जज्बे को सैल्यूट सेवादारों ने बांधा 40 फुट का कटाव Salute the spirit. 40 feet erosion tied by servicemen
जिला करनाल के गांव रांवर वासियों के लिये आवर्धन नहर आफत का मंजर लेकर आई। 17 मई की अलसुबह 4 बजे आवर्धन नहर में एकाएक कटाव हो गया। जब तक इसकी खबर लोगों को लगती कटाव करीब 40 फुट तक जा पहुंचा था। पानी के तेज बहाव के चलते पूरा गांव जलमग्न हो गया।
चंद मिनटों में 4-5 फुट पानी लोगों के घरों में घुस गया और किसानों की सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद हो गई। इस घटना की जैसे ही सूचना मिली तो शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर फोर्स विंग के करीब एक हजार सेवादार मौके पर पहुंच गये और पानी के बहाव को रोकने का कार्य शुरू कर दिया। बड़ी मशक्कत के बाद इन सेवादारों ने विकराल हुई नहर को पाटने में कामयाबी पाई। जिला उपायुक्त निशांत कुमार व घरौंडा विधायक हरविंद्र कल्याण ने भी घटनास्थल का जायजा लिया और सेवादारों के इस कार्य की भरपूर प्रशंसा की।
राहत व बचाव कार्य में जुटे हरियाणा के 45 मैंबर संदीप अन्नू इन्सां व सुभाष इन्सां ने बताया कि पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने आपदा की घड़ी में मानवता की मदद के लिये शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर फोर्स का गठन किया है। इस घटना के बारे भी जब पता चला तो चंद मिनटों में ही एक हजार के करीब सेवादार घटनास्थल पर पहुंच गए और राहत बचाव कार्य शुरू कर दिया।
उन्होंने कहा कि प्रशासन के साथ तालमेल बनाकर नहर के कटाव को भरा गया। इसके अलावा सेवादारों ने गांव में जलभराव होने पर स्थानीय लोगों की भी मदद की। कई घरों में पानी घुसने से सामान खराब हो रहा था, जिसे सेवादारों ने बाहर निकालकर सुरक्षित जगह पर रखवाया।
इस सेवा कार्य में ब्लॉक निसिंग से बजरंग इन्सां, 15 मैंबर गुरुमुख, सुशील कुमार, गुरूदयाल इन्सां, माया राम रांवर, असंध से राजेन्द्र इन्सां जभाला, इश्म सिंह, विक्की, बलराज, राजेश, बिजेन्द्र, रिन्कू, डॉ. कुलदीप, शिवम इन्सां सहित अन्य सेवादार लगे रहे।
————————————–
डेरा सच्चा सौदा हमेशा मानवता की सेवा में आगे रहता है। नहर टूटने से रांवर गांव में पानी का भराव हो गया। डेरा सच्चा सौदा के सेवादारों ने नहर को बांधने व ग्रामीणों की जो मदद की, वह सराहनीय है।
– हरविंद्र कल्याण, विधायक घरौंडा।
————————————–
आवर्धन नहर टूटने से काफी नुकसान हुआ है। इस संकट की घड़ी में डेरा सच्चा सौदा के सेवादार मसीहा बनकर आए और स्थिति को नियंत्रण करने में काफी मदद की। यदि समय पर डेरा अनुयायी नहीं पहुंचते तो जलराव इससे भी ज्यादा हो सकता था। इन सेवादरों का जितना धन्यवाद करूं, उतना कम है।
-दरबारा सिंह, सरपंच गांव रांवर।
सच्ची शिक्षा हिंदी मैगज़ीन से जुडे अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook, Twitter, LinkedIn और Instagram, YouTube पर फॉलो करें।