बहुभाषी शिक्षिका डॉ. माधवी इन्सां
पूज्य गुरु जी की प्रेरणा की बदौलत भारत की टॉप गेमचेंजर महिलाओं में शुमार
चंबल नदी के छोटे से क्षेत्र रावतभाटा (चितौड़गढ़) की माटी में पली-बढ़ी डॉ. माधवी बोरसे इन्सां का नाम आज दुनियाभर में चमक रहा है। बहुभाषी शिक्षिका के तौर पर दुनियाभर के प्रतिष्ठित संस्थानों से लगभग 35 डॉक्टरेट की उपाधियां प्राप्त करने वाली डॉ. माधवी इन्सां भारत की टॉप 10 गेम चेंजर महिलाओं में शुमार हो चुकी हैं।
वे अब तक 400 से ज्यादा अवॉर्ड प्राप्त कर चुकी हैं औ इंडिया टुडे में टॉप 8 इमर्जिंग इंडियन वुमेन में शामिल हो चुकी हैं। डॉ. माधवी इन्सां ने अपनी इन उपलब्धियों का श्रेय पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां को देते हुए कहा कि पूज्य गुरु जी की पावन प्रेरणा की बदौलत ही वह सफलता के इस मुकाम तक पहुंच पाई हैं।

मैंने तभी से इस बात को सफलता का मंत्र बना लिया और बहुत मेहनत की। मुझे शुरु में ही इंग्लिश में बहुत रूचि थी। बाद में जर्मन और फ्रेंच भाषा भी सीखी। आज मुझे यह बताते हुए गर्व हो रहा है कि पूज्य गुरु जी के अनमोल टिप्स की बदौलत मैंने बहुभाषी शिक्षाविद् के तौर पर अपनी पहचान बनाई है।
डॉ. माधवी बोरसे अंग्रेजी, जर्मन, फ्रेंच, स्पेनिश और इटालियन भाषाएं सिखाती हैं। उनके साथ 32 वैश्विक विदेशी शिक्षक जुड़े हैं, जो दुनियाभर में भाषा व शिक्षा का प्रसार कर रहे हैं।
पिछले दिनों कुआलालंपुर-मलेशिया की हेल्प यूनिवर्सिटी के कैंपस में आयोजित वर्ल्ड स्कूल समिट मलेशिया-2025 में डॉ. माधवी बोरसे इन्सां ने शिक्षा प्रणाली पर वैश्वीकरण के प्रभाव पर अपने विचार साझा किए तो शिक्षा के प्रति उनकी विशेषज्ञता और जुनून ने उपस्थित लोगों पर गहरा प्रभाव छोड़ा।

डॉ. माधवी इन्सां ने इटली के क्यूनियो विश्वविद्यालय से डॉक्टर आॅफ लिटरेचर आॅनरिस कॉसा सहित दुनियाभर के प्रतिष्ठित संस्थानों से 35 डॉक्टरेट की उपाधियां प्राप्त की हैं। उन्हें शिक्षा में उनके उत्कृष्ट योगदान और युवा दिमाग को पोषित करने के लिए अवॉर्ड दिया गया।
डॉ. माधवी को भारत की टॉप-10 गेम चेंजर महिलाओं में शामिल किया गया है। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर जब उन्हें यह सम्मान प्रदान किया गया तो उस सूची में ईशा अंबानी, फाल्गुनी नायर और त्रिप्ति डिमरी जैसी जानी-मानी महिलाएं भी शामिल थी।































































