सच्चे संत, गुरु, पीर-फकीर आत्मा और मानवता पर हमेशा परोपकार करते हैं। सृष्टि, मानवता के प्रति उनके परोपकार ला-ब्यां हैं। उनके परोपकारों की गिनती नहीं हो सकती, अनगिनत परोपकार हैं उनके। जो सतगुरु जून-चौरासी की कैद में बंधी जीवात्मा को अपने रहमो-करम से आजाद कर दे और उसे उसके घर परमपिता परमात्मा से मिला दे, इससे बड़ा तो कोई उपकार हो ही नहीं सकता। वो जीव अपने सतगुरु, मुर्शिदे-कामिल के तमाम रहमो-करम के हकदार बन जाते हैं, जो अपने गुरु, संत, पीर-फकीर के वचनों पर अमल करते हैं। (sataguru jee ke paropakaar)
सतगुरु अपने शिष्य का दोनों जहानों में सच्चा रक्षक होता है। जब तक जीव इस मातलोक में रहता है, यहां पर हर जगह और हर समय उसकी पल-पल संभाल करता है और जब वह यह मातलोक छोड़कर परलोक (अगले जहान) में जाता है वहां पर भी उस जीव के साथ रहकर काल-कर्मों के लेखे-पतों से उसे हर तरह से सुरक्षित करता है। सतगुरु के उपकारों, उनके गुणों का वर्णन हो ही नहीं सकता।
पूजनीय परमपिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज दाता, सच्चे रहबर ने जीवों पर जो अपना रहमो-करम किया है, जो प्रत्यक्ष रूप में सभी साध-संगत देख रही है। सतगुरु रूप वटा के आया है। पूज्य सतगुरु जी ने जो चाहा, जो फरमाया, जीवोद्धार के लिए वो करके दिखाया। इसकी मिसाल जग-जाहिर है। पूजनीय परमपिता जी का रहमो-करम डेरा सच्चा सौदा में जर्रे-जर्रे में नजर आ रहा है।
28 फरवरी पूजनीय परमपिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज का पावन गुरगद्दीनशीनी दिवस है। आज के दिन 28 फरवरी 1960 को पूजनीय बेपरवाह शाह मस्ताना जी महाराज ने पूजनीय परमपिता जी को अपने अपार रहमो-करम से डेरा सच्चा सौदा की गुरगद्दी पर बतौर दूसरे पातशाह विराजमान किया। आप जी ने 30-31 वर्ष तक डेरा सच्चा सौदा की फुलवाड़ी को अपने अपार रहमो-करम से इस तरह महकाया कि आज भी कण-कण में आप जी के रहमो-करम की महक महसूस की जा रही है। आप जी ने 23 सितम्बर 1990 को मौजूदा गुरु पूजनीय हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां को बतौर तीसरे पातशाह डेरा सच्चा सौदा गुरगद्दी पर विराजमान कर फरमाया, ‘हम थे, हम हैं और हम ही रहेंगे।’ साध-संगत के प्रति आप जी के यह महान परोपकार ला-ब्यां हैं, जो लिखने-पढ़ने में नहीं आ सकते। पूजनीय मौजूदा गुरु जी आज अपने रहमो-करम से देश-दुनिया के करोड़ों श्रद्धालुओं का आदर्श हैं। आप जी ने आज छ: करोड़ से भी ज्यादा लोगों की बुराइयां छुड़ाकर राम-नाम के द्वारा डेरा सच्चा सौदा से जोड़कर रखा हुआ है।
पूजनीय गुरु जी की पावन रहनुमाई में 28 फरवरी का यह पाक-पवित्र गद्दीनशीनी दिन महा रहमो-करम दिवस के रूप में डेरा सच्चा सौदा में हर साल बहुत बड़े भण्डारे के रूप में धूमधाम से मनाया जाता है। यह पवित्र महा रहमो-करम दिवस साध-संगत के लिए हर साल खुशियों की सौगात लेकर आता है और साध-संगत अपने मौजूदा गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की रहनुमाई में पूजनीय सतगुरु के इस पवित्र भण्डारे की अपार खुशियों को प्राप्त करती है। पूजनीय परमपिता जी के 63वें पावन गुरगद्दीनशीनी-दिवस, महा रहमो-करम दिवस की ढेरों मुबारकें जी।