि थोड़ा अधिक जला है, तब भी ठंडा पानी डालें पर ध्यान दें कि छाले न बनने पायें क्योंकि छालों से कई समस्याएं और संक्र मण हो सकते हैं।
सबसे पहले जले हुए भाग को ठंडे पानी के नीचे रखें और पानी लगातार उस जले हुए स्थान पर चलता रहे। यदि ऐसा संभव न हो तो शरीर के उस भाग को ठंडे पानी की बाल्टी में डुबो कर रखें। पानी में 5 से 10 मिनट तक रखें। कभी भी बर्फ जले हुए स्थान पर एकदम न लगायें। इससे त्वचा को नुक्सान पहुंच सकता है।
जो स्थान जला है, पहले देखें कि वह कितना जला है। फर्स्ट डिग्री बर्न में त्वचा लाल होती है, दूसरी डिग्री बर्न में त्वचा पर छाले पड़ जाते हैं और तीसरी डिग्री बर्न में त्वचा झुलस जाती है जो अक्सर आग से संबंधित दुर्घटना होने पर होता है।
जले हुए स्थान को ढक कर रखें। ध्यान रखें, उसे टोटली नहीं ढकना। ढीली ढीली पट्टी बांधें या किसी साफ पतले, हवादार कपडेÞ से ढकें ताकि मक्खियां जख्म पर न बैठें। कसकर पट्टी बांधने से जख्म बिगड़ सकते हैं।
यदि घर पर ऐलोवेरा का पौधा है तो उसका जैल आप जले स्थान पर लगा सकते हैं। यह त्वचा की ऊपरी सतह के दर्द से आराम दिलाता है। जेल कुछ समय तक लगा रहना चाहिए। धीरे-धीरे दर्द नार्मल हो जाता है। बाद में दिन में दो बार जैल लगा सकते हैं पर यह ज्यादा जले स्थान के लिए नहीं है।
शरीर का जो स्थान जल गया है, वहां पर कुछ आभूषण पहने हों, टाइट वस्त्र पहने हों, बेल्ट पहनी हो तो उसे हटा दें या ढीला कर दें ताकि आराम मिले। यदि जलन बहुत अधिक हो तो कोई हल्का सा पेन किलर ले लें। यदि आपको पेन किलर दवा की जानकारी नहीं है तो डॉक्टर से पूछ कर ही लें।
जब तक त्वचा की जलन शांत न हो, तब तक कोई बर्न आयंटमेंट न लगाएं। सबसे आसान घरेलू इलाज है शहद। जले हुए स्थान पर शहद लगा दें। इससे जख्म को शीघ्र आराम मिलता हैं कभी भी पेट्रोलियम जैली, तेल या मक्खन न लगाएं। इसके लगाने से और जलन होगी और बहुत बेचैनी हो सकती है। तेल या मक्खन से इंफेक्शन बढ़ सकता है।
कभी-कभी जलने पर जब त्वचा लाल हो जाती है पर कुछ समय बाद उसमें छाले बन जाते हैं, तब उन छालों को छूना नहीं चाहिए। छाले फोड़ने से जख्म की स्थिति और खराब हो जाती है क्योंकि छाले वाले स्थान पर नीचे की त्वचा ठीक होनी प्रारंभ हो जाती है। यदि हम छालों को छेडेÞंगे तो हीलिंग प्रक्रि या में देरी होगी।
वैसे जले हुए स्थान को डॉक्टर को दिखा देना ही बेहतर होता है।
-नीतू गुप्ता