मन से हो नव वर्ष का सुस्वागतम
वर्ष 2022 को अलविदा! वर्ष 2023 का आगमन! हर वर्ष की तरह एक और नए साल का आगमन! फिर से नई उमंगें! नए उत्साह! नया जोश! नया जुनून! कुछ नया, कुछ अलग कर-गुजरने का जुनून! पुरानी भूलों को सुधारकर सफलता हासिल करने का अवसर! जी हां, प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी आपके पास मौका है अपने-आपको, अपने दिलो-दिमाग को तरो-ताजा करने का!
सर्द हवाएं, वातावरण में फैली धुंध, कोहरा, जगह-जगह जलते अलाव, सड़कों पर रेंगते वाहन, सिर से लेकर पांव तक कपड़ों से अपने-आपको ढांपे स्कूल जाते बच्चे, आकर्षक वेशभूषा में दिखते युवाओं की मस्ती एक जनवरी को प्राय: यही देखने को मिलता है। नववर्ष की यह रंगीन दस्तक असीम खुशियों भरी होती है। नवांगतुक के स्वागत और शुभकामनाओं से सरगर्म दिलों के बाजार चहक उठते हैं।
और वास्तव में यह खुशी हो भी क्यों नहीं! बीते साल की भूली-बिसरी यादों को छोड़कर नए अनुभव और नए अवसर पाने के लिए हम नई दहलीज में कदम जो रख रहे हैं। नए वर्ष के लिए कुछ नया हो जाए, तो ये कदम सार्थक साबित होंगे। वैसे भी लगभग हर कोई सोचता है कि इस वर्ष में मुझे ये करना है, वो करना है।
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तो हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसे संकल्प, जिन्हें अपनाकर आपकी लाइफ गार्डन-गार्डन हो जाएगी:-
कैशलेस व्यवस्था अपनाने का संकल्प:
वर्तमान में देश में जिस तरह का माहौल है, उसमें हर किसी का पहला संकल्प यही होना चाहिए कि वह कैशलेस अर्थव्यवस्था को अपनाएगा। प्रत्येक देशवासी का यह परम कर्त्तव्य है कि देश की अर्थव्यवस्था में योगदान दे। मौजूदा मुद्रा प्रणाली को अपनाएं। अगर आप कैशलेस व्यवस्था को अपनाने का संकल्प लेते हैं, तो इसका सीधा फायदा देश व देश की आम जनता को मिलेगा।
देशभक्ति का संकल्प:
देशभक्ति हर किसी का गहना होना चाहिए। वर्तमान में देश में हर किसी के दिलो-दिमाग में देशभक्ति की भावना होना परम आवश्यक है। आप अपने बच्चों को भी बचपन से देश की गरिमा, वीर सपूतों, बलिदानियों, स्वतंत्रता सेनानियों का सम्मान करना सिखाएं। उन्हें राष्टÑीय चिन्ह, राष्टÑीय प्रतीक, स्तंभ, राष्टÑगान व राष्टÑीय मूल्यों के प्रति सजग करें। ऐसा संकल्प निश्चित ही आपके मन को असीम सुकून देगा।
प्रदूषण नहीं फैलाने का संकल्प:
वातावरण लगातार दूषित हो रहा है। वायु व जल प्रदूषण से संबंधित से हर रोज नई-नई रिपोर्ट्स आ रही हैं। ऐसे ही संकल्प लें कि किसी भी तरह का प्रदूषण नहीं फैलाएंगे। जैसे गाड़ियों का प्रयोग कम से कम करेंगे, महीने में एक पौधा लगाएंगे इत्यादि। फसलों के अवशेष न जलाएं और खेतों में रासायनिक खादों का उपयोग नहीं करने का संकल्प करें।
स्वच्छता का संकल्प:
संकल्प लें, तन-मन को अच्छे विचारों से स्वच्छ बनाना है! अपने घर, मौहल्ले, गांव, शहर को स्वच्छ बनाना है। अपने देश को स्वच्छ बनाना है। इसके लिए आपको सिर्फ इतना करना है कि घर और मौहल्ले में कहीं भी, इधर-उधर कूड़ा-कर्कट नहीं फैंकना। गलियों की नालियों को सदा साफ रखना है। आपने टॉफी का रैपर, कुल्फी का रैपर इत्यादि जहां दिल किया, वहीं फैंक दिया! नहीं-नहीं, ऐसा नहीं करना और कोई कर भी रहा है, तो उसे भी समझाएं। बस, इस तरह के कुछ कार्य करके ‘स्वच्छ भारत’ अभियान में अपना सहयोग दें।
संस्कृति को जीवित रखने का संकल्प:
भारतीय संस्कृति सबसे प्राचीन व श्रेष्ठ है। इसी के चलते भारत को विश्व गुरु भी माना जाता है। मगर पाश्चात्य संस्कृति का अनुसरण कर युवा पीढ़ी दिग्भ्रमित हो रही है। ऐसे में अगर आप युवा हैं, तो अपनी संस्कृति, जैसे बड़े-बुजुर्गों का सम्मान करना, योग-अध्यात्म को अपनाना, सात्विक जीवन व्यतीत करना इत्यादि का अनुसरण करें। आपके बच्चे हैं, तो उन्हें संस्कृति से अवगत कराएं व संस्कृति की महत्ता बताते हुए इसके पालन का संकल्प करना सिखाएं। प्राचीन ग्रंथों व महान् व्यक्तियों द्वारा रचित कथा-कहानियों को पढ़ने की ओर प्रेरित करें।
आशावादी बनने का संकल्प:
याद करें, बीते वर्ष आपको किन जटिलताओं से दो-चार होना पड़ा था! उनसे सीखें। अपने-आप पर काबू रखें। साहसिक बने रहें। कभी निराश न हों। निराशा किसी भी समस्या को अधिक जटिल बना देती है। नकारात्मक सोच से व्यक्ति की बुद्धि काम करना बंद कर देती है, इसलिए हमेशा आशावादी बने रहने का संकल्प करें। याद रखें कि जीवन में वे लोग ही कामयाब होते हैं, जो गिरकर उठना जानते हैं। गिरना कोई गुनाह नहीं है, बल्कि किसी कार्य को और अधिक गुणवत्ता व सटीकता से करने का सबक होता है। इसलिए असफलता से निराश न हों, बल्कि हमेशा आगे बढ़ते रहने का संकल्प करें।
सेहतमंद बने रहने का संकल्प:
सेहत की ओर ध्यान देना लाजिमी बनता है। अपने लिए कुछ वक्त निर्धारित करें, ताकि आप मानसिक, शारीरिक व आत्मिक तौर पर स्वस्थ बने रहें। अपना खान-पान सादा व स्वच्छ रखें। मेडिटेशन को भी खान-पान की तरह एक अभिन्य हिस्सा बनाएं। बीत गया, सो बीत गया। अपना भविष्य उज्जवल बनाने का संकल्प करें। सदा हंसते, मुस्कुराते रहने का सोचें। टेंशन ना लेने का, ना देने का, इस फार्मूले को जीने का सबब बना लें।
कुछ नया सीखें:
आप संकल्प करें कि इस वर्ष जरूर कुछ नया सीखना है। आप ड्राइविंग सीख सकते हैं। कोई नई भाषा सीख सकते हैं। रेसिपी बनाना सीख सकते हैं। गीत-संगीत या कोई सुर-साज सीखना भी मुफीद रहेगा। ऐसा कुछ जरूर सीखें। इससे आपको एक्सट्रा एनर्जी मिलेगी, आप एक्टिव रहेंगे और देखना फिर आपके लिए यह वर्ष कितना यादगार साबित होगा।