खेलना कूदना जरूरी है बच्चों के लिए
एक डेढ़ दो दशक पूर्व तक तो माना जाता था कि पढ़ोगे लिखोगे तो बनोगे नवाब। अब सोच में कुछ बदलाव आया है। मात्र किताबी कीड़ा बनकर रहने वाले बच्चे आल राउंडर नहीं बन...
कुछ खास अंदाज में कहें ‘सॉरी’
जब किसी की भावना को ठेस पहुंचती है तो प्यार से भरा ‘आई एम सॉरी’ मरहम का काम करता है। रिश्तों में मधुरता लाता है, बिखरने से बचाता है, बरसों के बने रिश्तों को...
सुकन्या समृद्धि योजना
बेटी के भविष्य को सफल बनाएं 10 साल से कम उम्र की बच्ची के लिए उच्च शिक्षा और शादी के लिए बचत करने के लिहाज से केंद्र सरकार की सुकन्या समृद्धि योजना एक अच्छी निवेश योजना है। निवेश के इस विकल्प में पैसे लगाने से आपको इनकम टैक्स बचाने में भी मदद मिलती है। जो लोग शेयर बाजार के जोखिम से दूर रहना चाहते हों और फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) में गिरते ब्याज दर से परेशान हों, सुकन्या समृद्धि योजना उनके लिए बेहतरीन कदम साबित हो सकती है।
बच्चों को थोड़ी सभ्यता सिखाइए
अपने उद्दंड असभ्य व्यवहार के लिए क्या पूर्णत: बच्चे ही दोषी हैं? आंशिक रूप से माना यह जीन्स का खेल है वर्ना क्यों एक ही घर में एक से वातावरण में पले बढ़े बच्चों...
बच्चे पढ़ने से कतराते क्यों हैं…?
हर कोई चाहता है कि उनका बच्चा पढ़ाई में सबसे ‘अव्वल’ रहे। बच्चा अपनी शक्ति भर पढ़ने-लिखने की कोशिश करता भी है, फिर भी न पढ़ने की शिकायत अधिकतर माता-पिता की बनी रहती है।...
बच्चों में आत्म-विश्वास पैदा कर
जब स्कूल में कोई बच्चा होशियार होने के बावजूद अपने अन्य कमजोर साथियों से पीछे रह जाता है तो उसमें आत्म-विश्वास की कमी होने लगती है। ऐसे में बच्चे के माता-पिता उसको डांटते हैं...
बच्चों को दोस्तों के प्रति आगाह रखें
किशोरावस्था जीवन का महत्वपूर्ण पड़ाव है। इस उम्र में बच्चों में बहुत बदलाव आते हैं। बच्चों को इस उम्र में समझ पाना जितना जटिल काम है उतना कभी नहीं। बच्चों के विकास में उनके...
स्कूली बच्चे हो गये मोबाइल के आदी
वह समय भी था कि मोबाइल तो कोई जानता नहीं था। फोन भी इक्का दुक्का घरों में होते थे। जरूरी बात करनी होती थी तो वहीं जा कर की जाती थी। आज हर व्यक्ति...
क्या आप संकोची हैं?
बहुत कम लोग सार्वजनिक रूप से यह स्वीकार पाते हैं कि वे संकोची स्वभाव के या शर्मीले हैं। ऐसे स्वभाव वाले व्यक्तियों को अंतर्मुखी भी कहा जाता है। ऐसे व्यक्तियों के लक्षण प्राय: बातचीत...
सिंगल मदर छोटे बच्चे की देखभाल कैसे करें
इत्यादि ऐसे किसी भी कारण से बच्चे को अकेले पालने की जिम्मेदारी मां पर आ सकती है। ऐसे में पहली दो स्थितियों में मां स्वयं मानसिक रूप से तनाव ग्रस्त होती है, उस पर मानसिक तनाव के साथ-साथ आर्थिक समस्या भी होती है कि अकेले छोटे बच्चे को कैसे पाल पोस कर संस्कारी बना सके।
अच्छी नहीं है नेल बाइटिंग की आदत
बच्चों का नेल बाइटिंग करना आम है। अक्सर हम बच्चों को उनकी इस आदत पर टोकते हैं। आइए जानें, बच्चे नाखून क्यों कुतरते हैं। यह भी जरूरी है कि ऐसी स्थिति में बच्चों को कैसे...
किस उम्र में बच्चों को कौन सा खाना दिया जाना चाहिए
बचपन में देंगे ऐसा आहार, तो उम्र भर बीमारियों से दूर रहेंगे बच्चे
Baccho Ke Liye Healthy Food: अक्सर जब बात हो बच्चों के खाने की तो हर माता-पिता की एक ही दुविधा होती है...
छुट्टी का दिन हो मौजमस्ती भरा
छुट्टी का दिन हो मौजमस्ती भरा
हमारी रूटीन लाइफ में छुट्टियां बहुत खास होती हैं और सप्ताह भर में रविवार का दिन ही तो ऐसा होता है जो पूरे परिवार के लिए खास होता है।...
प्रमोशन की सीढ़ी चढ़ें ऐसे
प्रमोशन की सीढ़ी चढ़ें ऐसे
पढ़ाई पूर्ण होने के बाद अगला कदम होता है जॉब ढूंढना। जॉब मिलने पर आप कुछ ऐसा करें कि सफलता की सीढ़ियां चढ़ते जाएं। जब आप जॉब प्रारम्भ करते हैं...