देवीप्रसाद गोयनका मैनेजमेंट कॉलेज के Fest Media आइस ऐज तथा सिनेवॉयज शुरू, Registration Open
देवीप्रसाद गोयनका मैनेजमेंट कॉलेज के फेस्ट मीडिया आइस ऐज तथा सिनेवॉयज शुरू, रजिस्ट्रेशन ओपन
मीडिया आइस ऐज - एक इंटरकॉलेजिएट मीडिया फेस्टिवल और सिनेवॉयज - एक अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल है। प्रतिवर्ष यह फेस्ट, राजस्थानी सम्मेलन...
तीन दिवसीय कॉलेज फेस्ट “रिटेक” रहा कामयाब, प्रतिभाओं को दिया मंच | Retake Fest...
तीन दिवसीय कॉलेज फेस्ट "रिटेक" रहा कामयाब, प्रतिभाओं को दिया मंच | Retake Fest 2022
रीटेक, एलएस रहेजा कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड कॉमर्स के बीएएमएमसी विभाग का वार्षिक इंटरकॉलेजिएट मास मीडिया फेस्टिवल है।
इस वर्ष Retake...
तीन दिवसीय वर्चुअल फेस्ट “प्रोडिजी 2021-22″ अपने साथ काफी यादें छोड़ गया
तीन दिवसीय वर्चुअल फेस्ट “प्रोडिजी 2021-22" अपने साथ काफी यादें छोड़ गया
लाला लाजपतराय कॉलेज वाणिज्य और अर्थशास्त्र (Lala Lajpat Rai College of Commerce and Economics, Mumbai) के बीएएफ (B.A.F) विभाग, मुंबई द्वारा इस वर्ष...
वर्क फ्रॉम होम न बने सिरदर्दी
वर्क फ्रॉम होम न बने सिरदर्दी
एक बार फिर से कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन ने दस्तक दे दी है। भारत सहित विश्व भर में तेजी से इसके मामले बढ़ रहे है। ऐसे में फिर...
सर्दी से बचाते-लुभाते शॉल
सर्दी से बचाते-लुभाते शॉल
सर्दी के आते ही तरह-तरह की सस्ती व महंगी शॉलों से मार्केट पट जाते हैं। मार्केट में हर जगह रंग-बिरंगे शॉल ही शॉल दिखाई देते हैं। शॉलों में पशमीना और जामावार...
डिजीटल गोल्ड में करें निवेश, एक रुपये में खरीदें सोना
डिजीटल गोल्ड में करें निवेश, एक रुपये में खरीदें सोना
बचपन में तो आपने भी एक गुल्लक जरूर बनाई होगी। आज भले ही गुल्लक का चलन कुछ कम हो गया हो, लेकिन इसकी महत्ता से...
खरीदारी में मोल-भाव की कला, पैसे व समय दोनों ही बचेंगे
खरीदारी में मोल-भाव की कला, पैसे व समय दोनों ही बचेंगे
कोरोना काल के बाद बाजारों में मंदी छाई हुई है। इसी मंदी से उबरने के लिए दुकानदार आर्कषक आॅफर भी दे रहे हैं।
उनकी प्लानिंग...
आपकी बचत कहां है सुरक्षित सोना, चांदी या बैंक!
आपकी बचत कहां है सुरक्षित सोना, चांदी या बैंक!
अनिश्चितता के इस दौर में जब कोरोना संक्रमण के चलते पल-पल विश्व के हालात बदल रहे हैं, आम व्यक्ति के समक्ष यह प्रश्न उठना स्वाभाविक है...
उत्साह से अपना उद्धार करें
उत्साह से अपना उद्धार करें
एक वाकया है जो कि सचमुच में घटित हुआ। एक दार्शनिक किसी काम से बाहर जा रहे थे, इस कारण एक टैक्सी में सवार हुए।
टैक्सी में बैठने के बाद दार्शनिक...
नाकामयाबी की ओर ले जाती हैं गलत आदतें
नाकामयाबी की ओर ले जाती हैं गलत आदतें
कामयाब होने के लिए परिश्रम, विश्वास, धैर्य व किस्मत की आवश्यकता होती है पर नाकामयाब होने पर हम किस्मत को ही दोष देते हैं। उसके आगे नहीं...