ट्रैवल एंड टूरिज्म मैनेजमेंट :
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टूरिज्म मैनेजमेंट एक बहुत सशक्त व उन्नतिशील क्षेत्र है और इसमें भविष्य बहुत उज्ज्वल है।
यह सब से ज्यादा लाभ कमाने वाली इंडस्ट्री है और करीब 2 करोड़ लोगों को जॉब दे रही है। टूरिज्म मैनेजमेंट, ट्रैवल और टूरिज्म की प्लानिंग व मैनेजमेंट को डील करता है। भारत प्रतिवर्ष टूरिज्म द्वारा भारी विदेशी मुद्रा कमाता है।
भारत एक ऐसा देश है जहां देखने,घूमने और समझने के लिए बहुत कुछ है।
भव्य पुरातन स्मारक, इमारतें, मंदिर, मस्जिद, किले, महल, दूर तक फैले सुंदर समुद्र व नदियां, घने जंगल, वन्यजीव पार्क, क्या नहीं है इस देश में! इसके अलावा विभिन्न प्रकार का पहनावा, रहन-सहन, धार्मिक स्थल, लोक कलाएं और लोकपर्व विदेशी पर्यटकों को बहुत आकर्षित करते हें और वे इस देश को देखने के लिए खिंचे चले आते हैं। योगा का तो भारत जनक है और बहुत से विदेशी यहां योगा सीखने के लिए आते हैं।
सस्ती और विश्वसनीय मेडिकल सुविधाएं भी विदेशियों को बहुत आकर्षित कर रही हैं। इसलिए भारत सरकार पर्यटन उद्योग को बहुत डिवैलप कर रही है और बहुत बढ़ावा व सुविधाएं प्रदान कर रही है। प्रतिवर्ष इस उद्योग में करीब 10 प्रतिशत की वृद्धि हो रही है। इसलिए टूरिज्म के क्षेत्र में करियर की अपार संभावनाएं हैं।
अगर आप तरह-तरह के लोगों से मिलना पसंद करते हैं, घूमने में रूचि है, अलग-अलग कल्चर को देखने व समझने में इंटरेस्ट है और थोड़ा परिश्रम कर सकते हैं, तो यह करियर आपके लिए बहुत अच्छा साबित हो सकता है। यहां आगे बढ़ने और अपना कारोबार फैलाने के बहुत अधिक अवसर हैं।
टूरिज्म इंडस्ट्री के अलग-अलग बहुत से क्षेत्र हैं, जहां आप स्पेशलाइजेशन कर सकते हैं- जैसे आवासीय सुविधाएं, ट्रांसपोर्टेशन, खान-पान व केटरिंग, इवेन्ट्स व कांफ्रेंस, रोमांचकारी टूरिज्म, मेडिकल टूरिज्म, योगा टूरिज्म, ट्रैवल टेंड व अन्य सर्विसेज। सीधे टूरिज्म से जुड़े लोगों के अलावा इस उद्योग से माल और सेवाएं देने वाले लोगों को भी अच्छा रोजगार मिलता है।
इस क्षेत्र में करियर बनाने वाले युवाओं में नीचे लिखे गुणों का होना बहुत सहायक है:-
* प्रभावकारी कम्यूनिकेशंस स्किल
* भाषा पर पकड़, अगर आप एक से अधिक विदेशी भाषाएं जानते हैं तो सोने पर सुहागा है।
* लोगों से बातचीत की कला, सकारात्मक सोच व अच्छे मैनेरजाज्ड व्यवसाय की समझ व अच्छी याददाश्त
* आवासीय सुविधाओं का ज्ञान
* जगह-जगह के कस्टम्स की जानकारी।
शैक्षणिक योग्यता:-
टूरिज्म व ट्रैवल मैनेजमेंट में ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट व डिप्लोमा कोर्सेज विभिन्न संस्थानों द्वारा कराये जाते हैं।|सबसे प्रमुख संस्थान हैं- इंडियन इंस्टीटयूट आफ टूरिज्म एंड ट्रैवल मैनेजमेंट जिसका मुख्यालय ग्वालियर में है और शाखाएं ग्वालियर के अलावा भुवनेश्वर, नोएडा, गोवा व नलोर में हैं। स्रातक यानी डिग्री कोर्स के लिए 10+2 होना जरूरी है।
पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स के लिए किसी भी फील्ड में स्रातक होने के साथ इसकी प्रवेश परीक्षा पास करनी होती है और ग्रुप डिस्कशन इंटरव्यू होता है, तब ही कोर्स के लिए चयन होता है। किसी एक विदेशी भाषा की जानकारी हो तो आपको वरीयता मिलेगी।
इंडियन इंस्टीट्यूट आफ टूरिज्म एंड ट्रैवल मैनेजमेंट निम्न पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स कराते हैं जो 2 वर्ष का है:-
* पी.जी. डिप्लोमा इन मैनेजमेंट (टूरिज्म एंड ट्रैवल)
* पी.जी. डिप्लोमा इन मैनेजमेंट (टूरिज्म एंड लेजर)
* पी.जी. डिप्लोमा इन मैनेजमेंट (इंटरनेशनल बिजनेस)
* पी.जी. डिप्लोमा इन मैनेजमेंट (टूरिज्म एंड कारस)
इ.इ. ऑफ टूरिज्म एंड ट्रैवल मैनेजमेंट के अलावा प्रमुख संस्थान निम्न हैं जो इस इंडस्ट्री से संबंधित विभिन्न कोर्सेज कराते हैं -:
* देहली टूरिज्म एंड ट्रांसपोर्टेशन डवलपमेंट कारर्पोरेशन, नई दिल्ली।
* इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट आफ टूरिज्म एंड ट्रैवल्स मैनेजमेंट, नई दिल्ली।
* एमिटी यूनिवर्सिटी नोएडा, गुड़गांव, लखनऊ, जयपुर व ग्वालियर।
* एपटेक एवियेशन एंड होस्पिटेबीलिटी एकेडमी ।
* हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी।
* एपीजे इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट, जालंधर।
* बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी, वाराणसी।
* अवधेश प्रताप सिंह यूनिवर्सिटी, रीवा।
* एच.एन.बी.गढ़वाल यूनिवर्सिटी, डिपार्टमेंट आफ टूरिज्म, श्रीनगर।
* दिल्ली वीमेंस पॉलिटेक्निक, साउथ एक्स, नई दिल्ली।
* इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, साकेत, नई दिल्ली।
* भारतीय विद्या भवन, कस्तूरबा गांधी मार्ग, नई दिल्ली।
* मुंबई विश्वविद्यालय, एम.बी. रोड, कोर्ट मुंबई।
* बरहामपुर विश्वविद्यालय, बांझा बिहार, बहरामपुर, ओडिशा।
* अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, अलीगढ़।
देहली टूरिज्म एंड ट्रांसपोर्टेशन डवलपमेंट कार्पोरेशन एक साल का पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा कोर्स कराते हैं व अन्य डिप्लोमा कोर्स कराते हैं जिनमें मुख्य हैं:-
* टूरिज्म कान्सेप्ट एंड इंपेक्ट।
* अकाउन्टिंग एंड फाइनेंस फॉर मैनेजमेंट ।
* टूरिज्म एंड प्राडक्ट्स आफ इंडिया एंड ज्योग्राफी ऑफ टूरिज्म ।
* कंप्यूटेशन एंड इंफॉरमेशन सिस्टम।
* टूरिज्म पॉलिसी, प्लानिंग एंड डवलपमेंट।
* बेसिक एयर फेयर एड टिकटिंग।
* इवेंट मैनेजमेंट।
इनके अलावा वे 7 क्षेत्र में शॉर्ट टर्म कोर्स भी कराते हैं। इंदिरा गांधी इंस्टीटयूट 6 महीने के बहुत से पार्ट टाइम कोर्सेज कराते हैं। ये फ्री इंग्लिश स्पोकन क्लासेज व फ्री पर्सनेलिटी डवलपमेंट क्लासेज भी चलाते हैं। एमिटी यूूनिवर्सिटी बी.ए टूरिज्म एडमिनिस्टेÑशन मैनेजमेंट व एम.ए.टूरिस्ट एडमिनिस्ट्रेशन में कराते हैं।
ये एम.बी.ए(एक्जयूटिव)-टूरिज्म हॉस्पिटलिटी एंड एवियेशन(पार्ट टाइम) कोर्स भी कराते हैं।
इसी प्रकार और सब इंस्टीट्यूट टूरिज्म में विभिन्न कोर्सेज कराते हैं जिनको आप अपनी रूचि और एपटिटयूड के हिसाब से चुन सकते हैं।
जॉब प्रोस्पेक्टस:-
टूरिज्म में विभिन्न कोर्सेज करने के बाद आप किसी भी सेक्टर में अच्छा जॉब पा सकते हैं। सेक्टर, जहां अच्छी डिमांड हैं, वे हैं:-
* टैवल एजेंसी
* टूर आपरेटर्स एंड टूरिस्ट गाइड
* हॉलिडे कंसलटेंट
* एयरलाइंस
* बैंक्स
पब्लिक सेक्टर में भी अच्छी डिमांड है। सैंट्रल व स्टेट गवर्नमेंट के डिपार्टमेंट ऑफ टूरिज्म में टूरिज्म आफिसर, इंफार्मेशन अस्टिटेंट, टूरिज्म गाइड की जरूरत रहती है, क्योंकि टूरिज्म का क्षेत्र एक उभरता हुआ क्षेत्र है और क्वालीफाइड व योग्य आदमियों की कमी है, इसलिए इस क्षेत्र में रोजगार के अच्छे अवसर हैं।
आरंभ में 20-30 हजार की सैलरी मिल सकती है और कुछ वर्षों की मेहनत के बाद तो 50 हजार से एक लाख प्रतिमाह आप पा सकते है। कुछ वर्षों के अनुभव के बाद आप अपना बिजनेस चालू कर सकते हैं और हैंडल कर सकते हैं और धीरे-धीरे अपना व्यवसाय बढ़ा सकते हैं। कुछ लोगों को नौकरी भी दे सकते हैं। अपने व्यवसाय में तो स्काई इज दी लिमिट।
– अक्षय जैन