beauty of the house is useless without cleaning

सफाई के बिना घर की खूबसूरती बेकार

हमारा स्वास्थ्य और सुरक्षा तभी सही रहेगी जब हमारा घर भी सुरक्षित और कीटाणुमुक्त होगा। हम आपको घर को कीटाणुमुक्त करने के वो आसान टिप्स बता रहे हैं, जिन्हें अपनाकर आप भी अपने घर को स्वस्थ और खुद को स्वस्थ व सुरक्षित रख सकते हैं।

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हालांकि ये टिप्स हम सभी जानते हैं लेकिन इनकी तरफ ध्यान कम ही जाता है, लेकिन ये बेहद जरूरी है, ताकि हमारा घर खूबसूरत दिखे…

डोर मैट की नियमित सफाई करें

घर के मुख्य दरवाजे से ही हाइजीन की शुरूआत करें। घर के बाहर ओपन शू रैक न रखें, बेहतर होगा पैक्ड शू रैक यूज करें। अच्छी क्वालिटी का डोर मैट जरूर रखें, लेकिन उसे नियमित साफ भी करते रहें। अक्सर लोग बाहर रखे डोरमैट की सफाई नहीं करते हैं, जिसके जरिए घर में कई कीटाणु व गंदगी आ सकती है। इसके अलावा डोरबेल को भी न जाने कितने लोग दबाते हैं, इसीलिए उसे भी नियमित रूप से सैनिटाइज करें।

सप्ताह में एक दिन फर्नीचर की सफाई जरूरी

घर में रोजाना डस्टिंग करें और दरवाजे को भी एंटीबैक्टीरियल स्प्रे से साफ करें। घर में कुछ ऐसी जगहें और कोने होते हैं जिनकी तरफ ध्यान कम ही जाता है, वहां मकड़ी के जाले, मच्छर, कॉक्रोच को अपना घर बनाते देर नहीं लगती, इसलिए उन कोनों को साथ ही सीलिंग व दीवारों को साफ रखें। फर्नीचर के पीछे और नीचे भी काफी कचरा जमा हो जाता है इसलिए जरूरी है कि सप्ताह में एक दिन तो फर्नीचर को हटाकर पीछे से सफाई करें।

रातभर सिंक में न रखें जूठे बर्तन

किचन सिंक की सफाई पर खासतौर से ध्यान दें। वहां खाना व पानी जमा न होने दें। काम हो जाने पर उसे साफ करें। ध्यान रखें कि बार-बार बर्तन न ही धोएं, क्योंकि ज्यादा गीला रहेगा तो मक्खी-मच्छर पनपने लगते हैं। जूठे बर्तनों को रात को सोने से पहले धोएं। एसी व पंखों की सफाई के साथ-साथ अलमारी व ऊंचे फर्नीचर की छत की भी सफाई करें क्योंकि वहां धूल जम जाती है।

घर में वेंटीलेशन का रखें ध्यान

सोफा कवर, बेडशीट्स और तकिया कवर भी हर 4-5 दिन में नियमित रूप से धोने चाहिए। बेहतर होगा कि इन सबको वैक्यूम क्लीनर से साफ करें। यदि वैक्यूम क्लीनर नहीं है तो रोज झाड़-पोंछकर बिछाएं। घर के और हर रूम के वेंटीलेशन का ध्यान रखें। सूरज की रोशनी व ताजा हवा आ सके, इस बात का ध्यान रखें। घर की खिड़कियां खुली रखें। सूरज की रोशनी से भी कीटाणु मरते हैं, इसलिए वो बेहद जरूरी है।

गद्दों व तकियों को लगवाते रहें धूप

किचन में एग्जॉस्ट फैन जरूर होना चाहिए। हेल्दी कुकिंग के लिए सही वेंटिलेशन जरूरी है। गद्दों को और तकियों को समय-समय पर धूप लगवाएं, इससे वो हेल्दी और क्लीन बने रहेंगे और बदबू भी नहीं पनपेगी। किसी भी रूम में या घर की बालकनी में भी बहुत सारा सामान एक जगह डंप करके न रखें। सामान और कमरा जितना व्यवस्थित होगा उन्हें साफ करना उतना ही आसान होगा। खिड़कियों के आसपास भी मकड़ी के जाले बन जाते हैं इसलिए वहां की साफ-सफाई को नजरअंदाज न करें।

सीलन से बढ़ती है सांस की बीमारी

दरवाजों में या किसी भी चीज पर जंग लगा हो तो उसके उपाय करें क्योंकि यह खतरनाक हो सकता है। यदि घर में किसी भी दीवार में या छत पर सीलन है तो इसे तुरंत ठीक करवाएं, क्योंकि इससे सांस की बीमारी हो सकती है और जिनको दमा या अन्य सांस संबंधी परेशानी है, वो सीलन की वजह से बढ़ सकती है। घर के परदों को भी नियमित रूप से धोएं और कृपया करके उनको तौलिए के तौर पर इस्तेमाल न करें, क्योंकि अक्सर लोग अपने गीले हाथ परदों से पोंछ लेते हैं।

सप्ताह में तीन दिनप्रयोग करें तौलिया

अक्सर देखा जाता है कि कई लोग एक ही तौलिया को कई दिनों तक प्रयोग करते हैं। आप ज्यादा से ज्यादा तीन दिन तक एक तौलिया प्रयोग करें। घर के सभी सदस्यों को अलग-अलग तौलिया होना चाहिए। एक ही तौलिया स्किन संबंधी बीमारी दे सकता है। खाना बनाने से पहले साबुन से हाथ जरूर धोएं। इसी तरह सुबह इस्तेमाल से पहले बर्तनों को भी साफ कर ही प्रयोग करें।

प्लास्टिक की बोतल का इस्तेमाल न करें:

सब्जियां व फल धोकर ही इस्तेमाल करें। घर में बर्तन या बाल्टी में पानी भरकर न रखें, क्योंकि इस जमा पानी में मछर-मक्खी पनप कर कई बीमारियां दे सकते हैं। फ्रिज की भी नियमित सफाई करें। फ्रिज में सामान रखकर अक्सर लोग भूल भी जाते हैं, इसलिए बहुत ज्यादा ठूंसकर सामान न भरें। प्लास्टिक की बोतलों को लंबे समय तक इस्तेमाल न करें, ये स्वास्थ्य के लिए काफी नुकसानदायक हो सकता है। इसी तरह घर में भी प्लास्टिक कंटेनर को लंबे समय तक यूज न करें। बेहतर होगा स्टील या कांच के बर्तन यूज करें।

बाथरूम की सफाई का रखें विशेष ध्यान

बाल्टी और मग भी प्लास्टिक के होते हैं, इसलिए उन्हें भी नियमित रूप से बदलते रहें। साथ ही इनकी सफाई का भी ध्यान रखें। अपना टूथब्रश भी समय-समय पर बदलना न भूलें। वॉश बेसिन, बाथरूम, टॉयलेट और टूथब्रश एरिया को साफ रखें क्योंकि अक्सर लोग इन जगहों की सफाई पर ज्यादा ध्यान नहीं देते, जबकि सबसे ज्यादा कीटाणु यहीं पर हो सकते हैं। बेहतर होगा कि नहाने के बाद बाथरूम को सूखा कर दें।

वाश बेसिन में फिनाइल की गोलियां डालकर रखें। बाथरूम और टॉयलेट को केवल साबुन-पानी से धोकर चमकाना ही जरूरी नहीं, इनकोडिसइंफेक्ट करना भी बेहद जरूरी। इनके लिए डिसइंफेक्टेंट मिलते हैं, उन्हें जरूर घर में रखें। इसी तरह फ्लोर क्लीनर भी घर में रखें और आप चाहें तो घर पर ही फ्लोर क्लीनर बना सकते हैं।

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