राष्ट्रमंडल खेल: भारत का स्वर्णिम बर्मिंघम
भारत ने 61 पदक के साथ पदक तालिका में चौथे सर्वश्रेष्ठ देश के रूप में अपना स्थान हासिल करते हुए राष्टÑमंडल खेल-2020 में अपनी शानदार उपस्थिति दर्ज करवाई। बर्मिंघम राष्टÑमंडल खेलों में 28 जुलाई से 8 अगस्त तक चले मुकाबलों मेंं लगभग 200 भारतीय एथलीटों ने 16 विभिन्न खेलों में भाग लिया। भारत ने 22 स्वर्ण, 16 रजत और 23 कांस्य पदक जीते।
हालांकि वर्ष 2010 में दिल्ली में हुए खेलों में भारत ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 101 पदक जीते थे। टोक्यो ओलंपिक भाला फेंक चैंपियन और विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता नीरज चोपड़ा की चोट के कारण सीडब्ल्यूजी-2022 से बाहर होने से निश्चित रूप से भारत एक पदक से चूक गया। निशानेबाजी खेल के शामिल नहीं होने और नीरज चोपड़ा की अनुपस्थिति में, भारतीय कुश्ती दल के ओलंपिक पदक विजेता रवि कुमार दहिया, बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधु, विश्व चैंपियनशिप पदक विजेता किदांबी श्रीकांत और लक्ष्य सेन की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में शानदार प्रदर्शन किया।
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भारत को सर्वाधिक स्वर्ण और सर्वाधिक तमगे कुश्ती से हासिल हुए, जहां देश ने छह स्वर्ण, एक रजत और पांच कांस्य सहित 12 पदक जीते। भारोत्तोलकों ने भारतीय अभियान की बेहतरीन शुरुआत करते हुए तीन स्वर्ण, तीन रजत और चार कांस्य सहित 10 पदक जीते। संकेत सरगर (पुरुष 55 किग्रा) ने चांदी का तमगा जीतकर बर्मिंघम 2022 में भारत का खाता खोला था।
भारत ने अपने युवा एथलीटों की बदौलत ट्रैक एंड फील्ड में भी कई ऐतिहासिक पदक हासिल किए। तेजस्विनी शंकर (कांस्य) ने जहां ऊंची कूद में भारत को पहला राष्ट्रमंडल पदक दिलाया, वहीं मुरली श्रीशंकर (रजत) 44 साल बाद भारत के लिए लंबी कूद पदक जीतने वाले पुरुष बने। प्रियंका गोस्वामी (रजत) भारत के लिए 10,000 मीटर पैदल चाल में पदक जीतने वाली पहली महिला बनीं, वहीं संदीप कुमार ने भी 10,000 मीटर पुरुष पैदल चाल में कांस्य का तमगा भारत की झोली में डाला। अविनाश साबले ने पुरुष स्टीपलचेज में केन्या का एकछत्र राज समाप्त करते हुए रजत पदक जीता और 8:11.20 मिनट का राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी स्थापित किया।
एल्डोस पॉल और अब्दुल्ला अबूबकर ने तिहरी कूद में स्वर्ण और रजत जीता। ऐसा पहली बार हुआ कि राष्ट्रमंडल खेलों के तिहरी कूद आयोजन में भारत ने दो पदक जीते हों। अनु रानी ने महिला जैवलिन थ्रो में कांस्य पदक अपने नाम किया।
मुक्केबाजों ने भी बर्मिंघम में भारत का परचम लहराते हुए सात पदक जीते। निखत जरीन (50 किग्रा), अमित पंघल (51 किग्रा) और नीतू (48 किग्रा) ने स्वर्ण जीते, जबकि जैस्मीन (60 किग्रा), मोहम्मद हुसामुद्दीन (57 किग्रा) और रोहित टोकस (67 किग्रा) ने कांसे के तमगे जीते। सागर अहलावत (92 किग्रा) ने मुक्केबाजी में भारत का एकलौता रजत जीता।
पुसरला वेंकट सिंधु और लक्ष्य सेन जैसे सितारों की बदौलत भारत ने बैडमिंटन में भी छह पदक अपने नाम किए। सिंधु ने महिला एकल में, लक्ष्य ने पुरुष एकल में जबकि सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी ने पुरुष युगल में स्वर्ण जीते। इससे पहले भारतीय मिश्रित टीम ने टूर्नामेंट की शुरुआत में चांदी का तमगा जीता था। इसके अलावा किदांबी श्रीकांत ने पुरुष एकल में और त्रिशा जॉली-गायत्री गोपीचंद की जोड़ी ने महिला युगल में कांस्य पदक जीता।
महिला लॉन बॉल फोर टीम ने इतिहास रचते हुए भारत को इस खेल में पहला राष्ट्रमंडल स्वर्ण दिलाया। पुरुष फोर टीम ने भी लॉन बॉल में चांदी का तमगा हासिल किया।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने राष्ट्रमंडल खेलों में पहली बार महिला क्रिकेट के आयोजन का स्वागत करते हुए रजत पदक जीता।
पुरुष (रजत) और महिला (कांस्य) टीमों ने हॉकी में भारत का परचम लहराया।
इसके अलावा भारत ने टेबल टेनिस (पांच पदक), जूडो (तीन पदक) और स्क्वाश (दो पदक) सहित 13 प्रतिभाओं में पदक जीते।
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हरियाणा के खिलाड़ियों ने जीते सबसे ज्यादा 43 पदक
भारतीय दल में इस बार सबसे ज्यादा 43 खिलाड़ी हरियाणा से हैं, जिनमें से 17 खिलाड़ियों ने मेडल जीतकर देश और प्रदेश का नाम रोशन किया है। राष्ट्रमंडल खेलों में अमित पंघल और नीतू घनघस ने बॉक्सिंग में गोल्ड झटका है तो साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया, दीपक पूनिया, रवि कुमार दहिया, विनेश फोगाट और नवीन कुमार ने कुश्ती में गोल्ड मेडल जीता है। सुधीर ने पैरा पावर लिफ्टिंग में गोल्ड हासिल किया है। अंशु मलिक ने कुश्ती में सिल्वर, पूजा गहलोत, पूजा सिहाग, दीपक नेहरा और मोहित ग्रेवाल ने कुश्ती में कांसे का तमगा जीता है।
मुक्केबाजी में सागर अहलावत ने रजत जबकि जैस्मीन लंबोरिया ने कांस्य पदक जीता है। संदीप कुमार ने एथलेटिक्स ब्रांज मेडल जीता है। महिला हॉकी टीम में भी हरियाणा के खिलाड़ियों ने अपना जलवा दिखाया है। कांस्य पदक जीतने वाली 18 सदस्यीय महिला हॉकी टीम में 8 महिलाएं हरियाणा की हैं। खिलाड़ियों को स्वर्ण पदक के लिए डेढ़ करोड़ रुपए, रजत पदक के लिए 75 लाख रुपए और कांस्य पदक के लिए 50 लाख रुपए देगी। इसके साथ ही राष्ट्रमंडल खेलों में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को साढ़े सात लाख रुपए मिलेंगे।
22वें राष्टमंडल खेल ‘पदक तालिका’
रैंक | देश | स्वर्ण | रजत | कांस्य | कुल |
1 | आस्टेÑलिया | 67 | 57 | 54 | 178 |
2 | इंग्लैंड | 57 | 66 | 53 | 176 |
3 | कनाडा | 26 | 32 | 34 | 92 |
4 | भारत | 22 | 16 | 23 | 61 |
5 | न्यूजीलैंड | 20 | 12 | 17 | 49 |
6 | स्काटलैंड | 13 | 11 | 27 | 51 |
7 | नाइजीरिया | 12 | 09 | 14 | 35 |
8 | वेल्स | 08 | 06 | 14 | 28 |
9 | द. अफ्रीका | 07 | 09 | 11 | 27 |
10 | मलेशिया | 07 | 08 | 08 | 23 |
पिछले पांच राष्टमंडल खेलों में भारतीय प्रदर्शन :
वर्ष | स्वर्ण | रजत | कांस्य | कुल | स्थान |
2002 मैनचेस्टर | 30 | 22 | 17 | 69 | 04 |
2006 मेलबोर्न | 22 | 17 | 11 | 50 | 04 |
2010 दिल्ली | 38 | 27 | 36 | 101 | 02 |
2014 ग्लासगो | 15 | 30 | 19 | 64 | 05 |
2014 गोल्ड कोस्ट | 26 | 20 | 20 | 66 | 03 |