अपामार्ग की पत्तियां, जड़, बीज और यहां तक की पूरे पौधे का भी विभिन्न बीमारियों के इलाज में इस्तेमाल किया जाता है। इसे अपामार्ग, लटजीरा, चिरचिटा, चिरचिरा, चिचड़ा के नाम से भी जाना जाता है। इसका स्वाद कसैला और कड़वा होता है और इसकी तासीर गर्म होती है। यह कफ और वात दोष को संतुलित करने में मदद करता है। औषधीय गुणों से भरपूर यह पौधा किन बीमारियों को दूर करने में मदद करता है, आइए जानते हैं Apamarg Ki Jad Ke Fayde.
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दांत में दर्द के लिए
अपामार्ग, दांतों में दर्द और मसूड़ों से खून आने की समस्या का बेहतरीन हर्बल इलाज है। आप चाहें तो अपामार्ग की डंठल या जड़ों का इस्तेमाल कर उनसे दातुन कर सकते हैं। ऐसा करने से मसूड़े टाइट हो जाते हैं। इसके अलावा अपामार्ग की पत्तियों और जड़ों को सुखाकर पीस लें और उसका पाउडर बना लें और इस पाउडर में चुटकी भर नमक मिलाकर उससे भी रोजाना ब्रश करने से दांत में दर्द की समस्या ठीक हो जाती है।
पेट की बीमारियों के लिए
Apamarg Ki Ped Ke Fayde: अपामार्ग को पेट साफ करने वाली औषधि के रूप में जाना जाता है जो आंत में किसी तरह के इंफेक्शन और कीड़ों को दूर करने में मदद करता है। ऐसे में लंबे समय तक उल्टी आने और जी मिचलाने की समस्या को भी दूर कर सकता है अपामार्ग। अपामार्ग की पत्तियों का जूस पेट में दर्द की समस्या को दूर कर सकता है। इसके लिए अपामार्ग की पत्तियों का 1 चम्मच जूस, 4 चम्मच पानी में मिलाकर रोजाना एक बार सेवन करें, पेट दर्द में आराम मिलेगा।
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स्किन इंफेक्शन दूर करने में
अपामार्ग बेहद शक्तिशाली और असरदार डीटॉक्सिफाइंग जड़ी बूटी है जो अंदर से शरीर की सफाई कर बीमारियों को दूर करने में मदद करती है। अगर किसी को एक्जिमा, त्वचा पर घाव, स्किन इंफेक्शन, फोड़े-फुंसी या कोई और संक्रमण हो जाए तो इसके लिए अपामार्ग की पत्तियों को पीसकर उसका पेस्ट बना लें और उसे स्किन पर लगाएं। इससे भी स्किन से जुड़ी समस्याएं दूर हो जाती हैं। इसके अलावा अपामार्ग खून को भी साफ करता है जिससे स्किन पर खुजली और चक्त्ते की समस्याएं नहीं होती।
खांसी-जुकाम में फायदेमंद
सर्दी-जुकाम और खांसी की समस्या होने पर अपामार्ग का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए अपामार्ग की पत्तियों (Apamarg Ki Pattiyo) या फूल को पानी में मिलाकर उसे उबालें और उसका अर्क या काढ़ा तैयार कर लें। इस अर्क का दिन में दो बार सेवन करने से खांसी-जुकाम में आराम मिलता है। इसके अलावा अपामार्ग की पत्तियों के रस या पाउडर को शहद के साथ मिलाकर चाटने से भी श्वास नली और छाती में जमा कफ निकल जाता है जिससे खांसी जल्दी ठीक हो जाती है।
बवासीर के लिए फायदेमंद
यदि किसी व्यक्ति को बवासीर या पाइल्स की समस्या हो तो उनके लिए भी अपामार्ग फायदेमंद आयुर्वेदिक उपाय साबित हो सकता है। अपामार्ग के बीजों को पीसकर रोजाना की डाइट में शामिल करें (उसका सेवन करें) या फिर अपामार्ग की ताजी पत्तियों को धोकर अच्छे से साफ कर लें ताकि उसमें किसी तरह की गंदगी न रहे। फिर पानी के साथ मिलाकर पत्तियों का पेस्ट बना लें और इस पेस्ट को प्रभावित हिस्से पर लगाएं। ऐसा करने से भी बवासीर की समस्या में आराम मिलेगा।
डायबिटीज में फायदेमंद है अपामार्ग
अपामार्ग एक ऐसी जड़ी बूटी है जिसमें एंटीडायबिटिक इफेक्ट पाया जाता है और इसलिए यह ब्लड शुगर को कम करने में मददगार साबित हो सकती है। इसके फूलों का इस्तेमाल प्राचीन काल से डायबिटीज का इलाज करने में किया जा रहा है। अपामार्ग के फूलों में एथेनॉल तत्व पाया जाता है जो ऐंटीडायबिटिक ऐक्टिविटी में मददगार है। ऐसे में अपामार्ग के फूलों को पीसकर उसका जूस निकाल लें और रोजाना एक चम्मच जूस का सेवन करें। शुगर लेवल कम करने में मदद मिलेगी।
अपामार्ग के नुकसान | Apamarg Ke Nuksan
- अपामार्ग का इस्तेमाल करते वक्त इसकी डोज यानी खुराक का बहुत ज्यादा ध्यान रखने की जरूरत है क्योंकि अपामार्ग के ओवरडोज यानी बहुत अधिक मात्रा में सेवन करने से जी मिचलाने और उल्टी आने की समस्या हो सकती है।
- गर्भवती महिलाओं और बच्चों को अपना दूध पिलाने वाली महिलाओं को अपामार्ग के सेवन से बचना चाहिए। यह उनके लिए सुरक्षित नहीं माना जाता।
- अगर कोई व्यक्ति खासकर पुरुष, अगर बांझपन से जुड़ी समस्या का इलाज करवा रहा हों तो उन्हें भी अपामार्ग के इस्तेमाल से बचना चाहिए।
- अपामार्ग की तासीर गर्म होती है इसलिए इसकी पत्तियों या जड़ के पेस्ट को स्किन पर सीधे लगाने की बजाए इसे पानी या दूध जैसे किसी भी ठंडे तत्व के साथ मिलाकर इस्तेमाल करना चाहिए।
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