छिपकलियों का विचित्र संसार
छिपकलियों का विचित्र संसार lizards
प्राणी विज्ञान में छिपकलियां क्लास रेप्टीलिया, उपक्लास लेपिडोसौरिया, आर्डर स्क्वैमेटा, उपआर्डर ओफीडिया के अंतर्गत आती है। ये स्थलीय, बिलकारी, जलीय और वृक्षवासी होती हैं। इनमें कई मांसभक्षी भी होती हैं।...
समस्याओं से भागें नहीं, मुकाबला करें
समस्याओं से भागें नहीं, मुकाबला करें
Problems face हम अक्सर समस्याओं से घिरे होने की बात करते हैं। सच तो यह है कि इन समस्याओं से अधिकांश को किसी बाहरी ने नहीं बल्कि हमने स्वयं...
सुगंध का जादुई प्रयोग
सुगंध का जादुई प्रयोग
आधुनिक समय में सौंदर्य प्रसाधनों का प्रयोग काफी बढ़ गया है। इन प्रसाधन सामग्रियों में सुगंधियों का अपना विशेष स्थान है। मुख्य रूप से सुगंधों को दो श्रेणियों में बांटा जा...
पिता-सा नहीं होता कोई – फादर्स-डे
पिता-सा नहीं होता कोई - फादर्स-डे
‘पिता’ एक ऐसा रिश्ता जो किसी भी धर्म, देश, भाषा, जाति और समाज में सदैव समान रहता है, जिसका ध्येय इन सब बातों से ऊपर सिर्फ अपनी संतान की...
नौकरों पर ही न रहें निर्भर
नौकरों पर ही न रहें निर्भर
आधुनिक युग में अच्छे खाते-पीते घरों में नौकर-नौकरानी एक जरूरत बन गए है। मध्यम परिवारों में मजÞबूरी होने पर पूर्णकालिक नौकर नहीं तो पार्ट टाइम मदद तो हर परिवार...
अपनी जड़ों से जुड़े रहिए
अपनी जड़ों से जुड़े रहिए
मनुष्य अपनी रोजी-रोटी के चक्कर में विश्व के किसी भी देश में रहे परन्तु उसे उसके संस्कार अपनी जड़ों से दूरी नहीं बनाने देते। उनके संस्कार, उनकी सांस्कृतिक विरासत उसे...
गर्मी से रहें बचकर -सम्पादकीय
गर्मी से रहें बचकर -सम्पादकीय
गर्मी ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। जून का महीना हीटवेव के रूप में जाना जाता है। भयंकर गर्मी के इस मौसम में थोड़ी-सी भी लापरवाही जान पर...
‘तू ज्योंदा ही मत्थे लग गया…’ -सत्संगियों के अनुभव
‘तू ज्योंदा ही मत्थे लग गया...’ -सत्संगियों के अनुभव
पूजनीय बेपरवाह सार्इं शाह मस्ताना जी महाराज की दया-मेहर
प्रेमी शगुन लाल इन्सां पुत्र सचखण्डवासी श्री पाली राम जी, निवासी श्री गंगानगर (राज.) से पूजनीय बेपरवाह सार्इं...
सतगुरु जी ने बख्शी अपनी अपार रहमतें -सत्संगियों के अनुभव
सतगुरु जी ने बख्शी अपनी अपार रहमतें -सत्संगियों के अनुभव
पूजनीय परमपिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज की अपार कृपा
एसडीओ श्री करम सिंह जी इन्सां पुत्र स. जलौर सिंह जी, निवासी गांव नानकसर जिला फरीदकोट...
सतगुरु जी की रहमत से ही पुत्र की दात प्राप्त हुई -सत्संगियों के अनुभव
सतगुरु जी की रहमत से ही पुत्र की दात प्राप्त हुई -सत्संगियों के अनुभव
पूज्य हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां का रहमो-करम
प्रेमी रण सिंह इन्सां सुपुत्र श्री राम लाल इन्सां...