केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने वैक्सीनेशन के लिए को-विन ऐप तैयार किया है। co win app इसकी मदद से वैक्सीन डिलीवरी की रियल टाइम मॉनिटरिंग में मदद मिलेगी।
ऐप के जरिए सरकार वैक्सीनेशन करा चुके लोगों का डेटा सुरक्षित रख पाएगी। इस ऐप पर रजिस्ट्रेशन कराने के बाद ही लोगों का वैक्सीनेशन किया जाएगा।
को-विन (कोविड-19 वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क), ई-विन (इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क) का अपग्रेडेड वर्जन है।
- को-विन ऐप पर रजिस्ट्रेशन की प्रोसेस
- को-विन की आॅफिशियल वेबसाइट पर सेल्फ रजिस्ट्रेशन के लिए फोटो और आईडी की जरूरत होगी।
- आईडी में वोटर आईडी, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट और पेंशन डॉक्युमेंट का इस्तेमाल कर पाएंगे।
- रजिस्ट्रेशन के दौरान अपने मोबाइल नंबर की जानकारी भी देनी होगी।
- रजिस्ट्रेशन होते ही रटर के जरिए वैक्सीनेशन की डेट, टाइम और जगह दी जाएगी।
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12 भाषाओं में भेजे जाएंगे एसएमएस
वैक्सीनेशन का इंतजार कर रहे लोगों को जानकारी देने के लिए 12 भाषाओं में एसएमएस भेजे जाएंगे। वैक्सीन लगवाकर एक क्यूआर कोड सर्टिफिकेट भी मिलेगा जिसे मोबाइल में स्टोर करके रखा जा सकता है। दफ कोड बेस्ड सर्टिफिकेट को स्टोर करने के लिए सरकार के डॉक्यूमेंट स्टोरेज ऐप ‘डिजीलॉकर’ को इंटीग्रेट किया जा सकता है। इसके साथ 24़7 की सुविधा भी मिलेगी।
co win app तीन फेज में होगा वैक्सीनेशन
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक कोरोना वैक्सीन लोगों को तीन फेज में लगाई जाएगी। इनमें पहले फेज में सभी फ्रंटलाइन हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स को शामिल किया गया है। दूसरे फेज में आपातकालीन सेवाओं से जुड़े लोग शामिल हैं। आखिर में गंभीर स्थिति वाले लोगों को टीका लगाया जाएगा।
को-विन एप में पांच मॉड्यूल
co win app इस ऐप से वैक्सीनेशन की प्रोसेस, एडमिनिस्ट्रेटिव एक्टिविटीज, टीकाकरण कर्मियों और उन लोगों के लिए एक मंच की तरह काम करेगा, जिन्हें वैक्सीन लगाया जाना है। इसमें पांच मॉड्यूल दिए हैं।
जिसमें प्रशासनिक मॉड्यूल, रजिस्ट्रेशन मॉड्यूल, वैक्सीनेशन मॉड्यूल, लाभान्वित स्वीकृति मॉड्यूल और रिपोर्ट मॉड्यूल शामिल है।
प्रशासनिक मॉड्यूल:
वे लोग जो वैक्सीनेशन इवेंट का संचालन करेंगे। इस मॉड्यूल के जरिए वे सेशन तय कर सकते हैं, जिसके जरिए टीका लगवाने के लिए लोगों और प्रबंधकों को नोटिफिकेशन के जरिए जानकारी मिलेगी।
co win app रजिस्ट्रेशन मॉड्यूल:
उन लोगों के लिए होगा जो टीकाकरण कार्यक्रम के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करवाएंगे।
वैक्सीनेशन मॉड्यूल:
उन लोगों की जानकारियां वेरिफाई करेगा, जो टीका लगवाने के लिए अपना रजिट्रेस्शन करेंगे और इस बारे में स्टेटस अपडेट करेगा।
बेनिफिशियल अप्रूवल मॉड्यूल:
इसके जरिए टीकाकरण के लाभान्वित लोगों को मैसेज भेजे जाएंगे। इससे दफ कोड भी जनरेट होगा और लोगों को वैक्सीन लगवाने का ई-सर्टिफिकेट भी मिलेगा।
रिपोर्ट मॉड्यूल:
इसके जरिए टीकाकरण कार्यक्रम से जुड़ी रिपोर्ट तैयार होंगी। जैसे, टीकाकरण के कितने सेशन हुए, कितने लोगों को टीका लगा, कितने लोगों ने रजिस्ट्रेशन के बावजूद टीका नहीं लगवाया आदि।
सरकार ने बताया कि स्वास्थ्य कर्मियों और मेडिकल फ्रंटलाइन वर्कर्स का डाटा को-विन ऐप पर अपलोड होगा। इन लोगों को रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं होगी। सरकार ने ऐप के सॉफ्टवेयर को चेक करने के लिए अलग-अलग स्तर पर कई बार रिहर्सल की है। 700 जिलों में 90 हजार से ज्यादा लोगों को सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल के बारे में जानकारी दी गई है।