Night Light

दिल को नहीं भाती रात में तेज रोशनी Night Light

अध्ययन में खुलासा:

  • रात की तेज रोशनी से प्रभावित होता है मानवीय शरीर का अंदरूनी तंत्र
  • बढ़ जाता है दिल की बीमारी का खतरा

यदि आपको रात को लाइट जलाकर नींद लेने की आदत है या सोने से पहले बिस्तर पर फोन चलाते रहने की लत है तो यह आपके हृदय के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। आॅस्ट्रेलिया की फ्लिंडर्स यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है, उनका मानना है कि रात की तेज रोशनी इन्सान के दिल के लिए बेहद नुकसानदायक साबित हो सकती है। यह शरीर के अंदरूनी तंत्र को बिगाड़ देती है, जिससे दिल की बीमारियां और हाई ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ सकता है। शोधकर्ताओंं ने इस विषय पर 89 हजार लोगों पर 9 साल तक रिसर्च किया। जिसके बाद निष्कर्ष निकाला कि रात को ज्यादा रोशनी में रहने से दिल के दौरे का खतरा 50% तक बढ़ सकता है।

फ्लिंडर्स यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने अध्ययन में शामिल लोगों की कलाई पर सेंसर लगाए थे, जिनसे 1.3 करोड़ घंटे की रोशनी के संपर्क का डेटा मिला। रिसर्च में सामने आया कि रात में रोशनी के संपर्क में आने से हार्ट अटैक का खतरा 47 प्रतिशत, कोरोनरी आर्टरी डिसीज का खतरा 32 प्रतिशत और स्ट्रोक का 28 प्रतिशत तक बढ़ा है। रिसर्च बताती है कि 40 साल से ज्यादा उम्र के लोगों में रात की रोशनी दिल की बीमारियों का एक स्वतंत्र और बड़ा रिस्क फैक्टर है।

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रिसर्च के लीड आॅथर डेनियल विंड्रेड ने बताया कि यह पहली बार है जब इतने बड़े स्तर पर यह साबित हुआ है कि रात में रोशनी के संपर्क में आना दिल की बीमारियों का बड़ा कारण है। जब शरीर की सर्केडियन क्लॉक बार-बार तेज रोशनी से डिस्टर्ब होती है, तो हार्ट से जुड़ी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। यही नहीं, इस रोशनी से महिलाएं और युवा ज्यादा प्रभावित होते हैं। फ्लिंडर्स यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और सीनियर को-आॅथर सीन कैन ने बताया कि महिलाएं रोशनी से अपनी बॉडी क्लॉक के डिस्टर्ब होने के प्रति ज्यादा संवेदनशील होती हैं।

ऐसे जोखिम से बचने के लिए क्या करें

  • जितना संभव हो सके, रात्रि में कमरे में अंधेरा रखें और प्रकाश को रोकने के लिए काले पर्दे, स्लीप मास्क या अन्य साधनों का उपयोग करें।
  • दिन में बाहर निकलें। दिन में आपको जितनी ज्यादा धूप मिलेगी, रात में रोशनी के असर को आप उतना ही कम कर पाएँगे।
  • सोने से कम से कम दो घंटे पहले स्क्रीन (टीवी, स्मार्टफोन, टैबलेट आदि) बंद कर दें।
  • उपकरणों पर नाइट शिफ्ट डिस्प्ले विकल्पों का लाभ उठाएं, और अगर आप नए उपकरण खरीद रहे हैं, तो खरीदने से पहले यह जरूर जाँच लें कि यह विकल्प मौजूद है या नहीं। अगर आपको रात में रोशनी की जरूरत है, तो लाल बत्ती वाले बल्ब इस्तेमाल करने पर विचार करें।
  • यदि संभव हो तो, नियमित गतिविधि और आराम का कार्यक्रम बनाए रखें, प्रतिदिन एक ही समय पर सोएं और जागें।