सर्दी में हड्डियों-जोड़ों को मजबूत बनाए पालक spinach / Paalak
पालक सब सागों की रानी है। साग का ध्यान आते ही पालक आँखों के सामने सबसे पहले आती है। पालक की सब्जी, साग, पकौड़े सभी स्वादिष्ट लगते हैं और तो और हरियाली पुलाव, परांठे और हरी पूड़ियां भी स्वाद में पीछे नहीं हैं। पालक के नियमित सेवन से स्वाद के साथ हम स्वास्थ्य का भी पूरा ध्यान रख सकते हैं। पालक में मिनरल्स और विटामिन्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। पालक एक ऐसी सब्जी है, जिसे हर कोई खाना पसंद करता है, लेकिन बहुत कम लोग ही जानते होंगे कि पालक औषधीय रूप से भी प्रयोग में लाई जाती है।
Paalak पालक अपनी पौष्टिकता के कारण सुपरफूड मानी जाती है। पालक से सूप, दलिया, सब्जी, साग, सलाद, दाल, खिचड़ी जैसे बहुत तरह के व्यंजन बनाए जाते हैं। पालक के पत्ते का विरेचक गुण यानि मलाशय को साफ करने में मदद करने तथा शरीर की हानिकारक चीज़ों को पेशाब के रास्ते बाहर निकालने में सहायता करता है। पालक के सेवन से खाना अच्छी तरह से हज़म होने में मदद मिलती है। पालक प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने, त्वचा की नमी और हड्डियों के घनत्व में सुधार करने में कारगर है।
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तो आइए जानते हैं सर्दियों में पालक का सेवन करने से क्या-क्या लाभ होते हैं: spinach / Paalak
गले के दर्द से आराम:
अक्सर सर्दी के मौसम में गले में खराश या दर्द की शिकायत होने लगती है। इस परेशानी को पालक के सेवन से दूर कर सकते हैं। पालक के पत्तों को उबालें। इस रस को गुनगुना होने पर पीएं। पालक के जूस से गले की सूजन से आराम मिलता है।
हड्डियों की मजबूती:
पालक हड्डियों की मजबूती के लिए फायदेमंद होता है। पालक में पाए जाने वाले कैल्शियम और आयरन हड्डियों को मजबूती प्रदान करते हैं, जिससे आॅस्टोपोरोसिस, एनीमिया जैसी बीमारियों से बचाव होता है।
त्वचा की नमी बढ़ाए:
सर्दियों की ठंडी हवा से त्वचा की नमी खो सकती है, जिससे रूखापन और जलन हो सकती है। पालक में मौजूद एंटीआॅक्सीडेंट, जैसे विटामिन ई, बीटा-कैरोटीन और विटामिन सी, त्वचा में आॅक्सीडेटिव तनाव को कम करने, नमी के स्तर में सुधार करने और रूखेपन को कम करने में मदद करते हैं।
हाई ब्लड प्रेशर में फायदेमंद:
आजकल तो तनाव और असुंतलित खान-पान के कारण ज्यादातर लोगों को उच्च रक्तचाप की बीमारी होने लगी है। इसके लिए 5-10 मिली पालक के रस में समान भाग नारियल का जल मिला लें। इसके सेवन से उच्च रक्तचाप में फायदा पहुँचता है।
आँखों के रोग में फायदेमंद:
मोतियाबिंद होने से लोगों को देखने में परेशानी होने लगती है। आयुर्वेद के अनुसार, पालक का सेवन करने से मोतियाबिंद से आराम मिल सकता है। पालक की जड़, पीपल, शंख और अश्वगंधा को अलग-अलग 4-4 मासा (0.97 ग्राम) लें। इन्हें जम्बीरी नींबू के रस से पीस लें। इसकी गोलियां बना लें। इन गोलियों को पीसकर आंखों में लगाने से आँखों के रोग में लाभ होता है।
Paalak पालक के सेवन से होने वाले अन्य लाभ:
- विटामिन ए,बी,सी, आयरन और कैल्शियम से भरपूर होने के कारण यह सेहत के लिए अच्छी है।
- पालक में कैलरीज की मात्रा कम होती है। इसे दिलभर कर खाया जा सकता है। मोटे लोग इसका सेवन बिना किसी झिझक के कर सकते हैं।
- पालक में पाया जाने वाला आयोडीन दिमागी थकान दूर करने में मदद करता है, दिमाग में ताजगी बनी रहती है। मेमरी भी बढ़ती है।
- पालक में पानी की मात्रा अधिक होने से त्वचा में नमी बनी रहती है। खुश्क त्वचा वालों को पालक का सेवन अधिक करना चाहिए।
- पालक के नियमित सेवन से ब्लड में ग्लूकोज का स्तर कम होता है। मधुमेह रोगियों के लिए पालक फायदेमंद है।
- पालक के नियमित सेवन से शरीर में कोलेस्ट्राल की मात्रा भी कम होती है।
- पालक का सेवन बूढ़े, जवान, बच्चे सभी कर सकते हैं, पर जिन्हे किडनी स्टोन की समस्या है, उन्हें पालक का सेवन नहीं करना चाहिए।




































































