सावधानी ही सुरक्षा है
आम जनता के लिए यह बात समझनी जरूरी है कि कोविड का संकट खत्म नहीं हुआ है। यह नए-नए वैरिएंट्स के साथ अभी भी हमें अपने आगोश में लेने को तत्पर है। हाल ही में इसके नए वैरिएंट ओमीक्रोन का पता चला है। इसलिए हमें अभी भी हर कदम बहुत फूंक-फूंक कर चलना चाहिए।
जरूरी काम हो तो ही निकलना सही है। लोगों को मौका मिलना चाहिए। कभी त्योहारी सीजन तो कभी रिश्तेदारियां निभाने की जुगत और कभी जरूरी काम का बहाना, लोग कोरोना नियमों के प्रति लापरवाही करते नजर आते हैं, जबकि ये सावधानियां उन के खुद के भले के लिए जरूरी हैं। जिंदगी में स्वस्थ बने रहने से जरूरी कुछ नहीं होता। मगर लोग कई बार अपनी इसी सेहत को नजरअंदाज कर देते हैं।
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कभी जान कर और कभी अनजाने में, कभी अज्ञानता में और कभी विवशता में वे ऐसा करते जाते हैं और बाद में पछताते हैं।
कोरोना को न्योता दे रही भीड़
कोरोना के मामलों में कमी को कई लोग इसका समाप्त होना ही मान बैठे हैं। यही वजह है कि यहां-वहां लोग बिना मास्क निकल जाते हैं और भीड़ का हिस्सा भी बनते हैं। लोग आज भी बाजारों में जाकर खूब शॉपिक कर रहे हैं, वे भीड़ से बिल्कुल भी नहीं डर रहे। वे यह भूल गए कि बिना मास्क और भीड़ में खड़े होकर वे कोरोना संक्रमण को फिर से न्योता देने लगे हैं। याद रखिए वैक्सीन यकीनन कोरोना वायरस से लड़ने के लिए बड़ा हथियार है, लेकिन कोविड हमें चपेट में नहीं लेगा, यह सोचना बिल्कुल गलत है।
भीड़ में जाने की जरूरत क्या है
शाम से रात तक के समय में बाजारों में भीड़ बहुत ज्यादा रहती है। अभी के समय में उस भीड़ में जाकर खरीदारी करना सुरक्षित नहीं है क्योंकि उस धक्का-मुक्की वाली भीड़ में दो गज क्या दो इंच की भी दूरी नहीं रह जाती। फिर भी लोग इसी समय घर से निकलते हैं। दरअसल, आॅफिस जाने वालों को शाम के बाद ही निकलने का समय मिलता है। जो महिलाएं घर पर रहती हैं वे भी सोचती हैं कि शाम में पति आ जाएं तो मिलकर शॉपिंग करेंगे। वैसे भी लोग शाम में ही फ्री होते हैं वरना दिन में कभी बच्चों की पढ़ाई, कभी रिश्तेदारों का आना और कभी घर के कामों में महिलाएं व्यस्त रहती हैं। शाम में मौसम भी अच्छा हो जाता है और बाहर निकलना सुविधाजनक लगता है। यही वजह है कि सबको वही समय सही लगता है। मगर याद रखिए भीड़ में जाना कुछ इस तरह खतरनाक हो सकता है।
बाजार में हम भूल जाते हैं सब नियम
महिलाएं अक्सर बच्चों को साथ लेकर बाजार जाती हैं। छोटे बच्चे मास्क नीचे खिसकाकर इधर-उधर चीजें छूते हैं और कई बार उन्हें मुंह में भी डाल लेते हैं। वे अपने हाथों से भी बार-बार दुकान के सामान, गेट, दरवाजे या दूसरी चीजों को छूते हैं और फिर उन्हीं हाथों को आंखों या मुंह से लगा लेते हैं। महिलाएं खुद भी सावधान नहीं रह पातीं। कई दफा वे मास्क भूल जाती हैं तो दुपट्टे से मुंह ढकने का प्रयास करती हैं। कोई सहेली मिल जाए तो दूरी बरकरार रखना छोड़ गले मिल लेती हैं या बार-बार दूसरे के हाथों को, कपड़ों या दूसरी चीजों को छूने लगती हैं। भीड़ में न चाहते हुए भी लोग एक-दूसरे से टच होते ही रहते हैं। ऐसे में आप को पता भी नहीं चलता कि किस ने वायरस की सौगात आप को दे दी।
बीमार न कर दे यह शौक
कई महिलाएं बाजार जाती हैं तो गोलगप्पे, समोसे, चाट जैसी आइटम्स खाए बिना नहीं रह पातीं। उनकी यह आदत अब भी नहीं छूटी है। भीड़ लगाकर ठेले वालों से गोलगप्पे खाने के चक्कर में वे किस आफत को गले लगा रही हैं उन्हें इसका एहसास भी नहीं होता। जब आप भीड़ के समय निकलती हैं तो पब्लिक ट्रांसपोर्ट की हालत भी बुरी रहती है। आपके पास अपनी गाड़ी है तब तो ठीक है, मगर जब आप बाजार जाने के लिए बस, मैट्रो, आॅटो आदि का इस्तेमाल करते हैं तो भीड़ के वक्त खास सावधानी की आवश्यकता होती है। बाहर खाने-पीने का शौक सबको होता है। दूसरों को बाहर खाता देख आप भी खुद को रोक नहीं पाते। मगर यह शौक आप को बीमार कर सकता है।
महिलाएं अपनी जिम्मेवारी समझें
महिलाएं घर की धुरी होती हैं। उन्हें ही सारा घर संभालना होता है। खाना बनाना होता है और बच्चों की देखभाल भी करनी होती है। ऐसे में अगर वे कोविड-19 का शिकार होती हैं तो पूरा घर उस की चपेट में आ जाएगा। इसलिए बहुत जरूरी है कि वे अपना खयाल रखें। ज्यादा बाहर निकलने से बचें और खुद और परिवार को सुरक्षित रखें।
सावधानी रखें:
- बेहतर होगा कि भीड़ के समय निकलना बंद करें।
- बच्चों को साथ लेकर न जाएं और जितना हो सके अपने वाहन का इस्तेमाल करें। कोविड के डर को अभी अपने मन में जिंदा रखें।
- यदि बच्चे जिद कर रहे हैं तो भी अभिभावक भीड़भाड़ को बिलकुल अनदेखा न करें।
- कोशिश करें कि दोपहर में ही खरीदारी के सारे काम निपटा लें। वैसे भी उस वक्त सारा काम कम समय में आसानी से हो जाता है। देर शाम भीड़भाड़ में न निकलें।
- केवल एक मास्क पहनना काफी नहीं है बल्कि डबल मास्क का इस्तेमाल करें।
- बाहर निकलते समय साथ में सैनिटाइजर जरूर रखें और समय-समय पर उसका इस्तेमाल जरूर करें।
- खुली जगहों पर जाएं और 1-2 घंटों के भीतर लौट आएं। बच्चों पर विशेष ध्यान दें। 10 साल से नीचे की उम्र के बच्चों को साथ लेकर न जाएं।
- फिलहाल खुली जगह पर खाने-पीने से बचें।
- गैरजरूरी चीजों की खरीदारी न करें तो ही बेहतर होगा।
- अलग-अलग जगहों से ज्यादा खरीदारी करनी हो तो दस्तानों का इस्तेमाल जरूर करें।