पूर्णरूपेण होना चाहिए समर्पण
पूर्णरूपेण होना चाहिए समर्पण - समर्पण चाहे इस संसार के इन्सानों के लिए हो या भौतिक कार्यों के प्रति हो अथवा परमपिता परमात्मा के लिए ही क्यों न हो, पूर्णरूपेण होना चाहिए अन्यथा उस...
सब्जियों को रखें ताजा प्राकृतिक तरीके अपनाएं | How to Keep Vegetables Fresh in...
शहरों में सभी अपने-अपने कार्यों में इतने व्यस्त रहते हैं कि प्रतिदिन ताजा सब्जी और फल खरीदने के लिए उनके पास समय ही नहीं होता। जीवन में व्यस्तता के कारण वो समय मिलते ही...
Old Age: वृद्धावस्था में भी कुछ सीखिए,कुछ कीजिए
Old Age रे एक सत्तर वर्षीय मित्र हैं श्री छोटेलाल यादव जिनके साथ मिल बैठकर दु:ख सुख की चर्चा होती रहती है। अभी मैं उनके निवास पर गया तो वे नहीं मिले। मैंने फोन...
भड़ास निकालने के लिए बोलना अहितकारी
भड़ास निकालने के लिए बोलना अहितकारी
वाणी पर संयम बहुत जरूरी है। शायद इसीलिए कहा भी गया है, ‘कम बोल अच्छा बोल’। बंदूक से निकली गोली वापस नहीं होती, ठीक उसी तरह मुख से निकली...
पावन एमएसजी सत्संग भंडारा -सम्पादकीय
पावन एमएसजी सत्संग भंडारा -सम्पादकीय
संत सृष्टि पर मानवता के प्रति हमेशा उपकार ही करते हैं, करते आए हैं और हमेशा अपने अपार रहमो-करम से जीवों (जीव-जंतुओं, पशु-पक्षियों, जानवरों व इन्सानों अर्थात् समस्त जीव-सृष्टि) पर...
सप्ताहांत को बनाएं सुखद
सप्ताहांत को बनाएं सुखद - सप्ताहांत का दिन छुट्टी का होता है। नौकरीपेशा लोगों के लिए यह बहुत मायने रखता है। सबको इस छुट्टी के दिन की प्रतीक्षा होती है। इस दिन मौज-मस्ती करने...
सुअवसर का लाभ उठाएं
सुअवसर का लाभ उठाएं
अवसर को चूकने वाले मनुष्य से बढ़कर मूर्ख और कोई नहीं होता। इस बात से इन्कार नहीं किया जा सकता कि मनुष्य अपनी मूर्खता को ढकने के लिए सौ-सौ बहाने बनाता...
बिना तेल के आम का अचार | Aam Ka Achar Kaise Banta Hai Without...
ग्रीष्म ऋतु अचार का मौसम है। और यह सीज़न मेरे बचपन की यादें ताजा करता है। जहाँ हमारे सभी पड़ोसी घर गर्मी के दिनों में अचार बनाने में व्यस्त रहते हैं। कच्चे आम बाजार...
विजयदशमी में कठपुतली परम्परा | Puppet Culture at Dusshara
विजयदशमी में कठपुतली परम्परा | Puppet Culture at Dusshara
रामलीला की कठपुतली परंपरा दक्षिण भारत से होती हुई दक्षिण पूर्व एशिया के देशों में पहुंची।
कंबोडिया, थाईलैंड, इंडोनेशिया और मलेशिया में वह आज भी विविध रूपों...
इमीटेशन ज्वेलरी की चमक न पड़े फीकी
इमीटेशन ज्वेलरी की चमक न पड़े फीकी
सोने का मूल्य आसमान छूने के कारण आज के समय में स्वर्णाभूषणों को बनवाना सबके वश की बात नहीं रह गई है। आज की बढ़ती मंहगाई भी नारी...