गर्मियों का पौष्टिक फल‘अनार’
अनार एक ऐसा फल है, जिसमें बहुमूल्य गुण हैं और जो ‘एक तीर कई निशाने’ लगाता है। पेट, लीवर और ह्रदय की गतिविधी को दुरुस्त रखने में अनार सहायक फल है। इससे भूख बढ़ती है और प्यास कम लगती है, इसलिए इसे गर्मी में बहुत फायदेमंद समझा जाता है।
अनार स्वास्थ्यवर्धक तो है ही, साथ ही अनार के पेड़ की लकड़ी बहुत मजबूत होती है। आमतौर पर इसकी लकड़ी का प्रयोग टहलते समय काम में लाई जाने वाली छड़ी बनाने में किया जाता है।
भारत में अनार को कई नामों में जाना जाता है। बांग्ला भाषा में अनार को ‘बेदाना’ कहते हैं, हिन्दी में ‘अनार’, संस्कृत में ‘दाडिम’ और तमिल में ‘मादुलई’ कहा जाता है। अनार के पेड़ सुंदर व छोटे आकार के होते हैं।
पेड़ पर फल आने से पहले लाल रंग का बड़ा फूल लगता है, जो हरी पत्तियों के साथ बहुत ही खूबसूरत दिखता है। शोधकर्ताओं का मानना है कि यह फल लगभग 300 साल पुराना है।
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अनार में पाये जाने वाले तत्व:-
- ऐलेजिक एसिड,
- एंटीआॅक्सीडेंट,
- पॉली अनसेचुरेटेड फेटी,
- एसिड,
- ओमेगा 5,
- कैल्शियम,
- फास्फोरस,
- पोटेशियम,
- फॉलिक एसिड,
- विटामिन ए,
- सी और ई,
- राइबोफ्लेविन,
- थायमिन और आयरन।
औषधीय गुण:-
अनार में प्रचुर मात्रा में लाभदायक प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, विटामिन और खनिज पाए जाते हैं। 100 ग्राम अनार खाने पर हमारे शरीर को लगभग 65 किलो कैलोरी ऊर्जा मिलती है। अनेक आयुर्वेदिक दवाएं बनाने में भी अनार का प्रयोग किया जाता है। इसके बीजों से निकलने वाले तेल का प्रयोग औद्योगिक क्षेत्र में किया जाता है।
अनार के स्वास्थ्य लाभ:-
- खून की कमी को दूर करने के लिए अनार का जूस सबसे अच्छा माना जाता है।
- दिल की बीमारियों के लिए भी अनार को बहुत पौष्टिक माना जाता है।
- कैंसर से बचाव करने में भी अनार कारगर होता है।
- इसके साथ ही यह हड्डियों को मजबूत करने, ब्लड सर्कुलेशन को सही रखने, वजन कम करने में भी बहुत लाभकारी होता है।
- अनार खाने से शरीर में खून का प्रवाह ठीक तरह से होता है। इसके साथ-साथ ये हर्ट अटेक और हर्ट स्ट्रोक को भी ठीक करता है।
- गर्भवती महिलाओं को, अनार का जूस पीने से उसका बच्चा स्वस्थ पैदा होता है। उसके होने वाले बच्चे को कम वजन जैसी बीमारी का सामना नहीं करना पड़ता।
- इसका जूस अधिक उम्र के लोगों को होने वाली अल्जहेम नामक बीमारी को रोकता है।
- इसका जूस पीने से शरीर की गर्मी भी कम होती है।