नजरअंदाज न करें इनकी एक्सपायरी डेट
ब्रेड, बिस्किट, बंद पैकेट्स, बंद टिन और खाने पीने की पैक्ड चीजों की एक्सपायरी डेट तो हम देखकर लेते हैं। और डेट गुजर जाने पर उन्हें फेंक भी देते हैं पर घर में कुछ नियमित रूप से प्रयोग होने वाली चीजें होती हैं जिनकी एक्सपायरी पर कभी ध्यान नहीं दिया जाता। सालों वे हमारे साथ हमारे घर का अंग बनी रहती हैं और कभी ध्यान नहीं आता कि इनकी भी सीमित लाइफ है और हमें उन्हें बदल लेना चाहिए। अधिकतर लोगों को इसके बारे में जानकारी भी नहीं होती कि तौलिया, कंघा, हेयरब्रश, टूथब्रश, तकिया, स्लीपर्स, बाथ स्पॉन्ज, गद्दे आदि की भी एक्सपायरी होती है।
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तकिया:-
तकिया चाहे फोम का हो या रूई का, कुछ समय बाद अपना आकार बदलने लगता है। जब भी आपका तकिया आकार बदलने लगे, ज्यादा दबने लगे तो समझो इसका बदलने का समय आ गया है। क्योंकि इनमें डस्ट जमा होने लगती है जो हमारे स्वास्थ्य पर प्रभाव डालती है। जैसे बार-बार जुकाम-खांसी होना या इंफेक्शन का होना आदि। रूई के तकिये को साल में एक बार रूई पुन: साफ कर उसका कवर धोकर भरवाएं। फोम का तकिया नया खरीदें। फोम के तकिये की लाइफ 1 से 3 साल होती है।
तौलिया:-
तौलिया नियमित रूप से प्रयोग में लाया जाता है। इसकी भी अपनी लाइफ है। ब्रांडेड तौलिये को 2 से 3 साल और लोकल तौलिये को एक से डेढ़ साल तक प्रयोग में लाएं। रोज प्रयोग होने के कारण इन्हें दो दिन में एक बार कम से कम धोएं और धूप में सुखाएं। नहाने के बाद भी तौलिया खुले में सुखाएं ताकि बैक्टीरिया उसमें जमने न पाएं। पुराने तौलिए में बैक्टीरिया इकट्ठे होने शुरू हो जाते हैं जो हमारी सेहत को नुकसान पहुंचाते हैं क्योंकि तौलिये का सीधा स्पर्श हमारी त्वचा से होता है। बच्चों के तौलिये रोज धोएं और एक साल में बदल लें। तौलिया हमेशा सफेद सा हल्के रंग का लें इसमें जमा गंदगी नजर आने लगती है।
गद्दे:-
हर घर में गद्दों का प्रयोग सोने के लिए नियमित रूप से होता है चाहे गद्दे रूई के हों या फोम के। इनका भी जीवन सीमित होता है जैेसे रूई के गद्दे दो से 3 साल में एक बार खोलकर रूई साफ करा कर और जरूरत पड़ने पर डलवाएं और उसके कवर को धोकर पुन: प्रयोग में लाएं। रूई के गद्दे जल्दी दबने लगते हैं और अपना असली आकार खो देते हैं जिससे कमर,गर्दन, कंधों का दर्द आपको परेशान कर सकता है। फोम के गद्दे न अधिक नर्म लें, न ही अधिक सख्त। 6 से 8 साल में गद्दे काफी दबने लगते हैं और इनमें डस्ट जमा होने लगती है। जब भी लगे गद्दे दबकर अपना असली आकार खो रहे हैं तो 8 से 10 साल के बाद इन्हें बदल दें। गद्दों के अंदर ज्यादा डस्ट न जाने पाए।
बाथरूम स्लीपर्स-
बाथरूम स्लीपर्स का प्रयोग दिन में कई घंटे तक हम घर में नियमित रूप से करते हैं जो दिन में कई बार गीले होते हैं। इनका जीवन बस 6 माह तक होता है क्योंकि इनमें क्र ेक्स आ जाते हैं जिनमें बैक्टीरिया अपना घर बना लेते हैं जो पांवों की त्वचा को इंफेक्शन दे सकते हैं। बाथरूम स्लीपर्स नीचे से जल्दी घिस जाते हैं और आपको गिरने का खतरा बना रह सकता है, इसलिए इन्हें 6 से 7 माह में बदलना चाहिए।
हेयर ब्रश या कंघा:-
हेयर ब्रश और कंघे को एक साल बाद अवश्य बदल लें। गंदे या अधिक पुराने हेयर ब्रश आपके सिर की त्वचा को इंफेक्शन दे सकते हैं। सप्ताह में एक बार इन्हें। लिक्विड सोप में गुनगुना पानी मिलाकर टुथ ब्रश से इसे जरूर साफ करें। इसकंी उचित देख-रेख न करने से बालों के गिरने की समस्या हो सकती है।
टुथब्रश:-
टुथब्रश को हर महीने बदलें क्योंकि हम इनका प्रयोग दांतों की सफाई के लिए करते हैं। इन्हीं दांतों से खाना चबकर हमारे पेट में जाता है। अगर टुथब्रश गंदा होगा तो वो दांतों में इंफेक्शन देगा और खाने के साथ बैक्टीरिया हमारे पेट में चले जाएंगे जो पेट संबंधी बीमारियों का हमें शिकार बनाएंगे।
बाथ स्पॉन्ज:-
बाथ स्पॉन्ज को बहुत जल्दी फंगस लगना शुरू हो जाती है, इसलिए इसे दो सप्ताह बाद बदल लें। सप्ताह में दो बार इसे गर्म पानी से धोएं और नहाने के बाद इसे टांग दें ताकि पानी निकल जाए। गंदा बॉथ स्पॉन्ज प्रयोग करने से त्वचा में रेशेज हो सकते हैं।
इसलिए जरूरी है कि आप इन चीजों की एक्सपायरी पर भी पूरा ध्यान दें। -नीतू गुप्ता