रिकॉर्ड वाले इन्सां
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नरसिंह इन्सां ने 14 सालों में 55 बार किया रक्तदान
डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी इन्सानियत की नित नई-नई इबारत लिख रहे हैं। शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर फोर्स विंग के सेवादार नर सिंह इन्सां ने लगातार 55 बार रक्तदान कर एक रिकॉर्ड स्थापित कर दिया, जो कि इंडिया बुक आफ रिकॉर्ड में दर्ज हो गया। 49 वर्षीय नर सिंह इन्सां का कहना है कि पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने शाह सतनाम जी स्पेशलिटी अस्पताल में 24 जुलाई 2007 को पूज्य बापू मग्घर सिंह जी इंटरनेशनल ब्लड का शुभारंभ किया था, उस दिन उन्हें इस ब्लड बैंक के प्रथम रक्तदाता होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
इसके पश्चात अस्पताल में उपचाराधीन मरीजों के परिजनों को रक्त के लिए परेशान देखा तो संकल्प किया कि मैं किसी का जीवन बचाने का कोई मौका नहीं छोड़ूंगा। वे हर तीन माह बाद पूज्य बापू मग्घर सिंह जी इंटरनेशनल ब्लड बैंक में रक्तदान करते आ रहे हैं और 2007 से 2021 तक लगातार 55 बार रक्तदान करने पर 3 मई 2022 को उनका नाम इंडिया बुक आफ रिकॉर्ड्स में दर्ज हुआ। सरसा के चत्तरगढ़पट्टी निवासी नर सिंह इन्सां अनुभव सांझा करते हुए बताते हैं कि मेरा ब्लड ग्रुप ए पॉजीटिव है। कई बार ऐसे मौके भी आए जब मरीज बिल्कुल मृत्यु शैया पर थे। परिजनों की आँखें आँसूओं से भीगी हुई थी और रक्त नहीं मिल रहा था। तब वे तुरंत पहुंचकर रक्तदान कर मरीज का जीवन बचाने में सहायक बने। वे कहते हैं कि करने वाला तो भगवान है, लेकिन किसी की जिंदगी बचाने से जो खुशी मिलती है, उसे शब्दों में ब्यां कर पाना मुश्किल है।
पवनदीप कौर इन्सां ने 103 पत्तों पर लिखे सलोगन
पंजाब के जीरा क्षेत्र की रहने वाली पवनदीप कौर इन्सां पुत्री बंत सिंह ने गजब का हुनर दिखाते हुए अमरूद के पत्तों पर ऐसी कलाकारी कर दिखाई, जिसे इंडिया बुक आॅफ रिकार्ड (12 अप्रैल 2022) व एशिया बुक आॅफ रिकॉर्ड (11 मई 2022) में दर्ज किया गया है। पवनदीप कौर को इसके लिए प्रशस्ती पत्र भी दिया गया। दरअसल पवनदीप कौर ने अमरूद के 103 पत्तों पर ‘इी ऌंस्रस्र८ हँं३ ङ्म४ ऌं५ी, इी ऋ१ीी छ्र‘ी अ इ्र१’ि जैसे अंग्रेजी भाषा में अलग-अलग 103 प्रेरणादायी स्लोगन लिखे। बेटी की इस उपलब्धि पर माता बरजिंद्र कौर व भाई हरमनदीप ने खुशी जताते हुए उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
राजेश इन्सां ने 4 मिनट 13 सेकिंड में लगाए 58 पौधे
मैं बचपन से ही डेरा सच्चा सौदा से जुड़ा हुआ हूं, पूज्य गुरु संत डा. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने हमेशा ही हमें पर्यावरण व लोकभलाई के कार्य करने के लिए प्रेरित किया है। अकसर पूज्य गुरु जी फरमाते हैं कि घर में जब भी कोई विशेष उत्सव या खास दिन हो, उस दिन मानवता भलाई के कार्य करते हुए उसे यादगार बनाना चाहिए। आजकल पर्यावरण प्रदूषण की समस्या बड़ी विकट होती जा रही है, यही सोच कर मैंने अपने जन्मदिन पर पौधे लगाने का निश्चय किया। पूज्य सतगुरु जी की दयामेहर से एक छोटा सा प्रयास किया था, लेकिन वह खुद-ब-खुद ही रिकार्ड बन गया।
समाज के प्रति जज्बा गर अनूठा हो तो इन्सान कई बार ऐसे कार्य भी कर जाता है जो अपने आप में बेमिसाल होते हैं और लोगों के लिए वह रिकार्ड बन जाता है। कुछ ऐसा ही कर दिखाया है कोटा के राजेश कहार इन्सां ने। दरअसल राजेश ने अपने जन्मदिन पर अपने विद्यालय में पौधारोपण करने का निश्चय किया। निश्चय इतना दृढ़ था कि उसने मात्र 4 मिनट 13 सेकिंड में 58 पौधे लगा दिए, जो अपने आप में एक रिकार्ड बन गया। इस नेक कार्य को एशिया बुक आॅफ रिकॉर्ड तथा इंडिया बुक आॅफ रिकॉर्ड्स ने बतौर रिकॉर्ड स्थापित किया है। वहीं एशिया व इंडिया की तरफ से भी राजेश इन्सां को मैडल व सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया।
बकौल राजेश कहार इन्सां, अगर जीवन के कुछ समय को मानवता भलाई के कार्य में लगा दिया जाए तो जीवन खुशनुमा बन जाता है। मेरे अंदर इतना इन्सानियत का जज्बा और आत्मबल आया कि मैंने 253 सेकिंड में 58 पौधे लगा दिए। बीएससी, बीएड की एजुकेशन हासिल कर चुके राजेश इन्सां का मानना है कि यह सब कुछ उसके पूज्य गुरु संत डा. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के आशीर्वाद से ही संभव हो पाया है। पूज्य गुरु जी के मार्गदर्शन में ही ऐसे अच्छे कार्य करने की इच्छा जागृत हुई है। 24 वर्षीय राजेश का परिवार डेरा सच्चा सौदा से जुड़ाव रखता है, और डेरा की मानवता मुहिम में हमेशा अग्रणी भागीदारी भी करता रहता है।
राजेश इन्सां द्वारा पर्यावरण संरक्षण के तहत बनाए गए इस रिकार्ड कार्य पर लोकसभा अध्यक्ष माननीय ओम बिरला जी द्वारा बधाइयां दीं गई तथा इस नेक कार्य की खूब सराहना भी की गई। वहीं राजस्थान सरकार के नगरीय विकास एवं आवासन मंत्री शांति धारीवाल ने भी सम्मानित किया। वहीं होनहार विद्यार्थी द्वारा किए गए इस अनूठे कार्य पर सरकारी स्कूल का पूरा स्टाफ प्रशंसा करने नहीं थम रहा है।